- आधी आबादी को साधने की जुगत
भोपाल/चिन्मय दीक्षित/बिच्छू डॉट कॉम। प्रदेश में अगले माह होने वाले चुनाव को कांग्रेस व भाजपा ने पूरी तरह से आधी आबादी यानि की महिलाओं पर केन्द्रित कर दिया है। इसके लिए प्रदेश में कांग्रेस ने रणनीति के तहत जहां चुनावी प्रचार में अपनी सबसे बड़ी महिला स्टार प्रचारक प्रियंका गांधी को उतारा है तो, भाजपा भी उनकी काट के रुप में अब केन्द्रीय मंत्री स्मृति ईरानी को उतारने की तैयारी कर रही है। इस मामले में अब तक प्रदेश सरकार में होने की वजह से भाजपा का पलड़ा भारी बना हुआ था।
इसकी वजह थी, महिलाओं के लिए शुरु की गई तमाम योजनाएं। इसके प्रति उत्तर में ही कांग्रेस नेे बड़ा दांव चलते हुए प्रियंका गांधी को चुनावी प्रचार में उतारा है, तो वहीं महिलाओं को लेकर किए गए वादों को भी जमकर हवा दी जा रही है। फिलहाल दोनों ही दलों का पूरा जोर महिलाओं पर है। भाजपा जहां चुनाव के ठीक पहले शुरू की गई लाड़ली बहना योजना को जीत के लिए गेम चेंजर मान कर चल रही है, तो वहीं, कांग्रेस इसे अपनी घोषणा की नकल बता रही है। दरअसल कांग्रेस ने इस योजना के आने के कई माह पहले ही महिलाओं से वादा करना शुरु कर दिया था कि प्रदेश में कांग्रेस सरकार बनने पर नारी सम्मान योजना लागू की जाएगी। इसके साथ ही कांग्रेस ने महिला मतदाताओं को साधने के लिए पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी को मैदान में उतारा है। उनकी महिलाओं के बीच खासी लोकप्रियता भी है। उनके द्वारा अब तक प्रदेश में कई सभाएं की जा चुकी हैं। अहम बात यह है कि रणनीति के तहत पार्टी उनकी सभाएं लगातार आदिवासी बाहुल्य इलाकों में करा रही है। यह वे इलाके हैं, जहां पर बीते चुनाव में भी कांग्रेस को अच्छी खासी जीत मिली थी। अब चुनाव की तारीखों के साथ ही पार्टी के 144 प्रत्याशी घोषित हो चुके हैं। ऐसे में पार्टी ने अब एक बार फिर से गांधी की सभाएं भाजपा के गढ़ भोपाल, खरगोन और इंदौर जैसे शहरों में कराने की तैयारियां शुरु कर दी हैं। उधर, भाजपा के सामने प्रदेश में सबसे बड़ा संकट प्रभावी महिला नेता के चेहरे की बनी हुई है। ऐसे में अब पार्टी प्रियंका के मुकाबले के लिए स्मृति ईरानी पर दांव लगाने की तैयारी कर रही है। स्मृति अच्छी वक्ता हैं और महिलाओं में भी चर्चित हैं। वे बीते चुनाव में अमेठी में राहुल गांधी को चुनाव हरा कर बेहद चर्चा में रह चुकी हैं। माना जा रहा है कि पार्टी उनकी सभाएं उन इलाकों में कराने की तैयारी कर रही है, जहां पर प्रियंका गांधी की सभाएं हो चुकी हैं।
पौने तीन करोड़ हैं महिला मतदाता
प्रदेश के कुल पांच करोड़ 61 लाख 36 हजार 229 मतदाताओं में से महिला मतदाताओं की संख्या दो करोड़ 72 लाख 36 हजार 229 हैं। प्रदेश में 29 विधानसभा सीटों पर पुरुषों के मुकाबले महिला मतदाताओं की संख्या अधिक है। यही वजह है कि महिला मतदाताओं के लिए सीएम शिवराज सिंह चौहान मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना के माध्यम से महिला मतदाताओं को साधने पर फोकस करते रहे हैं। योजना में जून से 1.25 करोड़ महिलाओं को एक हजार रुपए दिए अक्टूबर से 1.31 करोड़ महिलाओं के खाते में 1250 रुपए देना शुरू कर दिया गया। मुख्यमंत्री ने योजना में राशि क्रमश: बढ़ाकर 3000 रुपए करने का ऐलान किया है। हाल में शिवराज सरकार ने सभी विभागों में (वन विभाग को छोडक़र) रिक्त पदों पर भर्ती में महिलाओं के लिए 35 प्रतिशत आरक्षण लागू कर दिया है। शिक्षकों की भर्ती में महिलाओं के लिए 50 प्रतिशत आरक्षण दिया जा रहा है। वृद्धावस्था पेंशन योजना में राशि 600 रुपए से बढ़ाकर एक हजार रुपए कर दी गई है।
कांग्रेस का भी है जोर
लाड़ली बहना योजना की काट के लिए कांग्रेस ने सरकार बनने पर नारी सम्मान योजना लागू करने का वादा किया जा रहा है। इसमें महिलाओं को हर महीने 1500 रुपए और 450 रुपए में गैस सिलेंडर देने की बात कही गई है। कांग्रेस का दावा है कि योजना में एक करोड़ 40 लाख फॉर्म भरवाए जा चुके हैं। यही नहीं इस बार कांग्रेस महिलाओं के लिए अलग से वचन पत्र भी ला रही है। इसमें नारी शक्ति सम्मान योजना सहित सरकार बनने पर महिलाओं के लिए कई वादे किए जाएंगे। इस वचन पत्र को प्रियंका गांधी द्वारा जारी कराने की योजना है। इसे इंदिरा गांधी के नाम पर प्रियदर्शनी नाम दिया गया है।
केंद्र सरकार भी पीछे नहीं
कुछ समय पहले ही आधी आबादी को साधने के लिए राज्य के अलावा केन्द्र सरकार ने भी संसद का विशेष सत्र बुलाकर नारी शक्ति वंदन विधेयक पारित कराया है। इसमें लोकसभा और राज्यों की विधानसभाओं में महिलाओं के लिए 33 प्रतिशत आरक्षण लागू करने का प्रावधान किया गया है। मोदी सरकार इसे महिला सशक्तिकरण की दिशा में ऐतिहासिक कदम बताकर वाहवाही लूट रही है।