कमाई में वाणिज्यिक कर पड़ा अन्य… विभागों पर भारी

– 75 हजार 350 करोड़ रुपए की आय अर्जित कर भरा सरकारी खजाना

भोपाल/बिच्छू डॉट कॉम। प्रदेश सरकार के खजाने पर मंडराते आर्थिक संकट के बीच वाणिज्यिक कर विभाग ऐसा विभाग बनकर उभरा है, जिसके द्वारा अन्य विभागों की तुलना में सर्वाधिक कमाई की गई है। अगर इस विभाग की कमाई के आंकड़ों पर नजर डालें तो हाल ही में समाप्त हुए वित्त वर्ष में इस विभाग ने 75 हजार 350 करोड़ रुपए की कमाई की है। इसमें भी खास बात यह है कि कोरोना संकट के बाद से बीते दो सालों से प्रदेश सरकार के राजस्व संग्रहण में लगातार वृद्धि दर्ज की जा रही है। वाणिज्यिक कर विभाग ने वित्त वर्ष 2023-24 में 75 हजार 350 करोड़ रुपए का राजस्व अर्जित किया। यह राजस्व तीन मदों में प्राप्त हुआ है। इसमें वाणिज्यिक कर, महानिरीक्षक पंजीयन एवं अधीक्षक मुद्रांक और आबकारी शामिल है। राजस्व संग्रहण में बढ़ोतरी कर्ज लेकर काम चला रही सरकार के लिए बहुत अच्छा संकेत माना जा रहा है। विभाग की जानकारी के मुताबिक वाणिज्यक कर में राजस्व 2021-22 में 38,963 करोड़ रुपए था, जो 2023-24 में बढक़र 51,460 करोड़ रुपए हो गया। महानिरीक्षक पंजीयन एवं अधीक्षक मुद्रांक में 2021-22 में राजस्व 8160.7 करोड़ रुपए था, जो 2023-24 में बढक़र 10,320 करोड़ रुपए हो गया। ऐसे ही आबकारी में वर्ष 2021-22 में राजस्व 10,395 करोड़ रुपए था, जो 2023-24 में बढक़र 13,580 करोड़ रुपए हो गया। वर्ष 2021-22 में तीनों मदों को मिलाकर कुल राजस्व संग्रहण लगभग 57 हजार करोड़ था, जो दो वर्षों में बढक़र 75 हजार करोड़ से अधिक हो गया है। बीते एक साल में महानिरीक्षक पंजीयन एवं अधीक्षक मुद्रांक में राजस्व संग्रहण में सबसे ज्यादा वृद्धि हुई है। यह संपत्तियों के पंजीकरण को कवर करती है। वर्ष 2022-23 में महानिरीक्षक पंजीयन एवं अधीक्षक मुद्रांक में राजस्व संग्रहण 8890.72 करोड़ रुपए था, जो 2023-24 में बढक़र 10,320 करोड़ रुपए हो गया। इस अवधि में आबकारी मद में सबसे कम वृद्धि हुई, जो शराब के ठेकों से संबंधित है। वर्ष 2022-23 में इस मद में 13,005 करोड़ का राजस्व प्राप्त हुआ था, जो 2023-24 में बढक़र 13,580 करोड़ हो गया।

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