- ट्रिपिंग की बड़ी वजह हैं इस तरह के भवन
भोपाल/बिच्छू डॉट कॉम। प्रदेश में आए दिन कहीं न कहीं लोगों को बिजली गुल होने का सामना करना पड़ता है। इस तरह की समस्या खासतौर पर शहरी इलाकों में अधिक आती है। इसकी वजह है हाईटेंशन लाइन के बेहद समीप होने वाले निर्माण कार्य। यही निर्माण कार्य बिजली की लगातार सप्लाई में बाधक बन रहे हैं। यही वजह है कि इसकी वजह से मध्य प्रदेश ट्रांसको कंपनी की परेशानी बढ़ती जा रही है। पूर्व में हुई घटनाओं को देखते हुए कंपनी ने प्रदेश में ऐसे निर्माण कार्यों के खिलाफ अभियान चलाने का तय किया है। इसकी शुरुआत कंपनी द्वारा हाल ही में तीन जगहों पर कार्रवाई कर की जा चुकी है। अब इसी तरह के निर्माणों को लेकर कंपनी द्वारा नोटिस भी लगातार किए जा रहे हैं। कंपनी हर हाल में ऐसे निर्माणों को हटाना चाहती है। यही वजह है कि कंपनी द्वारा इस तरह के निर्माण कार्यों को चिन्हित कर लिया गया है। ऐसे निर्माण कार्य बड़ी संख्या में भोपाल, इंदौर, उज्जैन, जबलपुर और ग्वालियर में पाए गए हैं। इन्हें नोटिस देकर खुद ही हटाने को कहा जा रहा है। इसके बाद अगर वह स्वयं नहीं हटाते हैं तो फिर कंपनी द्वारा उन्हें पूरी तरह से ध्वस्त कर दिया जाएगा।
भोपाल और इंदौर में सर्वाधिक
कंपनी द्वारा कराए गए सर्वे में सर्वाधिक 833 और इंदौर में 892 मकान हाइटेंशन लाइन के पास पाए गए हैं। इसके अलावा कुछ निर्माण कार्यों को हटाया भी गया है। अगर पाए गए निर्माण कार्यों की बात करें तो भोपाल में 833 और इंदौर में 892 मकान पाए गए हैं। इसके अलावा जबलपुर में भी 295 मकान पाए गए हैं। इससे पहले कंपनी ने उज्जैन और गाडरवाड़ा में लगभग 100 से अधिक मकान चिन्हित कर उन्हें हटाया है। पिछले छह महीने में लाइन लगभग 25 बार ट्रिपिंग हो चुकी है।
निर्माण से लाइन में अवरोध
इन निर्माण की वजह से लाइन में अवरोध उत्पन्न होता है। इनके ऊपर जाने वाले व्यक्तियों को दुर्घटनाओं का शिकार होना पड़ता है। कुछ मामले में लोगों की जान तक चली गई है। हो चुकी हैं गंभीर घटनाएं, भोपाल में अब तक 11 हाइटेंशन लाइन के करीब बनाए गए निर्माणों को हटवाने का निर्णय कंपनी ने इसलिए लिया, क्योंकि घटनाएं बढ़ती जा रही हैं। पिछले दो से तीन वर्ष में भोपाल में ही लगभग 11, इंदौर में 15 और जबलपुर में आठ गंभीर घटनाएं हो चुकी हैं।
भोपाल में हो चुकी हैं ट्रिपिंग
भोपाल की लालघाटी 132 के.व्ही. एक्स्ट्रा हाईटेंशन लाइन हाल ही में ट्रिप हो चुकी है। यह लाइन घने रहवासी इलाके देवकी नगर, करौंद से गुजरती है। एक्स्ट्रा हाईटेंशन लाइन की पेट्रोलिंग के दौरान यह संज्ञान में आया कि इस लाइन के लोकेशन नं. 14 एवं 15 के समीप एक रहवासी ने अपने छत से लगभग पांच फुट दूरी पर 132 के.व्ही. एक्स्ट्रा हाईटेंशन लाइन के समीप बाउंड्रीवाल निर्मित कर ली थी। निर्माण में उपयोग की गई सामग्री के एक्स्ट्रा हाईटेंशन लाइन के इंडक्शन जोन में आने से यह ट्रिपिंग हुई, लेकिन संयोग से कोई जन हानि नहीं हुई।