- भाजपा की दूसरी सूची जल्द…
- गौरव चौहान
भाजपा प्रत्याशियों की दूसरी सूची जल्द जारी करेगी। कांग्रेस के कब्जे वाली या हारी सीटों की दूसरी सूची के लिए बीते देर शाम को दिल्ली में दिग्गज नेताओं के साथ मंथन किया गया। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की मौजूदगी में हुई इस बैठक में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा,राष्ट्रीय संगठन महामंत्री बीएल संतोष, मप्र प्रदेश चुनाव प्रभारी व केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव, सह प्रभारी अश्विनी वैष्णव, चुनाव प्रबंधन समिति के संयोजक व केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, प्रदेश अध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा, प्रदेश संगठन महामंत्री हितानंद सहित दिग्गज नेता शामिल थे।
सूत्रों का कहना है कि बैठक में 64 सीटों पर प्रत्याशियों के नाम की सूची पर मंथन कर नाम लगभग फाइनल कर दिए गए हैं। भाजपा सूत्रों का कहना है कि पार्टी सबसे पहले उन 103 सीटों पर प्रत्याशी घोषित करेगी, जहां पिछले चुनाव में उसे हार मिली थी। उनमें से भाजपा ने पहली सूची में 39 प्रत्याशियों की सूची जारी की थी। इनमें ज्यादातर वो सीट हैं, जिनको भाजपा के सर्वे में कमजोर पाया गया था। अब हारी हुई 64 सीटों के प्रत्याशी घोषित करने की तैयारी है। इसके लिए दिल्ली में राष्ट्रीय अध्यक्ष नड्डा के आवास पर शाम सात बजे से बैठक आरंभ हुई, जो देर रात तक चली। पार्टी नेताओं ने पहली सूची के बारे में कार्यकर्ताओं के फीडबैक से भी दिग्गजों को अवगत कराया।
कल मिल जाएगी हरी झंडी
आगामी विधानसभा चुनावों के लिए भाजपा के प्रत्याशियों की दूसरी सूची जल्द ही घोषित हो सकती है। इसमें पांच दर्जन से अधिक प्रत्याशियों के नामों की घोषणा संभावित है। सूत्रों का कहना है कि दूसरी सूची में कई हारी हुई सीटों के साथ ही कुछ ऐसी सीटें भी शामिल होंगी, जहां सर्वे में पार्टी बहुत मजबूत स्थिति नहीं मान रही है। पहली सूची की भांति दूसरी सूची में भी भाजपा प्रत्याशियों के नामों में पर्याप्त संख्या में परिवर्तन कर सकती है। सूत्रों का कहना है कि अब 13 सितंबर को भाजपा की केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक होनी है, जिसमें उम्मीदवारों की नाम पर मुहर लगेगी। पार्टी का फोकस ज्यादा मतों के अंतर से हारी हुई सीटों पर है। ऐसे में इन सीटों पर नए चेहरों को मैदान में उतारा जा सकता है। वर्ष 2018 के चुनाव में भाजपा को जिन सीटों पर पराजय का सामना करना पड़ा था उन सीटों पर जीत के लिए अलग से प्रभारी भी नियुक्त किए हैं।
इन प्रभारियों के फीडबैक के आधार पर ही पार्टी प्रत्याशियों के नाम का ऐलान कर रही है। इन आकांक्षी सीटों पर पार्टी कई चौंकाने वाले नामों का ऐलान कर सकती हैं। पार्टी का फोकस एससी, एसटी सीटों पर ज्यादा है। पिछले चुनाव में इन्हीं सीटों पर पार्टी को पराजय का सामना करना पड़ा था।
जिताऊ प्रत्याशी पर फोकस
