गौरव चौहान/बिच्छू डॉट कॉम। भाजपा अब पूरी तरह से प्रदेश में चुनावी मोड में आ गई है। यही वजह है कि वह अभी से हर वो कदम उठा रही है,जो चुनावी लक्ष्य को हासिल करने के लिए उसे जरुरी लग रहा है। फिर चाहे वो मतदाता से जुडऩे का मामला हो या फिर कोई और। इसके लिए पार्टी ने अपने मंत्रियों को अलग-अलग जिम्मेदारी देकर उन्हें चुनावी मोर्चा पर बातौर सूबेदार नियुक्त कर दिया है। अब यह मंत्री सरकार के साथ ही संगठन का भी चुनावी काम देखेंगे। इसे सामूहिकता दिखाने के प्रयासों के रुप में देखा जा रहा है। खास बात यह है कि इस बार भाजपा के रणनीतिकारों ने जनता के पैसे से ही चुनाव लडऩे का तय किया है। इसके लिए हर विधानसभा क्षेत्र से ही फंड जुटा कर पार्टी प्रत्याशी चुनावी मैदान में उतरेगा। यह कदम पार्टी जनता को पार्टी से भावनात्मक रुप से जोडऩे के लिए उठा रही है, जिससे की पार्टी को चुनाव में इसका फायदा मिल सके और पार्टी 51 फीसदी मत के साथ 200 सीटों का लक्ष्य हासिल कर सके। दरअसल इस बार पार्टी के रणनीतिकारों से लेकर भाजपा के वरिष्ठ नेता भी यह मानकर चल रहे हैं उसका कांग्रेस से मुकाबला कठिन रहने वाला है। ऐसे में प्रदेश भाजपा चुनाव के किसी भी क्षेत्र में पीछे नही रहना चाहती है। इसी तैयारी को लेकर भाजपा के राष्ट्रीय पदाधिकारी लगातार न केवल प्रदेश में प्रवास कर रहे हैं , बल्कि बैठकें कर कमजोर कडिय़ों को तलाश कर उन्हें मजबूत करने के प्रयासों में लगे हुए हैं। प्रदेश कार्यसमिति के बाद हुई मंथन बैठक में चुनावी तैयारियों को लेकर बड़ी बैठक की गई। इस दौरान मंत्रियों को साफ कर दिया गया है कि उन्हें संगठन के कामों को प्राथमिकता से करना होगा , जिसमें खासतौर पर अभियान व प्रशिक्षण वर्ग में पूरा सहयोग करना होगा। इसके साथ ही पार्टी के सभी सांसदों नेताओं व कार्यकर्ताओं को भी मैदानी मोर्चा संभालने को कह दिया गया है। इसके साथ ही तय किया गया है कि अब मैदानी स्तर पर अगले माह से बैठकों का दौर शुरु होगा। इसके साथ ही बूथ विस्ताकर अभियान भी 25 फरवरी से चलाने का तय किया गया है। इस बैठक में राष्ट्रीय सह संगठन महामंत्री शिवप्रकाश, प्रदेश प्रभारी मुरलीधर राव, क्षेत्रीय संगठन महामंत्री अजय जमवाल, प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा और प्रदेश संगठन महामंत्री हितानंद भी मौजूद थे।
लगातार सुधार पर विश्वास करती है भाजपा
प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा का कहना है कि भारतीय जनता पार्टी एक करेक्टिव विजन वाला संगठन है। इसलिए पार्टी अपने कार्य व्यवहार में लगातार सुधार करती रहती है। पार्टी द्वारा सभी चुनावों की समीक्षा की जाती है। चाहे हमारे जनप्रतिनिधि हों या कार्यकर्ता हों, सभी के लिए परफॉर्मेंस काफी महत्वपूर्ण है और इसे हमेशा और भी बेहतर बनाने के लिए प्रयास किया जाता है। प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि प्रदेश कार्यसमिति एवं अन्य बैठकों में जो निर्णय लिये गये हैं, उनके क्रियान्वयन के लिए तथा आगामी विधानसभा चुनाव 2023 में ऐतिहासिक विजय के संकल्प को पूरा करने के लिए अलग-अलग समूह बनाए गए हैं। यह समूह सभी आवश्यक विषयों पर रणनीति बनाकर उन्हें जमीन पर उतारने का काम करेंगे। उन्होंने कहा कि चुनाव की तैयारियों में सभी कार्यकर्ताओं की अलग-अलग भूमिकाएं हैं और संगठन भी पूरी सुदृढता के साथ काम करने के लिए तत्पर है। केंद्र व राज्य सरकार की योजनाओं के हितग्राही, बूथ स्तर पर पार्टी की ताकत, बूथ एक्शन प्लान और संगठन तंत्र हमारी बड़ी ताकत हैं और इनके आधार पर एक बार फिर प्रदेश में हमारी सरकार प्रचंड बहुमत से बनेगी।
किसे किस तरह का जिम्मा
विधानसभा चुनाव की तैयारियों को लेकर पार्टी ने अपने वरिष्ठ नेताओं व मंत्रियों को बेहद अहम जिम्मा सौंपा है। इसमें विधायक चेतन कश्यप को चुनावी फंड जुटाने का काम दिया गया है। जिसे प्रत्येक विधानसभा की जनता और कार्यकर्ताओं से एकत्र किया जाएगा। इसके अलावा आठ मंत्रियों को भी अलग-अलग जिम्मेदारी दी गई है। इसमें मंत्री नरोत्तम मिश्रा चुनाव के दौरान भाजपा में आने वाले नेताओं के मामलों को देखेंगे, जबकि विश्वास सारंग 103 हारी हुई सीटों का काम देखेंगे, जिसमें उन्हें पार्टी का जनाधार बढ़ाना होगा। इसी तरह से मंत्री अरविंद भदौरिया केंद्र और राज्य की लाभकारी योजनाओं से हितग्राहियों को जोडऩे, राजवर्धन सिंह सोशल मीडिया के उपयोग को आगे बढ़ाने का और बूथ तक टीम विस्तार का, पूर्व मंत्री अर्चना चिटनीस महिलाओं को पार्टी से जोडऩे की मुहिम का संचालन करेंगी, जबकि मंत्री जगदीश देवड़ा बुद्धिजीवियों से चर्चा कर पार्टी की विचारधारा को आगे बढ़ाने के साथ ही फीडबैक लेने का , मोहन यादव अक्टूबर में 18 साल के होने वाले तमाम युवाओं को वोटर बनाने की मुहिम का तो भारत सिंह कुशवाहा अलग-अलग समाजों से संपर्क कर पार्टी से जोड़ने की मुहिम की अगुवाई करेंगे।
एक साथ होंगी बूथों पर बैठक
पार्टी ने तय किया है कि 28 जनवरी को सभी मंडलों की और 29 को प्रदेश में सभी 64 हजार बूथों पर एक साथ बैठेकें की जाएंगी। इसमें पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी और प्रदेश कार्यकारिणी में लिए गए निर्णयों की जा