- जो फॉर्मूला में फिट…उसे ही मिलेगी निगम-मंडल की सीट
- गौरव चौहान
मप्र में भाजपा नेता पिछले आठ माह से निगम-मंडल और प्राधिकरणों में राजनीतिक नियुक्ति की राह ताक रहे हैं। इसके लिए नेता भोपाल से लेकर दिल्ली तक एक किए हुए है। इस बीच भाजपा सूत्रों का कहना है कि इस बार पार्टी ने राजनीतिक नियुक्तियों के लिए परफॉर्मेंस बेस फॉर्मूला तय किया है। यानी जो इस फॉर्मूला में फिट बैठेगा उसी को निगम-मंडलों में राजनीतिक कुर्सी मिलेगी।
मप्र में बीते लंबे समय से निगम-मंडलों में नियुक्तियां नहीं हुई हैं जिसके कारण निगम-मंडलों में अध्यक्ष, उपाध्यक्ष सहित अन्य पद खाली पड़े हैं। निगम-मंडलों में नियुक्तियों के लिए पार्टी अलाकमान की हरी झंडी जरूरी है। बता दें कि मप्र भाजपा में ऐसे कई नेता हैं जो लंबे समय से निगम-मंडलों में नियुक्तियों का इंतजार कर रहे हैं। कई नेता तो ऐसे भी हैं, जिन्हें विधानसभा और लोकसभा चुनाव में टिकट नहीं मिला था तो उन्हें ये भरोसा दिलाया गया था कि निगम-मंडलों में उन्हें एडजस्ट किया जाएगा, इसलिए इन सभी नेताओं को आलाकमान के निर्णय का इंतजार है। निगम मंडलों में 25 सितंबर के बाद नियुक्तियां शुरू होंगी। निगम-मंडलों में ग्रामीण क्षेत्र के नेताओं को तो शहरी क्षेत्र के नेताओं की नगरीय निकायों में मौके मिल सकते हैं। सत्ता और संगठन के सामने शहरी, ग्रामीण क्षेत्रों से नेताओं के नियुक्ति के प्रस्ताव आने लगे हैं। सूत्र बताते हैं, कि नेता कह रहे हैं, दोनों चुनाव जिताए। सत्ता-संगठन कहते रहे हैं कि यह कार्यकर्ताओं की मेहनत है, लेकिन नियुक्ति नहीं दी जा रही है।
ऐसे तय होगा परफॉर्मेंस
भाजपा सूत्रों के अनुसार निगम-मंडलों में राजनीतिक नियुक्ति के लिए सत्ता और संगठन ने गाइडलाइन बनाई है। सत्ता व संगठन ने तय किया कि परफॉर्मेंस के आधार पर ही निगम-मंडलों में नियुक्तियां दी जाएंगी। इसके लिए बाकायदा सिस्टम तैयार किया है। इसमें नियुक्ति मांगने वाले नेताओं के नाम फीड करते ही उनका लेखा-जोखा स्क्रीन पर आ जाएगा। यदि परफॉर्मेंस हिट होगा तो उनके नाम नियुक्ति का आदेश निकलेगा। नेताओं की परफॉर्मेंस सदस्यता अभियान और चुनाव में भागीदारी के आधार पर तय होगा। अभी भाजपा का सदस्यता अभियान चल रहा है। इसमें सभी को सदस्य बनाने के लक्ष्य दिए हैं। सूत्रों के मुताबिक पार्टी को मजबूत करने वाले इस काम में नियुक्ति मांगने वाले का योगदान जरूर देखा जाएगा। लोकसभा चुनाव में पार्टी पार्टी ने 400 पार का नारा दिया था। संगठन ने सभी को जुटने कहा। प्रदेश में पार्टी ने सर्वोच्च प्रदर्शन किया, तब भी नियुक्ति मांगने वालों को मापदंड पर परखा जाएगा। विधानसभा चुनाव में पार्टी के लिए करो या मरो जैसी स्थिति थी। लंबे समय से सरकार में होने और कांग्रेस के घेरने व जनता के मुद्दों के बीच सरकार को लेकर कई चर्चाएं थीं। पार्टी ने मेहनत का मंत्र दिया। नियुक्ति मांगने वालों के क्षेत्र में पार्टी विधानसभा चुनाव में स्थिति का आकलन किया जाएगा।
