- कई चुनावी कामकाज की तैयारियों की भी होगी समीक्षा
हरीश फतेहचंदानी/बिच्छू डॉट कॉम। रक्षाबंधन का त्यौहार होते ही अब एक बार फिर भाजपा पूरी ताकत के साथ चुनावी तैयारियों में सक्रिय हो गई है। इसके तहत आज पार्टी संगठन ने अपने दिग्गज नेताओं की बेहद अहम बैठक बुलाई है। बैठक में जहां पार्टी प्रत्याशियों की दूसरी सूची पर मुहर लगने की संभावना है तो वहीं, इस दौरान अब तक लिए गए तमाम निर्णयों, जन आशीर्वाद यात्रा, विधानसभा सम्मेलन, रथ की तैयारी, घोषणा-पत्र समिति के काम की समीक्षा भी की जाएगी। अहम बात यह है कि इस दौरान उन सीटों को लेकर खासतौर पर चर्चा की जाएगी जिन पर प्रत्याशी घोषित किए जा चुके हैं। इन सीटों की जीत का जिम्मा पार्टी अलाकमान ने राष्ट्रीय सह संगठन महामंत्री शिवप्रकाश, चुनाव प्रबंधन समिति के संयोजक नरेंद्र सिंह तोमर, राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय, प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा और प्रदेश संगठन महामंत्री हितानंद को सौंपा है। इन सभी को पांच-पांच सीटें दी गई हैं। दरअसल पार्टी के यह दिग्गज नेता दो से तीन दिनों तक मैराथन बैठकें करने जा रहे हैं। पार्टी ने पिछले दिनों हारी हुई 64 सीटों के लिए अपने संभावित प्रत्याशियों की सूची तय कर ली है, जिसे केन्द्रीय नेतृत्व के पास भेजा जा चुका है। आज से शुरु हो रही बैठकों में कम अंतर से जीती हुई सीटों के बारे में भी चर्चा होगी। दरअसल पार्टी अपनी दूसरी सूची भी जल्द ही जारी करने की तैयारी कर रही है। इसके लिए होमवर्क लगभग पूरा कर लिया गया है। अब इस पर अंतिम चर्चा भर होना है। इसके बाद इस सूची को दिल्ली भेज दिया जाएगा। दरअसल टिकट वितरण में कांग्रेस को पीछे छोड़ चुकी भाजपा अपनी दूसरी सूची भी जल्द जारी कर सकती है। इसके लिए भोपाल में 9 जिम्मेदारों ने कई अलग-अलग बैठकों में गहन मंथन किया है और 64 हारी हुई सीटों पर दो से तीन नामों का पैनल तैयार किया जा चुका है। इसमें से कुछ सीटों पर तो एक-एक ही नाम है। गौरतलब है कि भाजपा सबसे पहले अपनी उन 103 विधानसभा सीटों पर प्रत्याशी घोषित कर रही है, जहां उनके विधायक नहीं है।
इनमें से 39 विधानसभा के प्रत्याशियों की पहली सूची पहले जारी हो चुकी है, जबकि शेष 64 सीटों पर प्रत्याशी तय करने का काम भी भोपाल स्तर पर पूरा कर लिया गया है। बताया गया है कि इसके लिए पार्टी ने तमाम जानकरी जुटाने के बाद इन हारी हुई सीटों से तीन -तीन नामों का पैनल मांगा था। यह नाम आने के बाद प्रदेश चुनाव प्रभारी भूपेन्द्र यादव, चुनाव प्रबंधन के संयोजक नरेन्द्र सिंह तोमर, सीएम शिवराज सिंह चौहान और प्रदेशाध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा सहित अन्य प्रमुख नेताओं द्वारा मिले नामों पर कई बार बैठकें कर मंथन किया है। इसके बाद यह सूची तैयार कर ली गई है। अब इस सूची को अंतिम रुप देने के लिए सर्वे से मिलान करने का काम ही रह गया है। दिल्ली से दूसरी सूची जारी होने के बाद इन निर्णयकर्ताओं द्वारा अपनी जीती हुई सीटों के उम्मीदवारों को लेकर मंथन किया जाएगा, विशेषकर उन क्षेत्रों के बारे में पहले फैसला होगा, जहां भाजपा के सर्वे में मौजूदा विधायक कमजोर आंका गया है, यानि कि टीम इस बात की सिफारिश करेंगी, कि कमजोर कड़ी के कितने विधायकों को इस बार घर बैठाया जाए।
चुनावी काम में लगेंगे निगम-मंडल पदाधिकारी
चुनाव प्रबंधन समिति से ठीक पहले भाजपा संगठन ने सभी निगम-मंडलों में नियुक्त पार्टी नेताओं की अलग से बैठक बुलाई है। प्रदेशभर में 49 निगम, मंडल और प्राधिकरण हैं, जिनमें अध्यक्ष, उपाध्यक्ष और सदस्य के रूप में पार्टी के नेताओं को राज्य सरकार ने नियुक्त किया है। इसके अलावा 50 अलग-अलग बोर्ड, अकादमी और समितियां हैं, जहां पार्टी से जुड़े लोगों को सरकारी नियुक्तियां की गई हैं। विधानसभा चुनाव में भाजपा प्रचार और प्रबंधन के लिए इन्हें जिम्मेदारियां दी जा रही है। इनमें से जो नेता पहले संगठन का काम देख चुके है, उन्हें कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं वाली सीट का प्रभार दिया जा सकता है।
थमे विरोध के स्वर
39 सीटों के लिए पहली सूची जारी होने के बाद जिस तरह से असंतोष के स्वर तेज हुए थे , उन्हें अब लगभग शांत करा लिया गया है। इसको केन्द्रीय नेतृत्व ने गंभीरता से लेते हुए स्वयं संज्ञान में लिया और अपने स्तर पर असंतोष को समाप्त करने हेतु कई तरह के ठोस कदम उठाएं। सूत्रों की माने तो जहां टिकट को लेकर विरोध हो रहा था, वहां दिल्ली ने अपनी एक टीम भेजी, जिसने नाराज कार्यकताओं से अलग-अलग मुलाकात कर उन्हें हाईकमान का संदेश दिया। इसका असर यह हुआ कि असंतुष्ट टिकट के दावेदारों ने पार्टी के अधिकृत प्रत्याशी के पक्ष में काम करना शुरु कर दिया है।
जनआर्शीवाद यात्रा की तैयारियों पर होगी चर्चा
जानकारों की मानें तो बैइक के पहले दिन आज जनआशीर्वाद यात्राओं की तैयारी के बारे में भी चर्चा होगी। जिसमें केन्द्रीय टोली के सदस्य शामिल होंगे। दूसरे दिन संभागीय टोलियों को भी भोपाल बुलाया जाएगा, जिनके साथ बैठक कर वरिष्ठ नेता तैयारियों का फीडबैक लेंगे।