शर्ताें ने रोकी कांग्रेस पार्टी के सदस्यता अभियान की राह

  • प्रदेश स्तर से लगातार की जा रही है पूरी निगरानी…
कांग्रेस पार्टी

भोपाल/गौरव चौहान/बिच्छू डॉट कॉम।\ अपने नेताओं व कार्यकर्ताओं द्वारा लगातार दिए जाने वाले पार्टी विरोधी बयानों से कांग्रेस इस समय बेहद हलकान है, लिहाजा पार्टी के रणनीतिकारों ने इससे निपटने के लिए नया तरीका हलफनामें के रुप में निकाला है, लेकिन यही हलफनामा अब पार्टी के लिए बड़ी मुश्किल बन रहा है। यही वजह है कि पार्टी का सदस्यता अभियान तमाम प्रयासों के बाद भी गति नहीं पकड़ पा रहा है। दरअसल पार्टी की ओर से सदस्यता के लिए जिस फॉर्म का उपयोग किया जा रहा है। उसमें इस बार कई तरह के नए प्रावधान किए गए हैं। इस फार्म में दस बिंदुओं का उल्लेख है, जिसके एक बिंदु में शर्त है कि सदस्यता लेने वाले व्यक्ति को यह हलफनामा देना होगा कि वह पार्टी की नीतियों व निर्णयों की आलोचना सार्वजनिक तौर पर नहीं करेगा। यही नहीं दूसरी शर्त में कहा गया है कि सदस्यता लेने वाला कोई भी व्यक्ति कानूनी सीमा से अधिक संपत्ति को नहीं रखेगा। शर्तें यहीं नहीं समाप्त होती हैं बल्कि , एक अन्य शर्त में कहा गया है कि वह शराब और मादक पदार्थों (ड्रग्स) से दूरी बनाने के साथ  ही कांग्रेस की नीतियों व कार्यक्रमों को आगे बढ़ाने के लिए फिजिकल एफर्ट और जमीन पर काम करेगा। अब इतनी सारी बंदिशें तय किए जाने की वजह से पार्टी नेताओं को नए सदस्य बानने में भारी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। हालत यह है कि नए सदस्य बनाने के लिए नेताओं को पार्टी के द्वारा तय किए गए  हलफनामा को दरकिनार कर सदस्य बनाना पड़ रहा है। इस मामले में पार्टी के कुछ जिलाध्यक्षों का कहना है कि उनका प्रयास तो यह है कि नए सदस्य बनाते समय हलफनामा भरवाया जाए, लेकिन यदि वे हलफनामा के आधार पर सदस्य बनाने का पूरा प्रयास करेंगे, तो गिनती के ही सदस्य बना पाएंगे, ऐसे में पार्टी का मकसद ही पूरा नहीं हो सकेगा। उनका कहना  है कि उन्हें पार्टी द्वारा तय किए गए लक्ष्य को पाने के लिए मार्च तक समय दिया गया है। यही वजह है कि उन्हें मजबूरी में ऐसे लोगों को भी सदस्य बनाना पड़ रहा है जो नए मेंबरशिप फॉर्म में दी गई सभी शर्तों को मानने से आनाकानी कर रहे हैं। गौरतलब है कि पूर्व मुख्यमंत्री व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने 1 नवंबर को प्रदेश में पार्टी के सदस्यता अभियान का शुभारंभ किया था। इस अभियान के तहत पार्टी ने  31 मार्च तक 50 लाख सदस्य बनाने का लक्ष्य तय किया है। अभियान में अब तक कितने सदस्य बनाए गए, इसका डाटा अभी पार्टी संगठन के पास नहीं है। अगले माह पार्टी द्वारा सदस्यता अभियान की समीक्षा की जाएगी। इस समीक्षा में पता चलेगा की कितने सदस्य बनाए गए और सदस्य बनाने में कौन सा जिला पीछे है।
अभियान पर रखी जा रही है नजर
इस बार पार्टी के सदस्यता अभियान पर कांग्रेस के नेता लेतलाली नहीं कर पा रहे हैं। इसकी वजह है पार्टी संगठन के द्वारा लगातार अभियान पर नजर रखी जाना। पार्टी ने  इस अभियान पर नजर रखने का जिम्मा बतौर प्रदेश कांग्रेस उपाध्यक्ष प्रकाश जैन को दिया है। यही वजह है कि वे सुबह से शाम तक विधायकों, विधायकों, पूर्व विधायकों, जिलाध्यक्षों और अन्य पदाधिकारियों को फोन लगाकर सदस्यता अभियान का फीडबैक लेने में लगे रहते हैं।
मोबाइल एप पर भी दी जा रही सदस्यता
सदस्यता लेने के लिए किसी को भी प्ले स्टोर से कांग्रेस पार्टी मेंबरशिप एप इंस्टॉल करना होगा, एप पर रजिस्ट्रेशन करने, आईडी बनाने और जानकारी भरने के बाद एक सेल्फी लेनी होगी। इसके बाद डिजिटल आईडी कार्ड बन जाएगा। रजिस्ट्रेशन के लिए वोटर आईडी कार्ड का नंबर देना अनिवार्य है , जिससे पार्टी को सदस्य के पोलिंग बूथ की जानकारी मिल सके।

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