
-राज्य साइबर सेल के एडीजी योगेश चौधरी ने एडवाइजरी जारी कर किया जनता को अलर्ट
भोपाल/प्रणव बजाज/बिच्छू डॉट कॉम। साइबर अपराधियों के हौंसले दिनोंदिन बुलंद होते जा रहे हैं। यही नहीं वे ठगी के लिए ऐसे नवाचार कर रहे हैं जिनका तोड़ ढूंढना पुलिस को भी मुश्किल हो रहा है। यही वजह है कि अब प्रदेश के राज्य साइबर सेल के एडीजी योगेश चौधरी ने आमजन को आगाह करते हुए एक एडवाइजरी जारी की है।
इसमें उन्होंने कहा कि आजकल कोरोना का फायदा उठाते हुए साइबर अपराधी एक फर्जी मोबाइल एप्लीकेशन बनाकर उसकी लिंक मैसेज के माध्यम से भेजकर उसे डाउनलोड करने के लिए कहते हैं। जिसे डाउनलोड करके लोग फंस जाते हैं और ठगी का शिकार हो जाते हैं। साइबर अपराधियों द्वारा एक तरह की फर्जी मोबाइल एप्लीकेशन तैयार कर मैसेज के माध्यम से कोविड-19 के लिए रजिस्ट्रेशन की एप्लीकेशन दिखाते हुए उक्त ऐप इंस्टॉल करने के लिए कहते हैं। जब हम लिंक पर क्लिक करते हैं और उस एप्लीकेशन को इंस्टॉल करते हैं तो वह हमारे मोबाइल की बहुत सारी परमिशन लेता है।
जो कि हम दे देते हैं। उसके बाद वह एप्लीकेशन अपना असली काम शुरू करती है। यानी वह हमारे पर्सनल फोटोज, वीडियोज सारे कांटेक्ट, एसएमएस, व्हाट्सएप के चैट, मोबाइल में सेव बैंकिंग के पासवर्ड और ईमेल आदि साइबर अपराधियों तक पहुंचा देती है। यही नहीं यह एप हमारी जानकारी के बगैर ही सभी कॉन्टैक्ट्स को मैसेज भेज सकता है। हमारी जानकारी प्राप्त करने के बाद अपराधी हमें आर्थिक और सामाजिक रूप से नुकसान पहुंचाते हैं। यह एक तरह की फिसिंग तकनीक है जिसे एसएमएस वोर्म नाम दिया गया है।
ऐसे मैसेज फॉरवर्ड व शेयर करने से बचें
राज्य साइबर सेल पुलिस ने जनता को आगाह करते हुए कहा कि वह स्वयं भी इस तरह के एसएमएस से बचें। बिना पुष्टि किए इस तरह के मैसेज को आगे फॉरवर्ड व शेयर न करें। अपने मोबाइल के जरूरी अपडेट को समय-समय पर इंस्टॉल करते रहें, जो आपके मोबाइल को इस तरह के मैलवेयर हमले से बचा कर रखते हैं। साथ ही कोई अच्छा एंटी वायरस अपने मोबाइल में इंस्टॉल करें। सायबर पुलिस द्वारा कहा गया कि यदि आपके साथ ऐसा कोई अपराध हो तो उसकी शिकायत अपने नजदीकी पुलिस थाने में या टोल फ्री नंबर 155260 पर उसकी शिकायत करें।
ओटीपी व पर्सनल जानकारी न दें
अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक राज्य साइबर सेल योगेश चौधरी ने कहा कि कोविड रजिस्ट्रेशन केवल आरोग्य सेतु एप के माध्यम से ही करें। सोशल मीडिया, सर्च अथवा अन्य संचार माध्यमों से किसी भी प्रकार के आए एसएमएस से प्राप्त किसी लिंक पर क्लिक नहीं करें। आने वाले फर्जी कॉल एसएमएस और ईमेल पर बिना पुष्टि करे विश्वास ना करें। साथ ही इस बजट का विशेष ध्यान रखें कि अपनी व्यक्तिगत जानकारी जैसे पिन, ओटीपी, आधार नंबर, अकाउंट नंबर, डेबिट-क्रेडिट कार्ड की जानकारी किसी से शेयर ना करें।