कुछ कलाकारों पर संस्कृति विभाग की मेहरबानी

कलाकारों
  • नियमों को ताक पर रखकर बार-बार बुलाया

भोपाल/बिच्छू डॉट कॉम। कला और संस्कृति के संरक्षण और संवद्र्धन के लिए गठित मप्र का संस्कृति विभाग अक्सर विवादों में फंस जाता है और कलाकारों के निशान पर आ जाता है। ताजा मामला कलाकारों से भेदभाव का है। संस्कृति विभाग पिछले दिनों कुछ कलाकारों पर अधिक मेहरबान रहा। यानी विभाग ने आयोजनों में कुछ कलाकारों को कई बार बुलाया वहीं कई कलाकार उपेक्षित रहे। इससे अन्य कलाकारों में रोष व्याप्त है।
दरअसल, संस्कृति विभाग के सांस्कृतिक समारोहों में इन दिनों नियम विरुद्ध कलाकारों को दोहराने का खेल चल रहा है, जबकि विभाग ने ही जुलाई 2023 में एक आदेश जारी कर स्पष्ट कहा था कि संचालनालय, मध्यप्रदेश संस्कृति परिषद और अनुषंग अपने द्वारा आयोजित कार्यक्रमों एवं गतिविधियों में आमंत्रित कलाकारों में दोहराव न करें। लेकिन विभाग ने कुछ कलाकारों पर ऐसी मेहरबानी दिखाई है की वह अन्य कलाकारों के निशाने पर आ गया है।
कुछ कलाकारों को दो या अधिक बार बुलाया
पिछले तीन माह में तीन कलाकारों को दो या इससे अधिक बार प्रस्तुति के लिए बुलाया गया है। आदेश में कलाकारों को दोहराने की अवधि को लेकर एक सूची जारी की गई थी, जिसमें निम्नतम समय सीमा दो माह की थी, जो लोकगीत और जनजातीय कलाकारों के लिए थी। शेष सभी वर्गों के लिए यह समय सीमा पांच महीने से दो साल तक है। यदि इस समय सीमा को कलाकारों के मानदेय की भाषा में समझें तो एक से दो लाख मानदेय पाने वाले कलाकारों का दोहराव दो महीने में तो 50 लाख या उससे अधिक मानदेय पाने वाले कलाकारों को दो साल के अंतराल से आमंत्रित करने के निर्देश दिए गए थे। परंतु, संस्कृति संचालनालय ने कई कलाकारों को एक महीने में दो-दो बार बुलाया है, जो किसी भी प्रकार से शासन के आदेश का पालन नहीं कहा जा सकता।
इन पर अधिक मेहरबानी
जिन कलाकारों पर संस्कृति विभाग की मेहरबानी रही उनमें मुंबई के शरद शर्मा भी शामिल हैं। इन्हें 07.09.2023 को भक्ति पर्व जन्माष्टमी, सिंगरौली, 16.12.2023 को अनुश्रुति, भोपाल और 27.12.2023 को गढ़कुंडार महोत्सव, गढ़कुंडार में बुलाया गया। वहीं सलीम अल्लाहवाले, भोपाल को 26.11.2023 को महाबोधि महोत्सव, सांची, 16.12.2023 को अनुश्रुति, भोपाल और 25.12.2023 को तानसेन समारोह, ग्वालियर में बुलाया गया। अखिलेश गुंदेचा भोपाल को 14.09.2023 को भातखंडे प्रसंग, उज्जैन, 25.11.2023 को महाबोधि महोत्सव, सांची और 24.12.2023 को तानसेन समारोह में बुलाया गया। ग्वालियर भारत भवन के कई प्रोग्राम में भी इन्हें अवसर मिला है।
विभाग की यह है गाइडलाइन
प्रदेश में आयोजित होने वाले कार्यक्रमों में कलाकारों को बुलाने के लिए अलग-अलग श्रेणी बनाई गई है। मुंबई के प्रसिद्ध कलाकारों के लिए 50 लाख से ऊपर की फीस वाले कलाकारों को 24 माह में एक बार बुलाने का प्रावधान है। वहीं 40 लाख से ऊपर को 21 माह, 30 लाख से ऊपर को 18 माह, 20 लाख से ऊपर को 15 माह, पांच से दस लाख को आठ माह, तीन से पांच लाख वाले को पांच माह में एक बार बुलाने का प्रावधान है। ए ग्रेड शास्त्रीय कलाकार पांच लाख से ऊपर की फीस वाले को 11 माह, बी ग्रेड शास्त्रीय कलाकार दो से पांच लाख को आठ माह, ए ग्रेड शास्त्रीय कलाकार को एक से दो लाख को पांच माह में एक बार बुलाने का प्रावधान है। वहीं कवि साहित्यकारों को पांच लाख से ऊपर वाले को 11 माह, दो से पांच लाख को आठ माह, एक से दो लाख को  पांच माह, नाट्य संस्था को छह माह और लोक/जनजातीय कलाकार को दो माह में एक बार बुलाने का प्रावधान है। 

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