संशोधन के नाम पर लगा डाली करोड़ों की चपत

लोक निर्माण
  • अफसरों व ठेकेदारों की सांठगांठ  

भोपाल/बिच्छू डॉट कॉम। प्रदेश में लोक निर्माण महकमे की कार्यशैली हमेशा विवादों में रहती है। इस विभाग में अफसरों और ठेकेदारों का गठजोड़ इतना मजबूत है कि घटिया और देरी से होने वाले निर्माण कामों के बाद भी प्रभावी कार्रवाई नहीं की जाती है। इसके उलट ठेकेदारों को उपकृत करने के लिए जरुर योजनाओं की राशि में पुनरीक्षण के नाम पर न केवल बजट में वृद्धि कर दी जाती है , बल्कि अतिरिक्त रूप से भी काम थमा दिया जाता है। ऐसे ही कई मामलों को लेकर अब मुख्य सचिव से लेकर लोकायुक्त तक से शिकायत की गई है। इस शिकायत से सडक़ों और भवन निर्माण कार्य के ठेकों में अफसरों तथा ठेकेदारों की सांठगांठ से पुनरीक्षित मंजूरी देने के नाम पर करोड़ों का घालमेल किए जाने का खुलासा हुआ है।
शिकायतकर्ता प्रदीप दुबे ने सीएस एवं लोकायुक्त में शिकायत करते हुए आरोप लगाया कि पीडब्ल्यूडी के सेतू परिक्षेत्र में ठेकेदार राजेश शर्मा तथा वंशिका कस्ट्रेक्शन ने तत्कालीन प्रमुख अभियंता आरके मेहरा, मुख्य अभियंता जीपी वर्मा, प्रभारी कार्यपालन यंत्री रजक के अलावा प्रभारी कार्यपालन यंत्री इंदौर-1 दीपेश गुप्ता, इंदौर-2 जावेद शकील ने शासन को लाखों रुपए की हानि पहुंचाई है। आरोप है कि इन अधिकारियों ने जनरल अरेंजमेंट ऑफ डिजाइन में परिवर्तन कर ठेकेदारों को करोड़ों रुपए का लाभ पहुंचाया है। खासकर ओंकारेश्वर बंगाली बाबा आश्रम के पास नर्मदा नदी पर पुल निर्माण की मूल स्वीकृति 16.25 करोड़ रुपए थी। इसमें परिवर्तन कर 30 नवंबर 2017 को इसे बढ़ाकर 19.96 करोड़ और फिर 28 अप्रैल 2021 में पुन: पुनरीक्षित मंजूरी 46.53 करोड़ की दी गई।
पुनरीक्षण के नाम पर 71 करोड़ अधिक किया भुगतान
औबेदुल्लागंज बुधनी मार्ग पर उच्च स्तरीय पुल निर्माण (एनबीडी) योजना के तहत मूल स्वीकृति 58.17 करोड़ थी, जिसे 19 जून 2023 को बढ़ाकर 129.68 करोड़ कर दिया गया। दमोह जिले के हटा-सिमरिया मार्ग के 66 किमी में ब्यारम नदी पुल निर्माण की स्वीकृति एनबीडी योजना में 9.66 करोड़ थी, जिसे बाद में बढ़ाकर 14.93 करोड़ कर दिया। पन्ना जिले के पन्ना अमानगंज के सिमरिया मार्ग पर किमी 56 में केन नदी पर पुल निर्माण की मूल स्वीकृति 14.67 करोड़ थी, जो 27 जुलाई 2023 में बढ़ाकर 23.20 करोड़ कर दी गई। वहीं, मल्हागांव-बिलहरि-छतरपुर मार्ग में केन नदी के बिल्हारी पर पुल का निर्माण 29.88 करोड़ से बढक़र 59.77 करोड़ में कराया गया। इसकी भी अफसरों ने पुनरीक्षित मंजूरी दी।
यहां बढ़ा दिया गया बजट
– छतरपुर के ग्राम कुटीरा एवं टीकमगढ़ कक रवाहा के बीच धसान नदी के गुर्जन घाट पर पुल निर्माण प्रशासकीय स्वीकृति 3136.73 लाख कर दी गई।
– कुरेला-सिमरा-परियार से पंचमनगर उर्मिन नदी पर गढ़घाट 12.90 करोड़ को बढ़ाकर 14 करोड़ किया।
– पन्ना जिले के नेहरा-नेहरि यूपी मार्ग के केन नदी पर पहुंच मार्ग की 39.52 करोड़ की मंजूरी को 50 करोड़ किया गया।
– निवाड़ी-झांसी-मानिकपुर के रेल सेक्शन समपार क्रमांक 379 के लोकेशन पर आरओबी निर्माण की मंजूरी 33.86 करोड़ से बढ़ाकर 38 करोड़ की गई।

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