मप्र में लाखों लोगों को रामलला का दर्शन कराएगी भाजपा

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गौरव चौहान/बिच्छू डॉट कॉम। लोकसभा चुनाव की रणनीति तैयार करने को लेकर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और भाजपा के दिग्गज पदाधिकारियों ने गुरुवार को सीहोर में करीब तीन घंटे बैठक कर रणनीति बनाई। बैठक में तय किया गया कि 22 जनवरी को राम दीपावली मनाई जाएगी। घर-घर में 11 दीपक जलाने का अभियान चलाया जाएगा। मंदिरों में महाआरती होगी, जिसमें बड़े नेता शामिल होंगे। साथ ही हर लोकसभा सीट से सामाजिक कार्यकर्ताओं को अयोध्या दर्शन कराने के लिए अभियान चलाया जाएगा। अयोध्या के राम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा होने के बाद भाजपा लोगों को अयोध्या दर्शन कराएगी। इस दौरान लोगों को बताया जाएगा कि कैसे भाजपा ने राम मंदिर की लड़ाई लड़ी। पहले स्वरूप कैसा था, आज क्या है। इसका फायदा आर्थिक, सामाजिक और धार्मिक आधारों पर क्या होने वाला है। मप्र से करीब 2.90 लाख से अधिक लोगों को रामलला के दर्शन कराया जाएगा।
भाजपा सूत्रों का कहना है कि मिशन 2024 को देखते हुए भाजपा ने लोगों को रामलला के दर्शन कराने की रणनीति बनाई है। इसके तहत टारगेट यह है कि हर लोकसभा सीट से 5-5 हजार लोग, जबकि हर विधानसभा क्षेत्र से 2-2 हजार लोगों को यहां लाया जाएगा। जिन राज्यों में भाजपा का कोई सांसद या विधायक नहीं है, वहां का प्रतिनिधि 2-2 हजार लोगों की व्यवस्था करेगा।
डेढ़ माह तक राम मंदिर कैम्पेन ड्राइव चलेगा: भाजपा सूत्रों का कहना है कि प्रदेश में नई सरकार बनने के बाद भाजपा की पहली चिंतन बैठक में दिग्गजों ने आगे के रोडमैप तय किए हैं। लोकसभा चुनाव में महज तीन माह बाकी हैं। ऐसे में सबसे पहले लोकसभा के लक्ष्य तय किए गए हैं। चुनावी बिसात पर दांव-पेच की रणनीति तय कर आगे का रोडमैप बड़े नेताओं के सामने रखा। इसके तहत 22 जनवरी के बाद डेढ़ माह तक राम मंदिर कैम्पेन ड्राइव चलेगा। इसमें हर लोकसभा सीट से 10 हजार यानी कुल 2.90 लाख लोगों को भाजपा रामलला के दर्शन कराएगी। इतना ही नहीं, आचार संहिता के पहले ही फरवरी मध्य या अंत तक लोकसभा के लिए प्रत्याशियों की पहली सूची जारी कर सकती है। यह प्रयोग विधानसभा चुनाव के दौरान अपनाया गया था। इसके अच्छे नतीजे देख लोकसभा चुनाव में अपनाए जा सकते हैं। इसके संकेत औपचारिक व अनौपचारिक बैठक में दिए गए। बैठक में प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने कहा, विधानसभा में जो कमजोर क्षेत्र रह गए, उन पर काम करें। सीहोर की चिंतन बैठक राष्ट्रीय सह-संगठन महामंत्री शिवप्रकाश, सीएम डॉ. मोहन यादव, प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा और केंद्रीय सदस्यीय बोर्ड सदस्य सत्यनारायण जटिया ने ली। बैठक में क्षेत्रीय संगठन महामंत्री अजय जामवाल, पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, व अन्य मौजूद थे।
सांसद-विधायक तैयार करेंगे लिस्ट
मप्र भाजपा के सूत्रों का कहना है कि कोर कमेटी ने तय किया है कि मौजूदा सांसद-विधायक ऐसे लोगों की लिस्ट तैयार करा लें। जिन्हें अयोध्या लेकर जाना है। 5-5 हजार लोगों के जत्थों को 23 जनवरी के बाद रामलला के दर्शन के लिए लेकर जाना है। दूर से आने वाले श्रद्धालुओं को ट्रेनों के जरिए अयोध्या लाया जाएगा। लोगों को लाने, ठहरने और भोजन की पूरी व्यवस्था सांसद-विधायक अपने फंड से करेंगे। यहां चुनावी एजेंडा यह है कि भाजपा के मंत्री, सांसद, विधायक और संगठन पदाधिकारी लोगों को बताएंगे कि 500 साल में जो नहीं हो सका। उसको भारतीय जनता पार्टी ने कर दिखाया। पॉलिटिकल माइलेज तब मिलेगा, जब यही लोग अपनी-अपनी लोकसभा क्षेत्र में लौटकर अयोध्या का डेवलपमेंट, राममंदिर और उससे जुड़े प्रयासों को लोगों तक पहुंचाएंगे।
ये लक्ष्य भी तय किए
जानकारी के अनुसार बैठक में कई लक्ष्य तय किए गए। जिसमें हारे बूथ व हारी सीटों पर प्रभारी तैनात होंगे। बड़े नेताओं को अंचल व मंत्रियों को जिले का प्रभार दिया जाएगा। फरवरी मध्य या अंत तक टिकट की पहली सूची जारी होगी। बूथ, पन्ना-अद्र्धपन्ना, मंडलम, जिला, संभाग, राज्य पर काम होगा।  वोट शेयर में बूथ से लेकर राज्य स्तर तक 10 प्रतिशत वृद्धि का लक्ष्य है। दलित-आदिवासी अंचल और छिंदवाड़ा-मंडला में अधिक काम करना होगा। वहीं बैठक में तय हुआ कि हारी सीटों और हारे बूथों की जिम्मेदारी तय होगी। इसमें सभी बड़े नेताओं और मंत्रियों को जिम्मेदारी दी जाएगी। चिंतन बैठक में लोकसभा चुनाव में 10 प्रतिशत वोट शेयर बढ़ाने का लक्ष्य दिया है। विधानसभा में 48 प्रतिशत तक वोट शेयर हासिल हो चुका है। विधानसभा में बूथ नेटवर्क की राष्ट्रीय स्तर पर सराहना हो चुकी है। दूसरे राज्यों को इसे फॉलो करने को कहा है।

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