आधे नए चेहरों के साथ भाजपा खिलाएगी 29 कमल

  • भाजपा में प्रत्याशियों को लेकर तेज हुई रायशुमारी

गौरव चौहान/बिच्छू डॉट कॉम। मध्य प्रदेश भाजपा लोकसभा चुनाव की तैयारी में जुट गई है। पार्टी इस बार प्रदेश की सभी 29 सीटों को जीतने के टारगेट पर काम कर रही है। इसके लिए पार्टी ने प्रत्याशियों के लिए रायशुमारी तेज कर दी है। पार्टी में प्रत्याशी के लिए सांसद, विधायक, 2023 विधानसभा चुनाव के हारे हुए प्रत्याशी, लोकसभा क्षेत्र के राष्ट्रीय, प्रदेश पदाधिकारी, पूर्व विधायक, पूर्व सांसद, मोर्चों के प्रदेश अध्यक्ष, राष्ट्रीय पदाधिकारी, जिला अध्यक्ष, जिला पदाधिकारी, महापौर, नगर निगम, पालिका, नगर परिषद अध्यक्ष, जिला, जनपद पंचायत अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, नगर निगम के नेता प्रतिपक्ष, पूर्व जिलाध्यक्ष, जिला कोर कमेटी के शेष रहे सदस्य आदि सभी नेताओं से रायशुमारी की जा रही है। इनसे एक, दो व अधिकतम तीन नाम देने को कहा गया है। ये नाम उन्हें एक पर्ची पर लिखकर देने हैं। सूत्रों के अनुसार इस बार भाजपा तकरीबन आधी सीटों पर नए चेहरे उतारेगी।
मिशन 2024 के तहत प्रदेश की सभी सीटों को जीतने के लिए भाजपा शोर से ज्यादा जनसंपर्क पर फोकस कर रही है। भाजपा केंद्र सरकार की योजनाओं के हितग्राहियों को साधने पूरा फोकस लगा रही है। पार्टी सूत्रों के अनुसार लोकसभा चुनाव में पार्टी आधे नए चेहरों को मैदान में उतारेगी। भाजपा को लोकसभा चुनाव फेवरेबल दिख रहा है, इसलिए नई लीडरशिप तैयार करने के लिए वह नए चेहरे को मौका दे सकती है। इसके लिए एक-एक सीट पर प्रत्याशी के चयन के लिए जातिगत समीकरण बैठाया जा सकता है। भाजपा ने 2019 में प्रदेश में लोकसभा की  28 सीटों पर जीत दर्ज की थी। छिंदवाड़ा की एक सीट पर कांग्रेस ने कब्जा जमाया था। यहां से कमलनाथ के बेटे नकुलनाथ सांसद हैं। इस सीट को जीतने के लिए भी भाजपा हर संभव कोशिश में जुटी हुई है। भाजपा ने 2024 के लिए 29 में से 29 सीटें जीतने का लक्ष्य रखा है। इसलिए भाजपा करीब आधे सांसदों के टिकट काट सकती है। दरअसल, भाजपा की रणनीति नए और युवा चेहरों को मैदान में उतारने की है। जानकारी के अनुसार भाजपा ने सभी सीटों पर अपनी रायशुमारी कर ली है।
कल दिल्ली में मंथन
प्रदेश के लोकसभा प्रत्याशियों को लेकर गुरुवार को दिल्ली में मंथन होने वाला है। यहां प्रत्येक सीट पर कलस्टर प्रभारियों को मिले फीडबैक, भाजपा के आंतरिक सर्वे के आधार पर नामों पर रायशुमारी की जाएगी। यहां होने वाली मैराथन बैठक में सबसे पहले उन सीटों पर चर्चा होगी, जहां भाजपा की जीत पक्की है। इसके बाद उन सीटों पर बात की जाएगी, जहां चेहरे बदलने की जरूरत है। भाजपा का लक्ष्य इस चुनाव में राज्य की सभी 29 सीट जीतने का है। इसमें प्रबंधन की बागडोर शाह ने अपने हाथ में ले रखा है। वह राज्य में जाकर नब्ज टटोल चुके हैं। अब कलस्टर प्रभारियों से उनके लोकसभा सीट पर चर्चा की जाएगी। सूत्र बताते हैं कि भाजपा नेतृत्व पूरी तरह से ठोक-पीटकर इस बार टिकट देगा। पहले उन सीटों पर चर्चा होगी, जहां मजबूत नाम हैं। इसके बाद कमजोर सीटों पर चर्चा की