- 21 निजी कंपनियों के विमानों का किया गया उपयोग
- हरीश फतेहचंदानी
भले ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पार्टी के नेताओं को फिजूलखर्ची से बचने की नसीहत देते हैं, लेकिन प्रदेश के नेताओं का शायद इससे कोई वास्ता ही नहीं रहता है। यह हम नहीं कह रहे हैं बल्कि उन आंकड़ों से पता चलता है, जो स्वयं सरकार ने हवाई यात्रा को लेकर दिए हैं। सरकार के उत्तर में बताया गया है कि मध्यप्रदेश में वर्ष 2010 से 2020 के बीच प्रदेश के मंत्रियों, वीआईपी और अन्य पात्र व्यक्तियों ने 21 निजी कंपनियों के विमानों से जमकर हवाई यात्राएं कर अपने को भाजपा का हवाई नेता बना डाला। इसके लिए इन निजी कंपनियों को 113 करोड़ 59 लाख रुपए का किराया दिया गया। इसके अलावा राज्य सरकार ने खुद के विमानों से की गई हवाई यात्राओं पर भी 7 करोड़ 48 लाख रुपए र्ईधन पर भी खर्च किए हैं।
इन कंपनियों की भी ली सेवाएं
इसके अलावा भी सरकार के नेताओं ने कई फ्लाइट्स के लिए करोड़ों का भुगतान किया है। जिनमें एयर किंग चार्टर नई दिल्ली, ओएसएस एविएशन भोपाल, स्काइलिफ्ट एविएशन नई दिल्ली, फ्लेप्स एविएशन नई दिल्ली, इनोवेटिव एविएशन दिल्ली, पिनेकल एयर नई दिल्ली, जेस्ट एविएशन, एविएशन दिल्ली, पिनेकल एयर, दिल्ली, जेस्ट एविएशन दिल्ली, सूर्या एविएशन, एलोफ्ट एविएशन दिल्ली सराया एविएशन दिल्ली, डीबी एयर भास्कर एक्स ऑइल भोपाल, एयर वक्र्स दिल्ली, एस्ट्रो एयर चार्टर नई दिल्ली तथा कोरियन आयरन एंड स्टील दिल्ली शामिल हैं। विधानसभा में इस सवाल के उत्तर में सरकार की तरफ से जवाब आया है। कांग्रेस के मेवाराम जाटव के सवाल पर विधानसभा में दिए गए जवाब में यह जानकारी दी गई है।
35 माह में 39 करोड़ फूंके
अगर इस कार्यकाल की बात की जाए तो विधानसभा में दी गई जानकारी में बताया गया है कि 35 माह में की गई हवाई यात्राओं पर 39 करोड़ 35 लाख 41 हजार 113 रुपये खर्च कर दिए गए। यह अवधि 1 अप्रैल 2020 से लेकर 1 मार्च 2023 तक की है। अगर इसका हर माह का औसत खर्च निकाला जाए तो हर माह 1129746.08 रुपये होता है। इस दौरान कुल 1395 हवाई यात्राएं की गईं। उत्तर में बताया गया है कि राजकीय विमान और हेलीकॉप्टर उपलब्ध नहीं होने पर किराये पर विमान और हेलीकॉप्टर लेकर की गई हवाई यात्राए। खास बात यह है कि इस दौरान शासकीय विमान से 94 शासकीय हेलीकॉप्टर से 982, निजी विमान से 222 एवं निजी हेलीकॉप्टर से 97 यात्राएं की गई हैं।
दो कंपनियों को दिया सर्वाधिक किराया
मध्यप्रदेश में नेताओं और मंत्रियों की हवाई यात्रा पर सबसे अधिक किराया दो निजी कंपनियों के विमानों के लिए दिया गया। इसमें मेसर्स सारथी एयरवेज प्राइवेट लिमिटेड नई दिल्ली को 52 करोड़ 83 लाख, 38 हजार 16 रुपए और मेसर्स ऐसे एयरक्राफ्ट सेल्स एंड चार्टर प्राइवेट लिमिटेड नई दिल्ली को 30 करोड़ 25 लाख 20 हजार 774 रुपए किराए के रूप में दिया गया। मेसर्स एयर चार्टर सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड नई दिल्ली को 17 करोड़, 47 लाख 39 हजार 14 रुपए किराए के रूप में दिए गए। इसके अलावा मेसर्स वीएसआर वेंचर्स प्राइवेट लिमिटेड नई दिल्ली को 5 करोड़ 57 लाख 90 हजार 511. ऑर्बिट एविएशन प्राइवेट लिमिटेड नई दिल्ली को 2 करोड़ 4 लाख 3 हजार 590 रुपए, स्थान एयर प्राइवेट लिमिटेड नई दिल्ली को 2 करोड़ 53 लाख 4825 रुपए का किराया दिया गया।
एक हवाई जहाज व एक हैलीकाफ्टर
प्रदेश सरकार के हवाई बेड़े में अभी एक हेलीकॉप्टर व एक हवाई जहाज है। इसमें से हवाई जहाज कोरोना काल में ग्वालियर में दुर्घटनाग्रस्त हो चुका है। जिसकी वजह से उसका उपयोग नहीं हो पा रहा है जबकि, हैलीकाफ्टर में रात में उड़ान भरने की सुविधा नहीं है। इसकी वजह से सरकार द्वारा किराए के हवाई जहाज व हेलीकॉप्टर की सेवाएं ली जाती हैं।