डेढ़ साल से कायम है भोपाल जिले की ग्रामीण विकास में बादशाहत

ग्रामीण विकास

भोपाल/अपूर्व चतुर्वेदी/बिच्छू डॉट कॉम। प्रदेश में ग्रामीण विकास विभाग द्वारा हर माह की जाने वाली ग्रेडिंग में भोपाल जिला लगातार बाजी मार रहा है। विभाग द्वारा की गई इस नई व्यवस्था की वजह से जिलों में ग्रामीण विकास के कामकाज में तेजी आयी है। अब पंचायत चुनाव की प्रक्रिया रद्द होने के बाद भी ग्रामीण विकास की योजनाओं को गति देने में एक दर्जन जिलों ने बेहतर प्रदर्शन करते हुए अपनी रैंकिंग में सुधार किया है। यह बात अलग है कि इससे दोगुने जिले ऐसे हैं जिनका कामकाज पहले से खराब हुआ है। इस मामले में भोपाल जिला एक बार फिर से पहले स्थान पर आया है। बीते डेढ़ साल का अगर भोपाल जिले का प्रर्दशन देखा जाए तो इस माह को मिलाकर अब तक भोपाल 13 बार पहले स्थान पर आने का नया रिकॉर्ड बना चुका है। इसी तरह से संभाग स्तर पर भी भोपाल सबसे आगे बना हुआ है। इस बार की खास बात यह है कि बालाघाट जिले ने कामकाज में बेहतर काम करते हुए  9 जिलों को पीछे छोड़ते हुए चौथा स्थान हासिल किया है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की कड़ी चेतावनी का असर हुआ है कि सीएम हेल्पलाइन में दर्ज शिकायतों के निराकरण के मामले में भी अब हर जिले की ग्रेडिंग ए रही है। पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग द्वारा की गई दिंसम्बर माह की रैंकिंग में यह सामने आया है। दरअसल ग्रामीण विकास की नौ योजनाओं के मामलों में हर माह ग्रेडिंग दी जाती है। इनमें आजीविका मिशन, महात्मा गांधी नरेगा, प्रधानमंत्री आवास योजना, प्रधानमंत्री पोषण शक्ति निर्माण योजना (एमडीएम), स्वच्छ भारत मिशन, पंचायत और सीएम हेल्पलाइन शामिल हैं।
कई जिलों में हुआ बड़ा फेरबदल
विभाग द्वारा जारी दिसंबर माह की ग्रेडिंग रिपोर्ट में कई जिलों के परफॉर्मेंस में उलटफेर हुआ है।  इसमें पिछले माह अच्छा प्रदर्शन करने वाले बड़ी संख्या में जिले पीछे हो गए हैं। योजनाओं के क्रियान्वयन में सबसे ज्यादा गिरावट वाले जिलों में उज्जैन, शाजापुर, मुरैना, अशोकनगर, मंदसौर, दमोह, खरगोन, मंडला, शहडोल, दतिया, उमरिया, जबलपुर, रायसेन, हरदा, श्योपुर, पन्ना, सतना और रीवा हैं। इसके साथ ही अब जिलों द्वारा अब जनपदों की ग्रेडिंग के लिए भी अंक दिए जाने लगे हैं। इसके आधार पर जिलों की ओवरऑल ग्रेडिंग की जाने लगी है। इसके लिए दो अंक रखे गए।
सतना की ग्रेडिंग दस स्थान गिरी
सतना जिला पूरे प्रदेश में सबसे पीछे आया है। इसे दिसंबर माह की ग्रेडिंग में 33वां स्थान मिला है, जबकि नवंबर में 22वें नंबर पर था। सतना का परफॉर्मेंस सिर्फ सीएम हेल्पलाइन में अच्छा रहा, शेष सभी योजनाओं में बी, सी और डी ग्रेड मिला है। प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण में खराब प्रदर्शन रहा है जबकि रैगांव उप चुनाव के दौरान मुख्यमंत्री ने जनदर्शन कार्यक्रम के दौरान मिली शिकायतों पर कलेक्टर को फटकार भी लगाई थी।
किस ग्रेड में कौन से जिले
जारी की गई ग्रेडिंग सूची में  भोपाल, ग्वालियर, डिंडोरी, होशंगाबाद, बालाघाट, छतरपुर, इंदौर, नरसिंहपुर, बैतूल, देवास, नीमच को ए में रखा गया है, जबकि 15 जिलों को बी , 19 जिलों को सी और झाबुआ, शिवपुरी, सिंगरौली अलीराजपुर,रीवा और सतना जिलों को डी में स्थान दिया गया है।

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