जाएगी। कमजोर सीटों पर कई दृष्टि से समीक्षा की जाएगी। वहां ऐसे नामों पर विचार किया जाएगा, जो प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की ईमानदार छवि के साथ मेल खाए। इसके अलावा मतदाताओं के बीच सम्पर्क और संवाद उसका बेहतर हो। भाजपा का इस बार खास फोकस, छिंदवाड़ा के अलावा मंडला, झाबुआ, सीधी, शहडोल, बालाघाट सीटों पर रहने वाला है। वनवासी समाज वाली इन सीटों पर भाजपा ऐसे उम्मीदवार देगी, जो इस समाज के बीच में मोदी के प्रति पैदा हुए विश्वास को मजबूती देने वाला हो। सूत्र बताते हैं कि 28 फरवरी को होने वाली बैठक में मुख्यमंत्री मोहन यादव, प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा, संगठन महामंत्री हितानंद के अलावा कलस्टर प्रभारी उपमुख्यमंत्री राजेन्द्र शुक्ला, राज्य के मंत्री कैलाश विजयवर्गीय, प्रहलाद सिंह पटेल, भूपेंद्र सिंह, नरोत्तम मिश्रा को भी बुलाया गया है।
3 नामों का पैनल हो रहा तैयार
लोकसभा चुनाव की तारीखों के ऐलान से पहले भाजपा ने प्रत्याशी चयन की प्रक्रिया शुरू कर दी है। इसके लिए रायशुमारी कराई जा रही है। प्रदेश सरकार के मंत्रियों के साथ संगठन के पदाधिकारी, पूर्व संगठन मंत्री और वरिष्ठ नेता लोकसभा क्षेत्रों में पहुंचकर जनप्रतिनिधियों समेत संगठन के नेताओं का मन जान रहे हैं। इन नेताओं से से बात कर उनसे नाम लिए जाएंगे। यह नाम प्रदेश संगठन के जरिए केन्द्रीय चुनाव समिति तक पहुंचेंगे। इसके बाद प्रत्याशियों के चयन पर विचार करने बैठक आयोजित की जाएगी। भाजपा ने दो सप्ताह पहले खाली हुई पांच और हारी हुई एक सीट पर अपने नेताओं को भेजकर रायशुमारी कराई थी। भोपाल में मंत्री चेतन्य काश्यप और पूर्व मंत्री जयभान सिंह पवैया, इंदौर में विधायक हेमंत खंडेलवाल और पूर्व विधायक यशपाल सिंह, ग्वालियर में मंत्री प्रहलाद पटेल के साथ शैलेन्द्र शर्मा, उज्जैन में मंत्री नारायण सिंह पवार के साथ पूर्व सांसद आलोक संजर ने रायशुमारी की। वहीं झाबुआ में मंत्री गौतम टेटवाल और प्रदेश मंत्री रजनीश अग्रवाल, भिंड का जिम्मा मंत्री विश्वास सारंग और पूर्व संगठन मंत्री जयपाल सिंह चावड़ा को, सागर में मंत्री नारायण सिंह कुशवाह, सतना मेयर योगेश ताम्रकार, सतना में प्रदेश महामंत्री भगवानदास सबनानी, मंत्री नरेन्द्र शिवाजी पटेल, रीवा में मंत्री तुलसी सिलावट, कोषाध्यक्ष अखिलेश जैन, गुना में मंत्री कृष्णा गौर, पूर्व संगठन मंत्री सुरेश आर्य, शहडोल में मंत्री नागर सिंह चौहान, पूर्व संगठन मंत्री शैलेन्द्र बरूआ, विदिशा में मंत्री निर्मला भूरिया, प्रदेश महामंत्री कविता पाटीदार, राजगढ़ में मंत्री राजेन्द्र शुक्ला, प्रदेश मंत्री प्रभुदयाल कुशवाह, देवास में मंत्री धर्मेन्द्र लोधी, लता वानखेड़े, धार में मंत्री करन सिंह वर्मा, पूर्व मंत्री कमल पटेल रायशुमारी कर रहे हैं। रायशुमारी का निर्णय केन्द्रीय संगठन का है। इसके लिए प्रदेश संगठन ने केन्द्रीय नेताओं के परामर्श से रायशुमारी करने वाले नेताओं के नाम तय किए है। इन सभी के द्वारा तीन-तीन नामों का पैनल तैयार किया जाएगा।

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