भोपाल/बिच्छू डॉट कॉम। कांग्रेस ने यादवेंद्र यादव को टिकट देकर जातिगत समीकरणों में केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया को भले ही उलझा दिया हो , लेकिन इस मामले में अब यादव पूरी तरह से अकेले पड़ गए हैं। इसकी वजह है पार्टी के सबसे बड़े चेहरों में शामिल राहुल और प्रियंका गांधी अब तक गुना संसदीय सीट पर प्रचार करने नहीं आयी हैं और न ही अभी तक यह तय है कि यह नेता आएंगे भी या नहीं। लगभग यही हाल उन दलों के नेताओं के मामले में है, जो इंडी गठबंधन के सदस्य हैं। इस सीट पर भाजपा प्रत्याशी सिंधिया का पूरा परिवार चुनाव प्रचार तो कर रही रहा है साथ ही पार्टी केे कई बड़े नेता भी चुनाव प्रचार करने लगातार पहुंच रहे हैं। इसके अलावा प्रदेश संगठन भी प्रचार में ताकत लगाए हुए है। यही वजह है कि इस सीट पर गृहमंत्री अमित शाह मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव से लेकर शिवराज सिंह चौहान और उमा भारती तक की सभाएं हो चुकी हैं। इसके उलट कांग्रेस प्रत्याशी यादव को अभी भी पार्टी के राष्ट्रीय नेताओं के आने का इंतजार करना पड़ रहा है। कांग्रेस ने यादव को प्रत्याशी बनाते समय दावा किया था कि क्षेत्र के सामाजिक समीकरण साधे गए हैं और यह सिंधिया को उनके गढ़ में घेरने वाला मास्टर स्ट्रोक साबित होगा, लेकिन टिकट वितरण के बाद से सिंधिया के विरुद्ध कांग्रेस की ओर से प्रचार का अंदाज फीका नजर आ रहा है।
यह हैं हाल
राजनीति में सिंधिया बड़े चेहरे हैं, उनके विरुद्ध घेराबंदी के लिए कांग्रेस प्रत्याशी यादवेंद्र, अखिलेश यादव और तेजस्वी यादव की सभाओं की मांग लगातार कर रहे हैं, लेकिन उनकी यह मांग अब तक पूरी नहीं हो सकी है। इसके अलावा अब तक पार्टी की ओर से भी कोई स्टार प्रचारक नहीं आया है।
जयवर्धन का मिल रहा है साथ
पार्टी की तरफ से यादवेंद्र यादव को सर्वाधिक साथ जयवर्धन सिंह का मिल रहा है। राधौगढ़ के किले व ग्वालियर महल के बीच पटरी शुरू से नहीं बैठी। दिग्विजय सिंह और सिंधिया के बीच अदावत किसी से छुपी नहीं है। एक ही पार्टी में होने के चलते कभी-कभी मंच साझा करना पड़ता था, लेकिन सिंधिया के भाजपा में चले जाने के बाद यह मजबूरी भी नहीं रही है। राजनीति के जानकार और खुद सिंधिया मानते रहे हैं कि बीते चुनाव में उनकी हार की वजह दिग्विजय ही रहे हैं। इस बार दिग्विजय सिंह खुद राजगढ़ से प्रत्याशी हैं, लेकिन उनके विधायक पुत्र जयवर्धन सिंह गुना- शिवपुरी सीट के प्रभारी है। जयवर्धन शिवपुरी में ही डेरा डाले हुए हैं और यादवेंद्र के चुनाव की रणनीति तय कर रहे हैं। साथ ही इलाके में कई चुनावी सभाएं भी कर चुके हैं।
बंधी हुई है उम्मीद
फिलहाल यादव को बड़े नेताओं के चुनाव प्रचार में आने की उम्मीद बंधी हुई है। पांच मई को कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी की सभा तय हो गई है, इस बीच अखिलेश, तेजस्वी या गांधी परिवार से एक सभा मिल जाने की उम्मीद भी लगी हुई है। यादव ने अखिलेश यादव, तेजस्वी यादव की सभाएं मांगी हैं, साथ ही पार्टी से राहुल गांधी, प्रियंका गांधी की सभाओं की भी मांग की है। उनका कहना है कि बड़े नेताओं के ऊपर देश भर की जिम्मेदारी है, वे तूफानी सभाएं कर रहे हैं, इसलिए अभी तक सभा नहीं मिल सकी है।
02/05/2024
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