कांग्रेस की नजर अब पिछड़ा वर्ग के वोटर्स पर

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  • पायलट की सभाओं पर रहेगा जोर

    भोपाल/बिच्छू डॉट कॉम। कांग्रेस ने एक बार फिर से लोकसभा चुनाव में जाति का कार्ड खेला है। वह जाति के आधार पर वोटर्स को लुभाने के प्रयास में है। यही वजह है कि उसके सभी छोटे से लेकर बड़े नेता तक जातिगत जनगणना के मामले को जोरशोर से उठा रहे हैं। अहम बात यह है कि कांग्रेस इस तरह का प्रयोग लंबे समय से हिंदु मतदाताओं के बंटवारे के लिए करती आ रही है। यह बात अलग है कि जिस तरह का माहौल देश में बना हुआ है, उससे कांग्रेस की यह रणनीति अधिक सफल होती नहीं दिख रही है। इसके बाद भी कांग्रेस नेता राहुल गांधी के बाद अब कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे द्वारा अपने भाषणों में भी जातिगत जनगणना कराने का वादा किया जा रहा है। इसके साथ ही अब प्रदेश में मैदानी स्तर पर भी कांग्रेस जाति का खेल खेलने जा रही है। मध्यप्रदेश में आदिवासी बाहुल्य सीटों पर कांग्रेस का फोकस रहा है। ज्यादातर सीटों पर पहले चरण में चुनाव हो गए हैं। लिहाजा अब ओबीसी वोटर्स को साधने के प्रयास तेज करने की रणनीति बनाई गई है। यही वजह है कि प्रदेश स्तर पर जीतू पटवारी, अरुण यादव शुरुआत से ही मोर्चा संभाले हुए हैं। अब सचिन पायलट को मैदान में उतारने की तैयारी कर ली गई है। दरअसल अब जिना इलाकों में चुनाव होने हैं ,  उनमें पिछड़ा वर्ग के मतदाताओं का दबदबा माना जाता है। इनमें भी जातिगत समीकरण साधने के लिए जाति विशेष के नेताओं की सभाएं कराने की तैयारी की जा रही है।
    प्रियंका की भी होंगी सभाएं
    प्रदेश कांग्रेस द्वारा प्रदेश में चुनाव प्रचार के लिए पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा का कार्यक्रम भी प्रस्तावित किया गया है। पार्टी उनकी सभाएं मालवा के साथ-साथ ग्वालियर-चंबल अंचल में कराने की तैयारी में है। बताया जा रहा हैं कि मुरैना में मल्लिकार्जुन खरगे की सभा होनी थी, लेकिन उसे फिलहाल निरस्त कर दिया गया है। दूसरी तरफ प्रियंका गांधी के दौरे को लेकर भी सूचना पीसीसी नहीं पहुंची है। लेकिन कयास लगाए जा रहे हैं कि वें तीसरे चरण में प्रचार की कमान संभालेंगी।
    दो अंचलों में सभांए करेंगे पायलट
    प्रदेश के ग्वालियर व मालवांचल में ओबीसी मतदाताओं को कांग्रेस के पक्ष में करने के लिए पार्टी अपने बड़े नेता राजस्थान के पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट की सभाएं कराने जा रही हैं। इन दोनों अंचलों में से खासतौर पर ग्वालियर -चंबल अंचल में गुर्जर मतदाताओं की संख्या अच्छी खासी है। गुर्जर सताज इन दिनों भाजपा से नाराज भी बताया जा रहा है। इसके बाद भी भाजपा के साथ वह खड़ा दिख रहा है। इस अंचल की मुैरना, ग्वालियर, गुना ऐसी सीटें हैं,जहां पर यह वर्ग बेहद प्रभावी है। फिलहाल पायलट की सभाओं की शुरुआत 25 अप्रैल को मंदसौर, उज्जैन और देवास लोकसभा क्षेत्र में एक साथ तीन सभाएं कराई जाने की तैयारी है। प्रदेश कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता कुणाल चौधरी ने बताया कि राजस्थान के पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट के कार्यक्रम तय हो गए हैं। वे देवास लोकसभा के अंतर्गत आने वाले सोनकच्छ विधानसभा में सभा को संबोधित करेंगे। मंदसौर और उज्जैन में भी सभा और कार्यकर्ताओं से संवाद करेंगे। पार्टी ने मंदसौर से दिलीप सिंह गुर्जर को उम्मीदवार बनाया है जो नागदा खाचरोद से विधानसभा चुनाव हार गए थे। उधर, उज्जैन से तराना विधायक महेश परमार चुनाव लड़ रहे हैं।

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