![पदाधिकारी](https://www.bichhu.com/wp-content/uploads/2021/09/5-10.jpg)
भोपाल/प्रणव बजाज/बिच्छू डॉट कॉम। मप्र भाजपा में अब हर पदाधिकारी कुशल वक्ता बनेगा। इसके लिए पार्टी ने सभी पदाधिकारियों को निर्देशित किया है कि वे सरकार और संगठन की हर योजना और गतिविधियों को कंठस्थ कर लें, ताकि हर मंच पर एक प्रवक्ता की तरह पार्टी का पक्ष रख सकें। गौरतलब है कि भाजपा को कुशल वक्ताओं की पार्टी के रूप में जाना जाता है। दरअसल संगठन की कोशिश है कि आगामी दिनों में पार्टी के पास ऐसे पदाधिकारियों की टीम रहे जो विपक्ष को जवाब देने के साथ ही जनता के बीच सरकार और संगठन का पक्ष रख सकें। इसके लिए भाजपा ने अपने नव गठित मोर्चा और प्रकोष्ठ के पदाधिकारियों को टारगेट दिया कि सभी मोर्चा और प्रकोष्ठ के पदाधिकारियों को राज्य सरकार की 25- 25 योजनाओं के नाम और उद्देश्य याद करें।
मोर्चा-प्रकोष्ठों के पदाधिकारी भी संभालेंगे मोर्चा: मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा की नई रणनीति के तहत अब मोर्चा-प्रकोष्ठों के पदाधिकारियों को भी हर मोर्चे पर तैनात किया जाएगा। उपचुनावों के जरिए मिशन-23 की तैयारी में अपने सारे कोने कसते हुए अब मोर्चा-प्रकोष्ठों को भी मैदान में उतरने को कहा है। वर्ष 2023 के विधानसभा और 2024 के लोकसभा चुनाव को प्रदेश व देश के लिए निर्णायक बताते हुए संगठन और सरकार ने सभी मोर्चों को एकजुट होकर काम करने की नसीहत दी है। दो साल बाद होने वाले विधानसभा चुनावों का महत्व समझाते हुए सत्ता और संगठन ने सभी मोर्चा-पदाधिकारियों से कहा कि बिना किसी संकोच के सभी मोर्चा-प्रकोष्ठ सरकार की योजनाओं और कामों के प्रचार-प्रसार में जुट जाएं। सरकार के काम नीचे तक पहुंचाने का काम संगठन का है। प्रदेशाध्यक्ष शर्मा ने कहा है कि कांग्रेस के सोशल मीडिया के जरिए फैलाए जा रहे भ्रम को तोड़ने का काम मोर्चा-प्रकोष्ठ मिलकर करें। मोर्चों का हर पदाधिकारी पार्टी का प्रवक्ता है, उसे संगठन की लाइन और सरकार के काम याद रखकर जनता के बीच पहुंचना चाहिए।
ताकतवर लीडरशिप तैयार करने पर जोर
मुख्यमंत्री, प्रदेश अध्यक्ष और संगठन महामंत्री सुहास भगत का पूरा फोकस ताकतवर लीडरशिप तैयार करने पर है। मुख्यमंत्री ने अपने समय के भाजयुमो से जुड़ी बात सुनाकर पार्टी के मोर्चा-प्रकोष्ठ पदाधिकारियों की ताकत बताई। उन्होंने कहा कि मैं भाजयुमो का प्रदेशाध्यक्ष था तथा नरेंद्र सिंह तोमर उपाध्यक्ष, प्रहलाद पटेल महामंत्री व कैलाश विजयवर्गीय प्रदेश मंत्री थे। हम सब एक टीम के रूप में मिलकर काम करते थे। 1988 में हमने मशाल जुलूस निकाला, जो पांच जिलों से शुरू और भोपाल में इसका समापन हुआ। मैं इस आंदोलन के बाद मजबूत लीडर बनकर उभरा। सभी ने मिलकर मेहनत की और सभी आज पदों पर हैं। वहीं सुहास भगत ने मोर्चा-प्रकोष्ठ पदाधिकारियों को मैदान में काम करने का तरीका समझाया। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार हर वर्ग के हित में नित्य नए काम कर रही है, लेकिन मोर्चा-प्रकोष्ठों को अपने वर्ग से जुड़ी योजनाओं के नाम ही पता नहीं होते। सभी मोर्चा-प्रकोष्ठ अपने वर्ग से जुड़ी 25-25 योजनाओं के नाम याद करने की कोशिश करें। मैदान में जाने से पहले सभी को कम से कम 10 योजनाएं तो मुखाग्र याद हों, वरना सभी एक-दो योजनाओं को ही गिनाते रहते हैं।
