योगी से आगे निकलने को तैयार… बुलडोजर मामा

बुलडोजर मामा

भोपाल/प्रणव बजाज/बिच्छू डॉट कॉम। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की छवि भले ही एक सहज, सौम्य और सरल राजनेता की है , लेकिन अब वे इसके उलट उतने ही सख्त नजर आना शुरू हो गए हैं। यही वजह है कि अब तक मामा के नाम से पुकारे जाने वाले शिव अब बुलडोजर मामा के नाम से पहचान बनाते जा रहे हैं। वे इस मामले में अब उप्र के मुख्यमंत्री योगी को पीछे  छोड़ने की तैयारी में है। इस  वजह  से ही  इन दिनों प्रदेश में शिवराज सिंह चौहान का बुलडोजर भी जमकर चल रहा है। सूबे में अपराधियों के घरों को तुरंत ही जमीदोंज किया जा रहा है। सूबे में इन दिनों शायद ही ऐसा कोई दिन जाता हो , जब कहीं न कहीं बुलडोजर न चल रहा हो। ताजा मामला खरगौन व सेंधवा का है। इन दोंनो ही जगहों पर दंगाईयों के मकानों पर बीते दो दिनों से कई बुलडोजर एक साथ चल रहे हैं।  यही नहीं अब तो शिव सरकार ने निजी व सरकारी संपत्ति का नुकसान करने वालों से उसकी वसूली की भी तैयारी कर ली है। खास बात यह है कि इधर शिव चेतावनी देते हैं और उधर, बुलडोजर चलना शुरू हो जाता है। खरगौन व सेंधवा के पहले इसी तरह का बुलडोजर रायसेन और श्योपुर में भी चल चुका है। श्योपुर में बलात्कारियों के घर और रायसेन में हिंसा फैलाने वालों के घरों पर बुलडोजर से कार्रवाई की गई है। रायसेन का खमरिया खुर्द गांव कुछ दिनों से हिंसा की चपेट में आया हुआ था, वहां पर बच्चों को लेकर हुई मामूली विवाद में दो समुदाय के बीच हिंसक टकराव हो गया था। एक पक्ष ने गोली चला दी जिससे राजू आदिवासी की मौत हो गई, जबकि कई लोग गंभीर रूप से घायल हो गए थे। इसके बाद सीएम शिवराज द्वारा कार्रवाई के कड़े निर्देश के बाद पुलिस ने कार्रवाई करते हुए बुलडोजर लगाकर चार मकान ध्वस्त कर दिए हैं। उधर, श्योपुर में 15 साल की नाबालिक से गैंगरेप की घटना के बाद सरकार का एक्शन नजर आया। नाबालिग से गैंगरेप की वारदात करने वाले तीनों आरोपियों के खिलाफ जिला प्रशासन ने बड़ी कार्यवाही करते हुए उनके  घरों पर बुलडोजर चलने की बड़ी कार्यवाही की तो वहीं दूसरी ओर तीनों आरोपियों की सरकारी जमीन पर कब्जा करते हुए पैदा की फसल पर भी बुलडोजर से  फसल नष्ट कर दी गई।
छतरपुर में आलीशन बंगले पर चला बुलडोजर: छतरपुर में आलीशान बंगले पर भी पुलिस और प्रशासन ने बड़ी कार्रवाई करते शातिर अपराधी के डेढ़ करोड़ के आलीशान मकान पर बुलडोजर चलाकर उसे मिनटों में धवस्त कर दिया। दरअसल, यह कार्रवाई छतरपुर जिले के दो नामी बदमाश पर की गई। वहां पर रामगढ़  के रहने वाले शहजाद खान उर्फ सोनू  के आलीशान मकान पर बुलडोजर चला दिया गया था। इस बंगले की कीमत करीब डेढ़ करोड़ रुपए थी। इसी तरह से योगेश पंडा के मकान को धवस्त किया जा चुका है।  
सटोरिया व सूदखोर के घर भी जमींदोज  पर
ब्यावरा जिले में एक सट्टा कारोबारी का अवैध मकान और सारंगपुर में सूदखोर के अवैध कब्जे को जमींदोज किया जा चुका है।  ब्यावरा में सट्टा कारोबारी फुरखान पिता अजमद खां निवासी मातामंड का दो मंजिला अवैध निर्माण प्रशासन ने ढहाया। उक्त कारोबारी सट्टे की खाईवाजी करता है, बड़े स्तर पर यह अवैध धंधा ब्यावरा के मातामंड क्षेत्र में चल रहा था , जिस पर लंबे समय से प्रशासन की निगाह थी। इसके बाद सारंगपुर के आस-पास के थानों के पुलिस बल और प्रशासन की मौजूदगी में एक बड़े सूदखोर हफीज सोल्जर निवासी सारंगपुर पर कार्रवाई की गई। उस पर हत्या, डकैती, लूट सहित अन्य धाराओं के कई दर्जनों मामले दर्ज है। वह अवैध तौर पर लोगों को रुपए देता था और बड़े स्तर पर ब्याज वसूलता था। उस पर सूदखोरी एक्ट के तहत मामला पंजीबद्ध किया गया था। उसका अवैध कब्जा भी पुलिस ने तोड़ डाला। सारंगपुर के वार्ड-13 नयापुरा स्थित कसाईवाड़े में करीब 2000 वर्ग फुट में उक्त अवैध कब्जा था। हाट मंडई वार्ड-12 में भी उक्त आरोपी का अवैध कब्जा है, उसे भी प्रशासन ने निशाना बनाया।
क्लेम ट्रिब्यूनल बनेगा, संपत्ति नुकसान की होगी वसूली
खरगोन दंगे के दौरान निजी और सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने वालों के खिलाफ दावों की सुनवाई के लिए क्लेम ट्रिब्यूनल बनेगा। इसके लिए राज्य सरकार एक रिटायर्ड जिला जज और एक रिटायर्ड सचिव स्तर के अधिकारी की नियुक्ति करने जा रही है। प्रदेश में गत दिसंबर में विधानसभा में पारित मप्र लोक एवं निजी संपत्ति को नुकसान का निवारण व नुकसान की वसूली विधेयक-2021 के तहत यह पहला क्लेम ट्रिब्यूनल होगा।   सरकार द्वारा क्लेम ट्रिब्यूनल गठित करने के बाद नुकसान के दावे आमंत्रित किए जाएंगे। सरकारी संपत्ति के मामले में कलेक्टर या कार्यालय प्रमुख और निजी संपत्ति के मामले में मकान या दुकान का मालिक या किराएदार भी क्लेम ट्रिब्यूनल के पास 30 दिन के भीतर आवेदन कर सकते हैं। ट्रिब्यूनल की ओर से नुकसान की जांच के लिए क्लेम कमिश्नर नियुक्त किए जाएंगे।

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