वोट के साथ नोट के लिए भी जोर लगा रही है भाजपा-कांग्रेस

भाजपा-कांग्रेस
  • कांग्रेस चला रही देशभर में मुहिम

भोपाल/बिच्छू डॉट कॉम। चुनाव के दौरान वैसे तो हर दल का फोकस मतदाताओं को लुभाने का होता है। बड़े नेता से लेकर प्रत्याशी तक वोट ही मांगते हैं, लेकिन इस बार लोकसभा चुनाव में दोनों प्रमुख राजनैतिक दल भाजपा व कांग्रेस द्वारा वोट के साथ ही नोट पर भी फोकस किया जा रहा है। कांग्रेसी प्रत्याशी और उनके समर्थक प्रचार के साथ ही घर-घर से आर्थिक मदद मांगकर धन जुटाने का भी काम कर रहे हैं। इसके पीछे की वजह कांग्रेस नेता आर्थिक तंगी और पार्टी खातों पर रोक लगाई जाने को बता रहे हैं।
इसी तरह से केन्द्र व राज्य मे लगातार सत्ता में रहने के बाद भी भाजपा इस मामले में पीछे नहीं रहना चाहती है। यही वजह है कि भाजपा के नेता सोशल मीडिया के माध्यम से डोनेशन लिंक भेजकर लोगों से चंदा देने का आव्हान कर रही है। इसके अलावा  बसपा, गोंगपा और बाप जैसे छोटे दल भी इस मामले में सक्रिय हैं। बसपा प्रत्याशी 10-10 रुपये मांग रहे हैं तो गोंगपा 1 किलो महुआ मांगने की योजना बना चुकी है। बाप भी खुलकर चंदा मांगने में पीछे नहीं है। यह पहली बार है जब प्रदेश में नेता वोट मांगने के साथ ही नोट भी मांग रहे हैं। राजनीतिक मामलों के जानकारों का कहना है कि पहले सिर्फ जनता से वोट ही मांगते थे, नोट तो पार्टी के सदस्यों से सदस्यता शुल्क के रूप में लिए जाते थे।
पहले अनाज और अब महुआ
गोंडवाना गणतंत्र पार्टी (गोंगपा) भी दान के सहारे ही चुनावी मैदान में है। इस दल ने दस सीटों पर अपने प्रत्याशी उतारे हैं। इस मामले में प्रदेश अध्यक्ष अमान सिंह पोरते का कहना है कि पूर्व के चुनावों में मतदाताओं से दान में अनाज लिया गया था, लेकिन इस बार हम महुआ ले रहे हें। इसके उलट भारत आदिवासी पार्टी ने दो लोस सीट रतलाम, मंडला से प्रत्याशी घोषित किए हैं। पार्टी के प्रवक्ता जितेंद्र का कहना है कि वे लोगों से चुनाव के लिए  आर्थिक सहयोग जरुर लेंगे।
कांग्रेसी शहरी इलाकों में चला रहे अभियान
प्रदेश कांग्रेस नेतृत्व और उसके नेता फिलहाल शहरों में चंदा मांगने के लिए सडक़ों पर उतर चुके हैं। प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी 31 मार्च को भोपाल में इस अभियान का हिस्सा बन चुके हैं। इस दौरान वे कार्यकर्ताओं के साथ बाजार में दुकान -दुकान जाकर राशि एकत्रित कर चुके हैं। इस मामले में कांग्रेस के एक प्रवक्ता का कहना है कि पार्टी के खातों पर रोक लगा दी है। चुनाव सिर पर है, जिसे लडऩे के लिए रुपयों की जरूरत है। ऐसे में चंदा मांगना ही एक विकल्प बचा है इसलिए अभी शहर में चंदा मांग रहे हैं, गांव तक भी जाएंगे। चंदे में जो राशि मिलेंगी, उसका हिसाब भी देंगे।
भाजपाई बता रहे कैसे दान करें
यह बात अलग है कि भाजपा कांग्रेस की तरह सडक़ों पर उतरकर चंदा नहीं मांग रही है, लेकिन भाजपा ने इसके लिए दूसरा तरीका अपनाया है। इसके तहत पार्टी के प्रदेश कोषाध्यक्ष अखिलेश जैन ने सोशल मीडिया के एक्स प्लेटफॉर्म पर 30 मार्च को ऑनलाइन डोनेशन के लिए एक लिंक डाली है। इसको क्लिक करते ही डोनेशन फार्म खुलता है। इसके साथ ही पार्टी ऑनलाइन दान देने की प्रक्रिया भी बता रही है। हालांकि कांग्रेस की तरह भाजपा नेता दान के मामले में कुछ भी खुलकर नहीं बोल रहे हैं।

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