– इंदौर के नाम हुआ एक और अवार्ड, शहर को दिला चुके हैं कई खिताब
– आज इंदौर कलेक्टर को मिलेगा प्रधानमंत्री उत्कृष्टता पुरस्कार
भोपाल/हरीश फतेहचंदानी/बिच्छू डॉट कॉम। आज मप्र की व्यावसायिक राजधानी इंदौर स्वच्छता सहित अन्य क्षेत्रों में अव्वल है तो उसके पीछे एक अफसर का अमूल्य योगदान है। वह अफसर हैं 2009 बैच के आईएएस अधिकारी मनीष सिंह। पहले इंदौर नगर निगम आयुक्त और अब कलेक्टर के तौर पर इंदौर को उत्कृष्ट बनाने में जटे हुए हैं। उनकी लगन, सोच, जिद और मेहनत का ही परिणाम है कि आज इंदौर भारत ही नहीं बल्कि विश्व का सबसे स्वच्छ, आकर्षक और व्यवस्थित शहर बना है। इसके लिए शहर को कई अवार्ड मिल चुके हैं।
जिससे मप्र का मान बढ़ा है। अब स्वच्छता में नंबर वन शहर इंदौर के कलेक्टर मनीष सिंह को आज उत्कृष्ट कार्यो के लिए प्रधानमंत्री उत्कृष्टता पुरस्कार प्रदान किया जाएगा। कलेक्टर मनीष सिंह को यह पुरस्कार वर्ष 2020 में लोक प्रशासन में उत्कृष्ट कार्यों के लिए आज सिविल सेवा दिवस के अवसर पर दिया जा रहा है। आज का दिन इंदौर ही नहीं बल्कि मप्र के लिए भी गौरव का दिन है, क्योंकि स्वच्छता में सिरमौर इंदौर को एक बार पुन: पुरस्कृत किया जा रहा है। इंदौर के स्वच्छता के जन सहभागिता मॉडल को प्रधानमंत्री उत्कृष्टता पुरस्कार से सम्मानित किया जा रहा है। यह अवार्ड कलेक्टर मनीष सिंह द्वारा दिल्ली में ग्रहण किया जाएगा। वर्ष 2020 में लोक प्रशासन के क्षेत्र में प्रधानमंत्री उत्कृष्टता पुरस्कार की कैटेगरी स्वच्छ भारत मिशन (शहरी) के माध्यम से जन आंदोलन को बढ़ावा-जनभागीदारी के तहत इंदौर का चयन करते हुए केन्द्र सरकार द्वारा जिला कलेक्टर मनीष सिंह को इस क्षेत्र में प्रधानमंत्री उत्कृष्टता पुरस्कार से सम्मानित किया जा रहा है। कोविड के चलते पिछले 2 वर्षों से यह पुरस्कार घोषित नहीं हो पाया था।
इंदौर को स्वच्छता में नंबर वन बनाने में अहम योगदान: स्वच्छता का पंच लगा चुके शहर इंदौर को नंबर वन बनाने में मनीष सिंह का अहम योगदान रहा है, जहां कलेक्टर मनीष सिंह ने बतौर निगमायुक्त रहते हुए शहर को स्वच्छ बनाने के लिए एक बड़ा जन जागरण अभियान चलाया, जिसका परिणाम रहा कि इंदौर स्वच्छता सर्वेक्षण में लगातार पांच बार नंबर एक के पायदान पर बना रहा। वहीं अब इंदौर शहर स्वच्छता का छक्का लगाने की तैयारी कर रहा है।
2006 में शुरू हुई थी योजना