नियुक्ति का खाका तैयार
प्रदेश के निगम मंडलों में नियुक्ति को लेकर खाका तैयार कर लिया गया है। बताया जा रहा है कि निगम-मंडलों में संघ और विपक्षी दलों से आए नेताओं को तवज्जों मिलेगी। वहीं भाजपा के वरिष्ठ नेताओं को भी एडजस्ट किया जाएगा। बताया जा रहा है जल्द ही निगम-मंडल और बोर्ड में राजनीतिक नियुक्तियां की जाएंगी। आपको बता दें कि मोहन कैबिनेट के गठन के बाद सभी निगम मंडलों को भंग कर दिया गया था। अब राजनीतिक नियुक्तियों के लिए नेता सरपट भोपाल की दौड़ लगा रहे हैं। कुछ तो दिल्ली की भी यात्राएं कर चुके हैं। इनमें कुछ निगम-मंडलों में नियुक्ति मांगने वाले हैं तो कुछ नगरीय निकायों में पद चाहते हैं।
विजयपुर और बुधनी उपचुनाव से पहले ऐलान संभव
माना जा रहा है कि विजयपुर और बुधनी उपचुनाव के पहले निगम मंडलों में नियुक्तियों की तैयारी की जा रही है। चर्चा तो यहां तक है कि जिन नेताओं को निगम मंडलों में नियुक्तिां दी जानी है, उनके लिस्ट दिल्ली में शीर्ष नेताओं तक पहुंच गई है। क्योंकि निगम मंडल में नियुक्तियों को लेकर फिलहाल प्रदेश में इंतजार लंबा हो गया है, ऐसे में अब इस दिशा में काम तेज होता दिख रहा है। निगम मंडल खाली होने से काम भी प्रभावित हो रहा है। निगम मंडलों में होने वाली नियुक्तियों में सीनियर नेताओं को तवज्जो मिलेगी, इसके अलावा संघ पृष्ठभूमि के नेताओं को भी निगम मंडलों में लिया जाएगा। हालांकि चर्चा यह भी है कि कांग्रेस छोडक़र आए कुछ नेताओं को भी निगम मंडलों में जगह दी जा सकती है। सीएम मोहन यादव और वीडी शर्मा ने निगम मंडलों में नियुक्तियों का खाका तैयार कर लिया है। ऐसे में माना जा रहा है कि लिस्ट जल्द जारी हो सकती है। भाजपा के कई सीनियर नेताओं को इस बार निगम मंडलों में नियुक्तियां मिल सकती हैं, माना जा रहा है कि कुछ विधायक और विधानसभा चुनाव हारने वाले नेताओं को भी निगम मंडलों में नियुक्तियां दी जा सकती है। जिन नामों की चर्चा सियासी गलियारों में चल रही है उनमें कांतदेव सिंह, जीतू जिराती, शर्देन्दु तिवारी, यशपाल सिंह सिसोदिया, आशुतोष तिवारी, विजय दुबे, संजय नगाइच, शैलेंद्र बरुआ, दिलीप शेखावत, धीरज पटैरिया, , सुनील पांडे, कृष्णमोहन सोनी, , अमिता चपरा के अलावा कुछ कांग्रेस से भाजपा में आने वाले नेताओं के भी नाम शामिल हैं। इसके अलावा भाजपा कुछ और नए नाम भी सामने ला सकती है। हालांकि निगम मंडलों की नियुक्तियों का ऐलान कब होगा इस पर फिलहाल स्पष्ट जानकारी सामने नहीं आ है। लेकिन माना जा रहा है कि प्रदेश में होने वाले उपचुनावों से पहले ऐलान हो सकता है। जिसके लिए भाजपा ने तैयारियां शुरू कर दी हैं।