- भ्रष्टाचार को कांग्रेस बड़ा मुद्दा बनाने की तैयारी में
- अपूर्व चतुर्वेदी
विधानसभा के आम चुनाव का समय जैसे-जैसे पास आ रहा है, वैसे-वैसे भाजपा व कांग्रेस के पिटारों से चुनावी दावे और वादे सामने आना शुरु हो गए हैं। इसी क्रम में अब कांग्रेस ने अपने चुनावी घोषणा पत्र यानि की वचन पत्रों की संख्या बढ़ाने का तय कर लिया है। इसके पहले तीन तरह के वचन पत्र जारी करने की तैयारी की जा रही थी, लेकिन अब दो और वचन पत्र जारी किए जाएंगे। पहले कांग्रेस एक मुख्य वचन पत्र के अलावा महिलाओं के लिए अलग से वचन पत्र लाने की तैयारी में जुटी थी, लेकिन अब वह युवाओं व किसानों के लिए भी अलग से वचन पत्र लाने जा रही है। इसके अलावा कांग्रेस के रणनीतिकारों ने भ्रष्टाचार को चुनाव में बड़ा मुद्दा बनाने की भी तैयारी जोर-शोर से शुरू कर दी है। इसके तहत महाकाल लोक में मूर्तियों के गिरने व सतपुड़ा भवन में लगी आग का सहारा लिया जाएगा।
दरअसल कांग्रेस इस बार चुनाव में कोई कसर नहीं छोड़ना चाहती है। यही वजह है कि अब कांग्रेस हर हाल में चुनाव में युवाओं और किसानों के लिए अलग से वचन पत्र लाने जा रही है। इनमें यह भी बताया जाएगा कि पार्टी की सरकार बनने पर क्या और कैसे करेगी। इसमें खासतौर पर हर वर्ग के युवाओं के लिए अलग-अलग स्वरोजगार की योजना लागू करने का वचन दिया जाएगा। वहीं, किसानों से संबंधित वचन पत्र में उपज का उचित मूल्य दिलाने के साथ सभी किसानों की ऋण माफी पूरी करने का वादा प्रमुख रुप से किया जाएगा। हाल ही में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने वचन पत्र समिति को युवा और किसानों के लिए अलग से वचन पत्र तैयार करने के निर्देश दिए हैं। बीते विधानसभा चुनाव के समय पार्टी द्वारा सिर्फ दो तरह के वचन पत्र जारी किए गए थे, जिनमें एक प्रमुख था, जिसे राज्य स्तर पर और दूसरा जिला स्तर पर जारी किया था। इस बार महिलाओं के लिए अलग से प्रियदर्शिनी नाम से वचन पत्र लाने की तैयारी की जा रही है। इस वचन पत्र में कांग्रेस के सत्ता में आने पर नारी सम्मान योजना लागू करके महिलाओं को डेढ़ हजार रुपये महीना और पांच सौ रुपये में रसोई गैस सिलेंडर देने के साथ सौ यूनिट बिजली निशुल्क और दो सौ यूनिट आधी दर पर देने का वचन प्रमुखता से दिया जाएगा। इन घोषणाओं को पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ द्वारा पहले से ही किया जा चुका है। इसके साथ ही इनका प्रचार प्रसार भी कांग्रेस हर मंच से करने में पीछे नहीं रह रही है। यही वजह है कि भाजपा की शिवराज सरकार को पूर्व से घोषित लाड़ली बहना योजना में नए प्रावधान करने पड़े हैं। कांग्रेस के इन किए जा रहे वादों को लेकर अब पार्टी की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा द्वारा भी हाल ही में जबलपुर में की गई सभा में गारंटी देने का काम किया गया है। उन्होंने कहा कि सरकार बनने पर ये योजनाएं लागू की जाएंगी। इसी तरह युवाओं के लिए तैयार किए जाने वाले वचन पत्र में स्वरोजगार पर पूरा जोर दिया जा रहा है। इसकी वजह है प्रदेश में बेरोजगारी बड़ी समस्या बनी हुई है। सरकार के आंकड़ों के मुताबिक अभी प्रदेश में एक करोड़ युवा बेरोजगार हैं। जो रोजगार के लिए भटक रहे हैं। वचन पत्र में पार्टी की सरकार बनने पर सभी वर्गों के युवाओं के लिए स्वरोजगार की अलग-अलग योजनाएं लागू करने का वादा किया जाएगा। इसमें यह भी वादा होगा कि उद्योगों के साथ युवाओं को संबद्ध कर रोजगार दिलाया जाएगा। प्रत्येक योजना में स्थानीय युवाओं को प्राथमिकता दी जाएगी। किसानों से संबंधित वचन पत्र में अधूरी ऋण माफी योजना को पूरा करने का वचन पर पूरा जोर रहेगा। इसके अलावा उपज का उचित मूल्य दिलाने, मंडियों को सुदृढ़ बनाने, खेती की लागत घटाने, गौशाला का निर्माण, बिजली की उपलब्धता कम से कम बारह घंटे सुनिश्चित करने जैसी घोषणाएं प्रमुख रूप से रहेंगी। इस मामले में प्रदेश कांग्रेस के मीडिया विभाग के अध्यक्ष केके मिश्रा का कहना है कि हमारे वचन पत्र में भाजपा सरकार की तरह कोरी घोषणाओं नहीं होंगी। हम जो भी बात कहेंगे, उसे सरकार बनने पर जस का तस समय सीमा में पूरा भी किया जाएगा। उधर, इस मामले में भाजपा का कहना है कि कांग्रेस द्वारा महिला, युवा और किसानों के लिए वचन पत्र लाए जाने पर कहा कि काठ की हांडी बार-बार नहीं चढ़ती है। अब कांग्रेस पर किसी वर्ग को भरोसा नहीं है। 15 माह की तत्कालीन कमल नाथ सरकार ने हर वर्ग को धोखा देने का काम किया था। भाजपा सरकार की चलती हुई योजनाओं को बंद करने का काम किया गया था। अब इनके वचन पत्र पर कोई विश्वास नहीं करेगा।
भ्रष्टाचार पर प्रदर्शन
कर्नाटक की तर्ज पर कांग्रेस ने इस बार मप्र चुनाव में भी भ्रष्टाचार को बड़ा मुद्दा बनाने की तैयारियां तेज कर दी हैं। इसी कड़ी में अब कांग्रेस 24 जून को जिला स्तर पर प्रदर्शन करने जा रही है। इस दौरान महाकाल लोक में मूर्तियां खंडित होने और भोपाल के सतपुड़ा भवन में लगी आग को भी पूरी ताकत के साथ कांग्रेस उठाएगी। दरअसल कांग्रेस ने कर्नाटक में भ्रष्टाचार को बड़ा मुद्दा बनाया था और इस वजह से कांग्रेस वहां पूरी तरह से बहुमत के साथ सरकार में आने में सफल रही है। उधर, पार्टी की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी जुलाई माह में एक बार फिर मध्य प्रदेश का दौरा करेंगी। इस बार वे 9 जुलाई को रीवा का प्रवास करेंगी। उनके दौरे का जिम्मा पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह को दिया गया है। पार्टी सूत्रों की माने तो इस दौरे के बाद से चुनाव होने तक प्रियंका गांधी के लगातार कई कार्यक्रम कराने का भी फैसला किया गया है।