रोज आरोपों से घिर रहे हैं… भूपेन्द्र सिंह

  • कांग्रेस पूरी तरह से हुई हमलावर, अलग थलग पड़े  पूर्व मंत्री
  • गौरव चौहान
भूपेन्द्र सिंह

पूर्व परिवहन सौरभ शर्मा की नियुक्ति के मामले में विधानसभा में उपनेता हेमंत कटारे के पूर्व गृह मंत्री भूपेंद्र सिंह पर आरोप लगाने के बाद उन्होंने कटारे के विरुद्ध मोर्चा खोल दिया है। अब इस मामले में भूपेन्द्र सिंह रोज किसी न किसी आरोप से घिर रहे हैं। कांग्रेस ने उन्हें पूरी तरह से निशाने पर ले रखा है। अहम बात यह है कि उन्हें  इस मामले में पार्टी और भाजपा नेताओं का साथ भी नहीं मिल पा रहा है। माना जा रहा है कि मामला अभी और जोर पकड़ेगा। इस मामले में आरोप प्रत्यारोप का दौर जारी है।  सौरभ शर्मा का मामला अब भाजपा व कांग्रेस नेताओं के अलावा कई अफसरों के लिए भारी मुसीबत वाला बनता जा रहा है।
सौरभ के मामले में उपनेता प्रतिपक्ष हेमंत कटारे ने मीडिया से चर्चा में भूपेन्द्र सिंह पर बड़ा हमला बोलते हुए गंभीर आरोप लगाए थे। कटारे ने कहा था कि सौरभ शर्मा कहां है, यह प्रदेश की पुलिस अब तक पता ही नहीं कर पाई, या यह भी हो सकता है कि एजेंसियां उसे फरार रखे हुए हैं, ताकि बड़े लोगों की पोल न खुल सके। उन्होंन आरोप लगाया था कि पूर्व परिवहन मंत्री भूपेन्द्र सिंह की कृपा से ही सौरभ शर्मा को परिवहन विभाग में पदस्थ किया गया। उनकी ही कृपा से ही आरक्षक होते हुए भी सौरभ शर्मा को बड़े चेक पोस्ट पर तैनात रखा गया। जिन चेक पोस्ट पर इंस्पेक्टर को तैनात होना चाहिए, ऐसे कई पोस्टों पर अकेले सौरभ शर्मा को प्रभार सौंपा गया। भूपेंद्र सिंह परिवहन विभाग से नगरीय प्रशासन मंत्री बने, तब भी सागर के मालथौन चेक पोस्ट का जिम्मा सौरभ शर्मा को दिया गया था। भूपेन्द्र सिंह के स्टाफ में पदस्थ सेंगर के माध्यम से सौरभ शर्मा से कलेक्शन किया जाता था। उन्होंने कहा कि हाल ही में भूपेन्द्र सिंह ने कहा था कि उनका सौरभ शर्मा से कोई लेना देना नहीं रहा और मंत्री को आरक्षक की नियुक्ति संबंधी अधिकार नहीं होते, तो फिर पूर्व मंत्री ने सौरभ शर्मा की अवैध तरीके से अनुकंपा नियुक्ति की अनुशंसा क्यों की थी?  कटारे ने आरोप लगाया कि सरकार की अनुकंपा नियुक्ति नीति में प्रावधान है कि यदि अनुकंपा नियुक्ति के मामले में संबंधित विभाग में कोई पद खाली नहीं है ,तो ऐसे मामले में संबंधित को संविदा नियुक्ति पर रखा जाता है। जब विभाग में पद खाली होते हैं, तो उसे नियमित किए जाने का प्रावधान है। नियमों की अनदेखी करते हुए पूर्व मंत्री द्वारा नोटशीट लिखी गई थी। इसके बाद जब परिवहन विभाग ने सौरभ शर्मा की नियुक्ति संबंधी आदेश जारी किया तो उसमें तत्कालीन परिवहन मंत्री भूपेन्द्र सिंह की 14 सितंबर 2016 को भेजी गई नोटशीट का हवाला दिया था। कांग्रेस नेता ने कहा कि वे इससे जुड़े दस्तावेज लोकायुक्त को सौंप कर कार्रवाई करने की मांग करेंगे।