इस बार के चुनाव में भाजपा का पूरा फोकस जिताऊ प्रत्याशी पर है। इसलिए पार्टी सबसे पहले उन सीटों पर प्रत्याशी घोषित करने जा रही है, जहां पिछले चुनाव में हार मिली थी। बताया जाता है कि 13 सितंबर को केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक में दूसरी सूची जारी की जा सकती है। इस साल नवंबर-दिसंबर में प्रदेश में विधानसभा चुनाव होने हैं। बीजेपी इसके लिए कमर कसकर मैदान में उतर चुकी है। कांग्रेस ने भी प्रदेश में सत्ता हथियाना के लिए पूरी ताकत झोंक दी है। इधर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पिछले दो दशक से भाजपा शासन वाले इस राज्य में पार्टी को एक और बार बड़ी जीत दिलाने के लिए कमान खुद संभाल रहे हैं। प्रदेश में एक बार फिर सत्ता हासिल करने के लिए भाजपा कोई कोर कसर बाकी रखना नहीं चाहती।
ताकि हारी हुई सीटों पर हो पूरी तैयारी
असल में पार्टी की आकांक्षी सीटें वो हैं ,जिन पर भाजपा को हार का मुंह देखना पड़ा। यहां पार्टी अपने उम्मीदवारों को तैयारी का पूरा समय देना चाहती है, लिहाजा पार्टी ने इन्हीं पर पहले फोकस किया और यहीं के उम्मीदवारों पर पहले मंथन भी किया, ताकि पार्टी की कमजोर कडिय़ों को मजबूत किया जा सके। हालांकि, उम्मीद के मुताबिक नतीजे 39 सीटों के एलान के समय ही तय नहीं है। उम्मीदवार जमीन बना पाते उसके पहले ही पार्टी में ही उनके खिलाफ बगावत शुरू हो गई। अब भी 64 से ज्यादा जिन सीटों पर उम्मीदवारों के नाम का ऐलान होना है, वहां यही चुनौती है। पार्टी की हारी हुई 103 सीटें हैं ,जहां की तासीर बदलने के लिए बीजेपी पूरी जुगत लगा रही है।
चुनावी तैयारियों पर भी चर्चा
जन-आशीर्वाद यात्राओं की शुरुआत के साथ विधानसभा चुनावों की तैयारियों में जुटी भाजपा आचार संहिता से पहले और बाद में भी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह की ज्यादा से ज्यादा रैलियां चाहती है। वहीं प्रदेश सरकार भी चुनाव से पहले प्रधानमंत्री को आमंत्रित कर दो बड़ी परियोजनाओं को लोकार्पित कराएगी। इनमें आगामी 14 सितम्बर को सागर जिले की बीना रिफायनरी में 50 हजार करोड़ की निवेश परियोजना की आधारशिला प्रधानमंत्री रखेंगे। इसके बाद आगामी 18 सितंबर को प्रधानमंत्री ओंकारेश्वर में आदिगुरु शंकराचार्य की 108 फीट ऊंची प्रतिमा के अनावरण कार्यक्रम में शामिल हो सकते हैं। इसी प्रकार आगामी 25 सितम्बर को प्रधानमंत्री भोपाल के जम्बूरी मैदान पर आयोजित भाजपा कार्यकर्ता महाकुंभ में भी शामिल होंगे। प्रधानमंत्री के इन सभी कार्यक्रमों को लेकर भी मुख्यमंत्री, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष एवं संगठन महामंत्री दिल्ली में केन्द्रीय नेतृत्व से चर्चा की। विधानसभा चुनाव प्रचार के दौरान भी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह के अलावा अन्य प्रमुख केन्द्रीय नेताओं, स्टार प्रचारकों को मध्यप्रदेश में चुनाव प्रचार के लिए जाने की योजना है। केन्द्रीय नेताओं के साथ-साथ उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सहित भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्री एवं अन्य प्रमुख नेताओं की अलग-अलग क्षेत्रों में सभाएं, रोड शो जैसे कार्यक्रम कराए जाएंगे। केन्द्रीय नेतृत्व की सहमति के साथ चुनाव अभियान समिति द्वारा इन प्रमुख नेताओं की सूची अभी से तैयार की जा रही है।