कांग्रेस अब… आंदोलन मोड में

  • धरना, प्रदर्शन, आंदोलन का एजेंडा तय करेगी कमेटी
  • विनोद उपाध्याय
कांग्रेस

उपचुनाव से निपटने के बाद कांग्रेस का अब एक ही लक्ष्य है प्रदेश सरकार की घेराबंदी। इसके लिए पार्टी पूरी तरह आंदोलन मोड में आने वाली है। इसके लिए पार्टी ने एक समिति बनाई है जो धरना, प्रदर्शन, आंदोलन का एजेंडा तय करेगी। उस एजेंडे के अनुसार कांग्रेस पूरे प्रदेश में धरना-प्रदर्शन कर भाजपा सरकार को घेरेगी।
गौरतलब है कि प्रदेश में डॉ. मोहन यादव सरकार अगले महीने अपने कार्यकाल का एक साल पूरा करने जा रही है। इससे पहले मप्र कांग्रेस प्रदेश सरकार के खिलाफ अलग-अलग मुद्दों पर धरना, प्रदर्शन और आंदोलन करने की तैयारी में है। इसके लिए मप्र कांग्रेस के अध्यक्ष जीतू पटवारी ने वरिष्ठ नेताओं की एक प्रदेश स्तरीय कमेटी का गठन किया है। यह कमेटी कांग्रेस के सरकार के खिलाफ आंदोलन, धरना, प्रदर्शन का एजेंडा तय करेगी। प्रदेश कांग्रेस के उपाध्यक्ष संगठन प्रभारी राजीव सिंह ने बताया कि समिति में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता विधायक डॉ. राजेन्द्र कुमार सिंह, पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा, पूर्व मंत्री मुकेश नायक, पूर्व विधायक शैलेन्द्र पटेल, मप्र कांग्रेस के उपाध्यक्षद्वय महेन्द्र जोशी, राजीव सिंह, महामंत्रीद्वय संजय कामले, गौरव रघुवंशी और मृणाल पंत को शामिल किया गया है।
एससी-एसटी पर हमले की जांच के लिए बनाई समिति
विजयपुर विधानसभा क्षेत्र में 13 नवंबर को हुए उपचुनाव के मतदान के एक दिन पूर्व गुंडों-बदमाशों द्वारा धनाचया गांव में आदिवासियों पर गोलियां चलाए जाने की घटना को अंजाम दिया गया। वहीं, मतदान के बाद विजयपुर के गोहटा गांव में रात में बदमाशों द्वारा दलित बस्ती के घरों में तोडफ़ोड़ की गई, किसानों की फसलें जला दी गई और बाबा साहब डॉ. भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा को क्षतिग्रस्त कर दिया गया। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने इन घटनाओं की जांच के लिए समिति गठित की है। प्रदेश कांग्रेस के उपाध्यक्ष संगठन प्रभारी राजीव सिंह ने बताया कि इस समिति में विधायक फूलसिंह बरैया, पूर्व मंत्री लाखन सिंह यादव, मुरैना से लोकसभा चुनाव के प्रत्याशी सत्यपाल सिंह (नीटू) सिकरवार, मप्र कांग्रेस अनुसूचित जाति विभाग के अध्यक्ष प्रदीप अहिरवार और मप्र कांग्रेस अनुसूचित जनजाति विभाग के अध्यक्ष रामू टेकाम को शामिल गया है। पटवारी ने समिति के सदस्यों को निर्देशित किया है कि वे जल्द ही संयुक्त रूप से घटनास्थल पर पहुंचकर पीडि़त परिवारों, घटना में घायल हुए लोगों एवं स्थानीय निवासियों से मुलाकात कर घटना की वास्तविक स्थिति का जायजा लेकर प्रतिवेदन प्रदेश कांग्रेस कमेटी को प्रेषित करें।
प्रदेश कार्यसमिति की बैठक 21 व 22 को
महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव की वजह से कांग्रेस की प्रदेश कार्यसमिति की बैठक दो दिन के लिए टल गई है। प्रदेश कार्यसमिति की 19 और 20 नवंबर को होने वाली बैठक अब 21 और 22 नवंबर को होगी। प्रदेश कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष संगठन प्रभारी राजीव सिंह ने बताया कि बैठक प्रदेश प्रभारी जितेन्द्र सिंह, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी और मप्र विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार की मौजूदगी में प्रदेश कांग्रेस कार्यालय के सभागार में होगी। इसके