टारगेट के साथ मैदान में उतरना होगा
भाजपा प्रदेशाध्यक्ष शर्मा ने मोर्चा और प्रकोष्ठ पदाधिकारियों को टारगेट देकर मैदान में उतरने को कहा है। साथ ही सभी को इस माह के अंदर ही जिलों और मंडलों की टीम बनाने को कहा है। श्री शर्मा ने पिछड़ा वर्ग, अनुसूचित जाति, जनजाति मोर्चा को ताकीद करते हुए कहा है कि आप सभी की महत्वपूर्ण जिमेदारी है। इन वर्गों के बीच जाकर सरकार के काम बताएं।
टीम बनाकर मैदान संभालेंगे मोर्चा-प्रकोष्ठ
प्रदेश भाजपा के मोर्चा-प्रकोष्ठ जल्द ही मैदानी मोर्चा संभालेंगे। इसके लिए मोर्चा-प्रकोष्ठों ने तैयारी शुरू कर दी है। मैदान में उतरने से पहले मोर्चा-प्रकोष्ठों को अपनी कार्यकारिणी का गठन करना होगा। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वीडी शर्मा ने मोर्चा, प्रकोष्ठ अध्यक्षों को प्रदेश संगठन ने 30 सितम्बर तक जिला और मंडल स्तर की कार्यकारिणी बनाने के निर्देश दिए हैं। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वीडी शर्मा ने कहा है कि 15 सितम्बर तक प्रदेश कार्यकारिणी बना ली जाए और 30 सितम्बर तक जिला व मंडल स्तर की कार्यकारिणी बनाकर सभी संयोजक काम में जुट जाएं। गौरतलब है कि प्रदेश में आगामी समय में एक लोकसभा और तीन विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होना है। उसके बाद विधानसभा और फिर लोकसभा चुनाव की तैयारी शुरू हो जाएगी। इसलिए पार्टी अपने सभी मोर्चा-प्रकोष्ठों को सक्रिय करना शुरू कर दिया है। प्रदेश संगठन से मिले निर्देश के बाद कार्यकारिणी गठन के साथ ही मोर्चा-प्रकोष्ठ आगामी कार्यक्रम बनाने में जुट गए हैं। प्रदेश संगठन ने कहा है कि यह वर्ष पार्टी के पितृ पुरुष कुशाभाऊ ठाकरे की जन्मशती वर्ष में साल भर कार्यक्रम होने हैं, इसलिए सभी मोर्चा प्रकोष्ठ एक साल का कार्यक्रम तैयार कर देंगे कि कब क्या करने की प्लानिंग है? यह कार्ययोजना पार्टी के कार्यक्रम से अलग होगी।
संगठन ने कहा है कि सभी मोर्चे बूथ से लेकर पंचायत स्तर तक समिति बनाकर अपने संगठन को मजबूती प्रदान करेंगे। युवा मोर्चा 1 बूथ 10 यूथ का अभियान जमीनी स्तर तक ले जाएगा। महिला मोर्चा मंडल और नगरीय निकाय तक, किसान, युवा और पिछड़ा मोर्चा पंचायत स्तर तक गठन करेंगे। अजा और अजजा मोर्चा का गठन भी मंडल एवं पंचायत स्तर तक होगा। खासकर आदिवासी बाहुल्य क्षेत्रों में गठन सुनिश्चित करना होगा। इनमें भी उपचुनाव वाले इलाकों में सबसे पहले मंडल और पंचायत स्तर तक गठन करने को कहा गया है।