-मार्च में आयोजित कार्यक्रम में शामिल होंगे प्रधानमंत्री
भोपाल/गौरव चौहान/बिच्छू डॉट कॉम। प्रदेश में अब भाजपा और कांग्रेस का पूरा फोकस आगामी विधानसभा चुनाव पर है। भाजपा विभिन्न कार्यक्रमों के माध्यम से हर वर्ग को साधने में लगी हुई है। इसी कड़ी में पार्टी युवाओं पर फोकस करने जा रही है। गांव से लेकर शहर तक के युवाओं को रिझाने की रणनीति पर काम कर रही है। इसके लिए पार्टी आगामी मार्च-23 में पूरे प्रदेश से दो लाख खिलाड़ियों और खेल प्रेमियों की उपस्थिति में भोपाल में खेल महाकुंभ का आयोजन कर रही है। पार्टी को उम्मीद है कि युवाओं के माध्यम से वह हर घर में पहुंच बनाएगी। गौरतलब है कि प्रदेश में कुल मतदाताओं में युवा मतदाताओं (20 से 29 वर्ष) की संख्या तकरीबन 30 प्रतिशत है। गौरतलब है कि मप्र में युवा सबसे बड़ा वोट बैंक हैं। इस वोट बैंक को साधने के लिए भाजपा मुख्यमंत्री, सांसद, विधायक, महापौर आदि के नाम पर खेल प्रतियोगिताएं कराती आ रही है। इसी दिशा में पार्टी आगामी मार्च- 23 में पूरे प्रदेश से दो लाख खिलाड़िय़ों और खेल प्रेमियों की उपस्थिति में भोपाल में खेल महाकुंभ का आयोजन कर रही है। इस विशाल क्रीड़ा कुंभ में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को आमंत्रित किया जा रहा है। इस कार्ययोजना की जिम्मेदारी पार्टी ने खेल प्रकोष्ठ की सौंपी है। तैयारियों के तहत खेल प्रकोष्ठ की संभाग स्तरीय बैठके शुरू हो गई हैं। अभी तक इंदौर, रीवा और जबलपुर संभाग की बैठकें हो चुकीं हैं, एवं जल्द ही भोपाल, उज्जैन, नर्मदापुरम की बैठक होने वाली हैं।
14 खेलों पर फोकस
तय कार्यक्रम के तहत पार्टी 14 खेलों पर फोकस कर रही है। इन सभी की प्रतियोगिताएं इसी माह शुरू होंगी। मंडल से ब्लॉक, ब्लाक से जिला, जिला से संभाग और संभाग से प्रदेश की खेल टीम बनेगी। सभी 14 खेलों का फाइनल भोपाल में होगा तथा समापन कार्यक्रम में प्रदेश भर के प्रतिभागियों और खेल प्रेमियों का जमावड़ा भोपाल में होगा। भाजपा की प्लानिंग है कि इस इवेंट को प्रदेश में हुए अब तक के सबसे बड़े स्पोर्ट्स इवेंट के नाम से जाना जाये। इससे पूर्व पार्टी हर जिले में सांसद खेल महोत्सव और फिर प्रदेश स्तरीय खजुराहो खेल महोत्सव आयोजित कर चुकी है। आयोजन में प्रदेश के अजा-जजा, पिछड़ा, तथा दिव्यांगों के लिए भी खेल प्रतियोगिताएं आयोजित की जाएंगी। भोपाल में होने वाले आयोजन में दो लाख खिलाडिय़ों और युवाओं का एकत्रीकरण करने की कार्ययोजना बनाई जा रही है। भाजपा खेल प्रकोष्ठ के पदाधिकारियों का मानना है कि ये लक्ष्य मुश्किल जरूर है.. पर असंभव नहीं। क्योंकि खजुराहो खेल महोत्सव में मात्र 12 दिन की तैयारियों और कोरोना भय के बाद भी 17 हजार खिलाड़ियों का एकत्रीकरण हुआ था।