अलावा कांग्रेस की विभिन्न समितियों की बैठकें भी होंगी। उन्होंने बताया कि 21 नवम्बर को सुबह 10 बजे कांग्रेस की प्रदेश स्तरीय राजनीतिक मामलों की समिति के सदस्यों की बैठक होगी। इसी दिन दोपहर 12 बजे प्रदेश कांग्रेस कार्यकारिणी सदस्यों, स्थाई आमंत्रित और विशेष आमंत्रित सदस्यों की बैठक होगी। सिंह ने बताया कि 22 नवंबर को सुबह 10 बजे से प्रदेश कांग्रेस की नई कार्यसमिति के सदस्य जिसमें उपाध्यक्ष, महामंत्री, सचिव और संयुक्त सचिव शामिल हैं, की अनिवार्य बैठक रखी गई है। बैठक में जितेन्द्र सिंह, जीतू पटवारी और उमंग सिंघार पदाधिकारियों से संगठन की आगे की रणनीति पर चर्चा करेंगे।
सरकार की कमियां की जाएगी उजागर
प्रदेश कांग्रेस सूत्रों के अनुसार मप्र सरकार अगले महीने 13 दिसंबर को कार्यकाल का एक साल  पूरा होने पर जश्न मनाने की तैयारी में है। इससे पहले मप्र कांग्रेस कुछ विषयों को लेकर जनता के बीच जाएगी। प्रदेश भर में धरना, प्रदर्शन और आंदोलन किए जाएंगे। इस दौरान कांग्रेस बताएगी कि भाजपा ने पिछले विधानसभा चुनाव के दौरान जनता से कौन कौन से वादे किए थे। उनमें से कितने वादों को पूरा किया है और कितनों को नहीं। कांग्रेस भ्रष्टाचार, अपराध के अलावा महिला, किसान, गरीब और युवाओं के मुद्दों पर सरकार की घेराबंदी करेगी। इसके लिए मैदानी स्तर पर वरिष्ठ कांग्रेस नेताओं की एक प्रदेश स्तरीय समिति का गठन किया गया है। समिति प्रदेश में समय-समय पर होने वाली संगठनात्मक बैठकों, धरना, प्रदर्शन, आंदोलनों का एजेण्डा तैयार करने का काम करेगी। साथ ही केंद्र और प्रदेश की भाजपा सरकार की जनविरोधी नीतियों को उजागर करने के उद्देश्य से प्रारूप-संकलन तैयार करने का कार्य करेगी।कांग्रेस अब… आंदोलन मोड में
 – धरना, प्रदर्शन, आंदोलन का एजेंडा तय करेगी कमेटी
– विनोद उपाध्याय

उपचुनाव से निपटने के बाद कांग्रेस का अब एक ही लक्ष्य है प्रदेश सरकार की घेराबंदी। इसके लिए पार्टी पूरी तरह आंदोलन मोड में आने वाली है। इसके लिए पार्टी ने एक समिति बनाई है जो धरना, प्रदर्शन, आंदोलन का एजेंडा तय करेगी। उस एजेंडे के अनुसार कांग्रेस पूरे प्रदेश में धरना-प्रदर्शन कर भाजपा सरकार को घेरेगी।
गौरतलब है कि प्रदेश में डॉ. मोहन यादव सरकार अगले महीने अपने कार्यकाल का एक साल पूरा करने जा रही है। इससे पहले मप्र कांग्रेस प्रदेश सरकार के खिलाफ अलग-अलग मुद्दों पर धरना, प्रदर्शन और आंदोलन करने की तैयारी में है। इसके लिए मप्र कांग्रेस के अध्यक्ष जीतू पटवारी ने वरिष्ठ नेताओं की एक प्रदेश स्तरीय कमेटी का गठन किया है। यह कमेटी कांग्रेस के सरकार के खिलाफ आंदोलन, धरना, प्रदर्शन का एजेंडा तय करेगी। प्रदेश कांग्रेस के उपाध्यक्ष संगठन प्रभारी राजीव सिंह ने बताया कि समिति में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता विधायक डॉ. राजेन्द्र कुमार सिंह, पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा, पूर्व मंत्री मुकेश नायक, पूर्व विधायक शैलेन्द्र पटेल, मप्र कांग्रेस के उपाध्यक्षद्वय महेन्द्र जोशी, राजीव सिंह, महामंत्रीद्वय संजय कामले, गौरव रघुवंशी और मृणाल पंत को शामिल किया गया है।
एससी-एसटी पर हमले की जांच के लिए बनाई समिति