विदित है कि लोक प्रशासन के क्षेत्र में प्रधानमंत्री उत्कृष्टता पुरस्कार वर्ष 2006 में केन्द्र सरकार द्वारा योजना के रूप में प्रारंभ की गई थी, जिसमें सम्पूर्ण देश में विभिन्न जिलों अथवा केन्द्र/राज्य सरकार के संगठनों द्वारा किए गए असाधारण एवं अभिनव कार्यों को पुरस्कृत किया जाता है। राज्य शासन की विभिन्न स्कीम जिसमें स्वच्छ भारत मिशन भी शामिल है, को भी केन्द्र सरकार द्वारा मिशन मोड में लागू किया गया था। इसमें विभिन्न कार्यों के साथ-साथ नागरिकों की सहभागिता विभिन्न विभागों की योजनाओं का समावेश एवं टेक्नोलॉजी का उपयोग भी प्रधानमंत्री उत्कृष्टता पुरस्कार लोक प्रशासन के क्षेत्र में दिए जाने के पूर्व मापदण्डों के रूप में देखा जाता है। किसी भी मिशन मोड के कार्यक्रम जैसे स्वच्छ भारत मिशन का क्रियान्वयन करने में प्लानिंग, उसका क्रियान्वयन, विभिन्न संसाधनों की उपलब्धता तथा कम्यूनिटी/समाज की उसमें सहभागिता तथा सहयोग आवश्यक भाग रहते हैं तथा इन सभी मापदण्डों को अवार्ड के आंकलन में देखा जाता है।
कलेक्टर ने सफाई कर्मियों और जनता को समर्पित किया पुरस्कार: प्रधानमंत्री उत्कृष्टता पुरस्कार मिलने को लेकर कलेक्टर मनीष सिंह ने कहा कि, जिले के जनप्रतिनिधियों, शहर वासियों और सफाई कर्मियों की सक्रिय सहभागिता देश में उदाहरण बन चुकी है। साथ ही कलेक्टर मनीष सिंह ने यह पुरस्कार शहर के सफाई कर्मियों और जनता को समर्पित किया है। जानकारी के अनुसार यह पुरस्कार केंद्र सरकार की ओर से प्रत्येक राज्य के रेजिडेंट कमिश्नर के माध्यम से पुरस्कृत अधिकारियों को दिया जाएगा।
मनीष नहीं ये हैं ‘मशीन सिंह’
इंदौरी भी इस बात को स्वीकार करते हैं कि इंदौर को स्वच्छता में अव्वल बनाने में जिन अफसरों का योगदान रहा है उसमें मनीष सबसे ऊपर हैं। उनकी रात-दिन की मेहनत और सक्रियता का ही परिणाम है कि आज शहर स्वच्छता में नंबर वन है। पहले निगमायुक्त और अब कलेक्टर के तौर पर मनीष सिंह जिस तरह काम कर रहे हैं उससे उन्हें शहर के लोग मशीन सिंह कहते हैं। देर रात सफाई-व्यवस्था पर निगरानी हो या अलसुबह खुले में शौच से शहर को मुक्त करने के लिए बस्तियों का दौरा, दिन में अफसरों के साथ प्लानिंग हो या प्लानिंग का क्रियान्वयन सिंह अपनी टीम के साथ कंधे से कंधा मिलाकर काम करते नजर आते हैं। उनकी लगातार की गई मेहनत का परिणाम यह रहा कि वर्ष 2017 से इंदौर स्वच्छता रैंकिंग में पहले पायदान पर आ रहा है।
चुनिंदा आईएएस अधिकारियों को मिलता है पुरस्कार
उत्कृष्ट कार्यों के लिए चुनिंदा आईएएस अधिकारियों को यह पुरस्कार दिया जाता है। स्वच्छ भारत मिशन के माध्यम से जन आंदोलन को बढ़ावा-जन भागीदारी के तहत इंदौर का चयन करते हुए केंद्र सरकार की ओर से कलेक्टर मनीष सिंह को इस क्षेत्र में प्रधानमंत्री उत्कृष्टता पुरस्कार दिया जा रहा है। इंदौर कलेक्टर मनीष सिंह को मिलने वाले इस सम्मान को लेकर अधिकारियों के साथ-साथ शहरवासियों में भी खासा उत्साह देखा जा रहा है।
21/04/2022
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