एक पखवाड़े में 1 करोड़ 15 लाख घरों पर पहुंचेगी कांग्रेस

कांग्रेस
  • घर-घर पहुंचाएगी आरोप पत्र और लगेगी चेतना चौपाल

    भोपाल/विनोद उपाध्याय/बिच्छू डॉट कॉम। भाजपा की जन आर्शीवाद यात्रा के बीच अब कांग्रेस ने भी अपने नेताओं व कार्यकर्ताओं को भी मैदानी स्तर पर पूरी ताकत के साथ उतारने की तैयारी शुरू कर दी है। भाजपा जहां यात्रा के माध्यम से सामूहिक रूप से अपनी बात पहुंचाएगी, वहीं कांग्रेस ने व्यक्तिगत रूप से घर -घर दस्तक देने की योजना बनाई है, जिस पर सभी जिलाध्यक्षों को काम शुरू करने के निर्देश दे दिए गए हैं। यह निर्देश मध्य प्रदेश कांग्रेस में मैराथन बैठकों के दौरान प्रदेश प्रभारी रणदीप सुरजेवाला और स्क्रीनिंग कमेटी के अध्यक्ष भंवर जितेंद्र सिंह ने जिला अध्यक्ष और जिला प्रभारियों की बैठक में दिए हैं। बैठक में पीसीसी चीफ कमलनाथ भी मौजूद थे।
    इस दौरान तय किया गया है कि एक पखवाड़े के अंदर पार्टी कार्यकर्ता प्रदेश में करीब एक करोड़ पन्द्रह लाख घरों में दस्तक देंगे। यह काम आज से ही शुरू करने को कहा गया है। इसे सियासी रूप से बड़ा अभियान माना जा रहा है। जिला संगठन को 15 सितंबर से पहले प्रत्येक विधानसभा के 50 हजार घरों में दस्तक देने को कहा गया है। इसके साथ ही दस्तक देने वाले घरों में कांग्रेस का आरोप पत्र देने के साथ ही चेतना चौपाल लगाकर सरकार की विफलताएं बताने को भी कहा गया है। आरोप पत्र की कापी हर जिले को आवंटित कर दी गई हैं। प्रभारी महासचिव सुरजेवाला ने कर्नाटक की तरह मध्य प्रदेश में भी एग्रेसिव तरीके से चुनाव लड़ने की बात कही। उन्होंने कहा कि हम प्रदेश की  230 विधानसभाओं में एक साथ काम करेंगे। जिला संगठन यह तय करेगा कि 15 दिनों में प्रत्येक विधानसभा के 50 हजार घरों में हमारा कार्यकर्ता पहुंचे और भाजपा के 50 फीसदी कमीशन को लेकर तैयार आरोप पत्र सौंपे। चेतना चौपाल लगाकर सरकार की विफलताओं को बताना है। उन्हें बताए किस तरह सरकार ने भ्रष्टाचार किया है।
    मांगे गए तीन-तीन नामों के पैनल
    प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने कहा कि जिला अध्यक्षों जिला प्रभारियों की बैठक के बाद अब संभाग वार उम्मीदवारों के नाम लिए जाएंगे। सभी जिला अध्यक्ष बंद लिफाफे में हर सीट पर तीन-तीन नामों का पैनल लेकर पहुंचे। हर एक संभाग को एक-एक घंटे का समय दिया गया है। विधानसभा के दावेदारों की पैनल लिस्ट रणदीप सुरजेवाला और जितेंद्र सिंह को सौपेंगे। दोनों नेता ग्राउंड रिपोर्ट लेंगे। मीडिया में जारी सूची को लेकर कमलनाथ ने कहा कि उनके द्वारा कोई सूची जारी नहीं की गई, जो जिला अध्यक्ष और प्रभारी तय करेंगे उनमें से ही उम्मीदवार बनेगा।
    मैदानी स्तर से लेंगे फीडबैक
    स्क्रीनिंग कमेटी के अध्यक्ष भंवर जितेंद्र सिंह ने कहा, कि मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव को लेकर उम्मीदवारों में भारी उत्साह है। यहां के उम्मीदवार मुझे खोजते हुए अलवर से लेकर दिल्ली तक पहुंचे। यहां जब आया तो देखा कि प्रत्याशियों और कार्यकर्ताओं में गजब का जोश है। हमें अनुशासित रहना है, सही दायरे में रहकर अपनी बात कहें। जितेंद्र सिंह ने कहा कि टिकट के लिए उम्मीदवारों का ग्रास रूट लेवल पर फीडबैक लिया जाएगा। हमारी बैठकें जारी हैं। हमारी कोशिश होगी कि जल्द ही प्रत्याशियों की लिस्ट जारी की जाए। सितंबर के दूसरे हफ्ते तक उम्मीदवारों की सूची आने की उम्मीद कर सकते हैं।
    पहली सूची के लिए करना होगा एक पखवाड़े का इंतजार
    मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के टिकट दिल्ली से तय होंगे। इसके स्पष्ट संकेत वरिष्ठ नेताओं ने दिए हैं। दिल्ली में 13 सितंबर को स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक प्रस्तावित की गई है। जिसमें केंद्रीय ऑब्जर्वर अपनी रिपोर्ट पेश करेगें। इसके आधार पर ही प्रत्याशियों के नाम को हरी झंडी दे दी जाएगी। इस वजह से माना जा रहा है कि, कांग्रेस 15 सितंबर के बाद कभी भी पहली सूची जारी कर सकती है। दरअसल, मप्र में इस बार विधानसभा चुनाव दोनों मुख्य पार्टियों भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस के बीच बेहद कड़ा मुकाबला होना संभावित है। इसी वजह से कांग्रेस ऐसे चेहरों मैदान में उतारना चाहती है, जिनकी जीत की अधिक संभावनाएं हों।

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