विजयपुर विधानसभा क्षेत्र में 13 नवंबर को हुए उपचुनाव के मतदान के एक दिन पूर्व गुंडों-बदमाशों द्वारा धनाचया गांव में आदिवासियों पर गोलियां चलाए जाने की घटना को अंजाम दिया गया। वहीं, मतदान के बाद विजयपुर के गोहटा गांव में रात में बदमाशों द्वारा दलित बस्ती के घरों में तोडफ़ोड़ की गई, किसानों की फसलें जला दी गई और बाबा साहब डॉ. भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा को क्षतिग्रस्त कर दिया गया। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने इन घटनाओं की जांच के लिए समिति गठित की है। प्रदेश कांग्रेस के उपाध्यक्ष संगठन प्रभारी राजीव सिंह ने बताया कि इस समिति में विधायक फूलसिंह बरैया, पूर्व मंत्री लाखन सिंह यादव, मुरैना से लोकसभा चुनाव के प्रत्याशी सत्यपाल सिंह (नीटू) सिकरवार, मप्र कांग्रेस अनुसूचित जाति विभाग के अध्यक्ष प्रदीप अहिरवार और मप्र कांग्रेस अनुसूचित जनजाति विभाग के अध्यक्ष रामू टेकाम को शामिल गया है। पटवारी ने समिति के सदस्यों को निर्देशित किया है कि वे जल्द ही संयुक्त रूप से घटनास्थल पर पहुंचकर पीडि़त परिवारों, घटना में घायल हुए लोगों एवं स्थानीय निवासियों से मुलाकात कर घटना की वास्तविक स्थिति का जायजा लेकर प्रतिवेदन प्रदेश कांग्रेस कमेटी को प्रेषित करें।
प्रदेश कार्यसमिति की बैठक 21 व 22 को
महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव की वजह से कांग्रेस की प्रदेश कार्यसमिति की बैठक दो दिन के लिए टल गई है। प्रदेश कार्यसमिति की 19 और 20 नवंबर को होने वाली बैठक अब 21 और 22 नवंबर को होगी। प्रदेश कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष संगठन प्रभारी राजीव सिंह ने बताया कि बैठक प्रदेश प्रभारी जितेन्द्र सिंह, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी और मप्र विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार की मौजूदगी में प्रदेश कांग्रेस कार्यालय के सभागार में होगी। इसके अलावा कांग्रेस की विभिन्न समितियों की बैठकें भी होंगी। उन्होंने बताया कि 21 नवम्बर को सुबह 10 बजे कांग्रेस की प्रदेश स्तरीय राजनीतिक मामलों की समिति के सदस्यों की बैठक होगी। इसी दिन दोपहर 12 बजे प्रदेश कांग्रेस कार्यकारिणी सदस्यों, स्थाई आमंत्रित और विशेष आमंत्रित सदस्यों की बैठक होगी। सिंह ने बताया कि 22 नवंबर को सुबह 10 बजे से प्रदेश कांग्रेस की नई कार्यसमिति के सदस्य जिसमें उपाध्यक्ष, महामंत्री, सचिव और संयुक्त सचिव शामिल हैं, की अनिवार्य बैठक रखी गई है। बैठक में जितेन्द्र सिंह, जीतू पटवारी और उमंग सिंघार पदाधिकारियों से संगठन की आगे की रणनीति पर चर्चा करेंगे।
सरकार की कमियां की जाएगी उजागर
प्रदेश कांग्रेस सूत्रों के अनुसार मप्र सरकार अगले महीने 13 दिसंबर को कार्यकाल का एक साल  पूरा होने पर जश्न मनाने की तैयारी में है। इससे पहले मप्र कांग्रेस कुछ विषयों को लेकर जनता के बीच जाएगी। प्रदेश भर में धरना, प्रदर्शन और आंदोलन किए जाएंगे। इस दौरान कांग्रेस बताएगी कि भाजपा ने पिछले विधानसभा चुनाव के दौरान जनता से कौन कौन से वादे किए थे। उनमें से कितने वादों को पूरा किया है और कितनों को नहीं। कांग्रेस भ्रष्टाचार, अपराध के अलावा महिला, किसान, गरीब और युवाओं के मुद्दों पर सरकार की घेराबंदी करेगी। इसके लिए मैदानी स्तर पर वरिष्ठ कांग्रेस नेताओं की एक प्रदेश स्तरीय समिति का गठन किया गया है। समिति प्रदेश में समय-समय पर होने वाली संगठनात्मक बैठकों, धरना, प्रदर्शन, आंदोलनों का एजेण्डा तैयार करने का काम करेगी। साथ ही केंद्र और प्रदेश की भाजपा सरकार की जनविरोधी नीतियों को उजागर करने के उद्देश्य से प्रारूप-संकलन तैयार करने का कार्य करेगी।

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