पहले ही दिन सरकारी स्कूल की कक्षा में नहीं पहुंच सके बच्चे

सरकारी स्कूल
  • स्कूल परिसर में मुस्लिम परिवार ने जमाया डेरा और बनाया नॉनवेज

भोपाल/बिच्छू डॉट कॉम। शाजापुर जिले में ग्राम जादमी के शासकीय प्राथमिक विद्यालय में मंगलवार को उस समय सार्वजनिक रुप से नॉनवेज बनाया गया, जब प्रदेशभर सके सरकारी स्कूलों में प्रवेशोत्सव मनाया जा रहा था। दरअसल इसकी वजह है, स्थानीय सरपंच द्वारा अपने एक समर्थक को स्कूल में रहने के लिए दी गई जगह। सरपंच समर्थक मुस्लिम परिवार की इस करतूत की वजह से सत्र के पहले ही दिन बच्चे अपनी कक्षाओं तक में नही जा सके। उधर, इस मामले को लेकर दिनभर शिकवा शिकायतों का दौर चलने के बाद भी अब तक दोषियों पर कोई कार्रवाई नहीं की गई है, बल्कि जिम्मेदार किसी न किसी बहाने से मामले को टालने में लगे हुए हैं। अहम बात यह है कि, जिस स्कूल में यह सब हो रहा था, उसी स्कूल के एक हिस्से में आंगनबाड़ी केन्द्र भी संचालित होता है। स्कूल में मांस पकाने की घटना को लेकर ग्रामीणों में जमकर गुस्सा बना हुआ है। इस मामले में स्कूल की महिला टीचर का कहना है कि सरपंच के कहने पर यहां कुछ लोग रुके थे। उनके लिए नॉनवेज बन रहा था। यहां बैठना भी मुश्किल हो रहा है। आंगनबाड़ी कार्यकर्ता मंजू शर्मा का कहना है कि वे जब सुबह 10 बजे स्कूल पहुंची, तो वहां पर खाना बनाया जा रहा था। पूछने पर पता चला कि यहां नॉनवेज पकाया जा रहा है। स्कूल का पहला दिन होने से सुबह आंगनबाड़ी वाले बच्चे आ गए थे। उनका हम स्वागत करने वाले थे। लेकिन नॉनवेज पकने के कारण यहां पर आने वाली बदबू की वजह से खड़ा होना तक मुश्किल हो रहा था। इसकी वजह से कुछ देर बाद परिजन अपने बच्चों के लेकर वापिस चले गए। नॉनवेज बनने के कारण मुझे भी वहां पर बैठने में बहुत परेशानी आ रही थी , जिसकी वजह से मैंने स्कूल का दरवाजा भीतर से बंद कर लिया और अंदर ही बैठी रही। बच्चों के घर लौटने के बाद इसकी जानकारी ग्रामीणों को लगी तो वे तत्काल स्कूल पहुंचे। उन्होंने इसका विरोध किया तो नॉनवेज को वहां से हटाया गया। इस पूरे घटनाक्रम का ग्रामीणों ने वीडियो बनाकर संबंधित अधिकारी को भी भेजा है। इस मामले में स्कूल के शिक्षक नंदराम बैरागी का कहना है कि हमारी ओर से किसी को रहने की परमिशन नहीं दी गई थी। सरपंच  द्वारा जरुर कुछ लोगों को यहां ठहराया गया था। उन्हीं के लिए स्कूल के ग्राउंड में नॉनवेज बन रहा था। हमने पूछा तो बताया कि हमें कहा गया बाटी और सब्जी बन रही है। पहले हमें नहीं पती था कि यहां पर नॉनवेज पक रहा है। वहीं, नॉनवेज पका रहे पीर खां का कहना है कि उनके घर पर काम चल रहा है, यहां पर जगह खाली थी। इसलिए हम यहां पर साइड में झोपड़ी बनाकर रह रहे थे। कल बकरीद थी, इस कारण आज हम नॉनवेज बना रहे थे। आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और सहायक शिक्षक ने बताया कि सरपंच के कहने पर परिवार यहां रुका था। यह शासकीय प्राथमिक स्कूल है। यहीं पर आंगनबाड़ी भी संचालित होती है। वहीं, मामले में सरपंच रतनलाल ने बताया कि मैंने रहने के लिए मौखिक परमिशन दी थी। मुझे नहीं पता वहां क्या बनाया जा रहा है।
ग्रामीणों ने की शिकायत
ग्रामीणों ने बताया कि सुबह में नॉनवेज बनाने की सूचना मिली थी। इस पर हम स्कूल पहुंचे थे। वहां से नॉनवेज को तत्काल हटवाया गया। हमने मामले को लेकर कलेक्टर के नाम शिकायती आवेदन दिया है। डीपीसी राजेन्द्र क्षिप्रे ने बताया कि शासकीय स्कूल में नॉनवेज बनने का मामला मेरे संज्ञान में आया है। बीआरसी को मौके पर जांच के लिए भेजा गया है। जांच रिपोर्ट के मिलने के बाद कार्रवाई की जाएगी।

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