उधर, इन आरोपों के बाद भूपेन्द्र सिंह ने भी कटारे पर जमकर निशाना साधा है। इनके द्वारा इस मामले मे दो अलग -अलग पत्र मुख्यमंत्री को  लिखे गए हैं। इनमें से एक पत्र में दुष्कर्म से जुड़े एक मामले में एफएसएल रिपोर्ट बदले जाने की जांच कराने की मांग की है। तो दूसरे पत्र में  कटारे के भाई योगेश कटारे द्वारा संचालित आइएसबीटी भोपाल स्थित पेट्रोल पंप की आड़ में अफीम, गांजा, ब्राउन शुगर जैसे मादक पदार्थों का अवैध विक्रय का आरोप लगाते हुए उच्च स्तरीय जांच की मांग की है। इस पर हेमंत ने पलटवार करते हुए कहा कि जिस मामले में जांच की मांग की जा रही है, उसकी एफआइआर को ही हाई कोर्ट निरस्त कर चुका है।
कटारे का कहना है कि पूर्व गृह मंत्री सौरभ शर्मा की नियुक्ति के मामलें में घिर गए हैं और घबराहट में हैं। पूर्व गृहमंत्री और खुरई से भाजपा विधायक भूपेंद्र सिंह ने पत्र में लिखा कि अटेर से कांग्रेस विधायक हेमंत कटारे के विरुद्ध महिला पत्रकार के साथ दुष्कर्म का आपराधिक प्रकरण प्रचलन में है। इसमें एफएसएल जांच हुई थी जिसकी रिपोर्ट धन बल के माध्यम से पाजीटिव से निगेटिव कराई गई। इसकी निष्पक्ष जांच होनी चाहिए। साथ ही उनके भाई, योगेश कटारे के विरुद्ध 35 आपराधिक प्रकरण चल रहे हैं। वे भोपाल के आइएसबीटी स्थित पेट्रोल पंप का संचालन भी करते हैं। इससे लगी हुई झुग्गी-झोपड़ी में उनके संरक्षण में ब्राउन शुगर, अफीम, गांजा आदि मादक पदार्थों का अवैध व्यापार किया जाता है। इसकी उच्च स्तरीय जांच होनी चाहिए। भूपेंद्र सिंह के आरोप पर हेमंत कटारे ने कहा कि जब भूपेंद्र सिंह गृह मंत्री थे, तब उन्होंने षड्यंत्रपूर्वक प्रकरण दर्ज कराया था। इसमें भाजपा के अन्य नेता भी शामिल थे। जिस महिला पत्रकार का उल्लेख किया जा रहा है, वह स्वयं शपथ पत्र दे चुकी है कि मुझ पर झूठा प्रकरण दर्ज कराने के लिए भाजपा नेताओं ने षड्यंत्र किया था। जहां तक जांच की बात है तो एफआइआर ही हाई कोर्ट निरस्त कर चुका है। दरअसल, परिवहन विभाग की काली कमाई के मामले में जिस पूर्व आरक्षक सौरभ शर्मा के यहां छापे पड़े, उसकी नियुक्ति के लिए भूपेंद्र सिंह ने नोटशीट लिखी थी। जब प्रमाण दे दिए तो यहां-वहां की बात करने की जगह अपने वचन के अनुसार राजनीति से संन्यास लें। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने भी कहा कि सौरभ शर्मा की नियुक्ति ने संबंधी नोटशीट जनता के सामने है तो वे बताएं कि संन्यास कब ले रहे हैं।
कटारे के भाई पर 35 केस
भूपेन्द्र सिंह का आरोप है कि इनके भाई योगेश कटारे पर 35 आपराधिक केस हैं। आईएसबीटी पेट्रोल पंप के पास जो झुग्गी-झोपडिय़ां हैं उनमें इनके भाई योगेश कटारे के संरक्षण में गांजा, अफीम, ब्राउन शुगर बेचने का काम होता हैं। जिसकी जांच के लिए मैं पुलिस को लिख रहा हूं। ये भिंड से चुनाव कैसे जीते यह भी सबको मालूम हैं। इनके भाई भोपाल से अपराधियों को भिंड ले जाकर बूथ कैप्चरिंग करके चुनाव जीते हैं। सिंह  ने कहा कि हेमंत कटारे ये भी बताएं परिवहन घोटाले के आरोपियों ने इस पत्रकार वार्ता के लिए कैसे मैनेज किया है। पूर्व मंत्री भूपेन्द्र सिंह ने कहा कि जांच एजेंसियों को हेमंत कटारे की भी कॉल डिटेल निकालकर देखना चाहिए। उन्होंने कहा कि हेमंत कटारे को मेरे कार्यकाल की सराहना करना चाहिए, जिसमें मैंने चेक पोस्टों को बंद कर दिया था।

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