भाजपा कार्यालय में बैठना होगा कैबिनेट मंत्रियों को

भाजपा कार्यालय

भोपाल/बिच्छू डॉट कॉम। भारतीय जनता पार्टी  ने सरकार और संगठन के बीच बेहतर समन्वय के लिए नई रणनीति तैयार की है, जिसके तहत अब मंत्रियों को प्रदेश भाजपा कार्यालय में बैठकर पार्टी कार्यकर्ताओं की समस्याओं को सुनकर हल करना होगा। यह बात अलग है कि इस तरह के निर्देश पूर्व की भाजपा सरकारों के समय भी दिए गए थे, लेकिन तब तत्कालीन मंत्रियों ने इस पर अमल ही नहीं किया था। यही वजह है कि इस बार केन्द्रीय संगठन ने मॉडल तैयार किया है। यह देश के दूसरे राज्यों में लागू हो गया है। अब इसे मध्य प्रदेश में भी लागू किया जा रहा है।  इसमें भाजपा प्रदेश कार्यालय में  मंत्री बैठेंगे। वे प्रदेश के पार्टी कार्यकर्ताओं की समस्याओं को सुनेंगे और उनको हल करेंगे। इसे सहयोग केंद्र मॉडल नाम दिया गया है। इसमें भाजपा के कैबिनेट मंत्रियों की सप्ताह में पांच दिन बैठना होगा । उनके साथ संगठन का भी एक नेता साथ बैठेगा। ये सप्ताह में पांच दिन तीन घंटे कार्यालय में बैठेंगे। हालांकि अभी कब से शुरुआत होगी, मंत्री किस किस दिन और कितने समय बैठेंगे यह तय होना है। इसको लेकर केंद्रीय सह संगठन महासचिव शिवप्रकाश, मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव और प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा के बीच चर्चा हो चुकी है। इसे विस के मानसून सत्र के बाद लागू किया जा सकता है।
प्रदेश में इसलिए भी जरूरी
लोकसभा चुनाव के फीडबैक में कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों ने जनप्रतिनिधियों पर उनकी सुनवाई नहीं करने का आरोप लगाया है। इसके चलते कई जगह कार्यकर्ता प्रचार की जगह घर बैठ गए। इससे कई बूथों पर पार्टी को नुकसान हुआ।
यह भी पहल की जा रही
भाजपा अब कमजोर बूथों को जीतने के लिए विकास ओर टोली बैठक करके अपने आपको मजबूत करेगी। इसके लिए जिलों में विकास कार्यों के साथ ही संगठन के पदाधिकारियों और जनप्रतिनिधियों की बैठकों का आयोजन करेगी। इसमें कार्यकर्ताओं के बताए कार्यों को प्राथमिकता से करने पर काम किया जाएगा। इसके लिए विधायका, सांसदों और अन्य जनप्रतिनिधियों का प्रशिक्षण दिया जाएगा। जिसमें जिला व राज्य के संगठन पदाधिकारियों को भी बुलाया जाएगा। तत्कालीन सीएम शिवराज सिंह चौहान की सरकार के समय तीन मंत्रियों के पार्टी कार्यालय में बैठने को लेकर निर्णय लिया गया था।

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