- कटनी व मुरैना में भाजपा दिग्गजों की प्रतिष्ठा दांव पर
भोपाल/हरीश फतेहचंदानी/बिच्छू डॉट कॉम। निकाय चुनाव के लिए जहां मतगणना की पूरी तैयारियों कर ली गई हैं , वहीं कांग्रेस व भाजपा ने भी मतदाताओं को मतदान के लिए निकालने के लिए अतिरिक्त मेहनत का खाका भी खींच लिया है। दूसरे चरण में महापौर के लिए पांच शहरों में मतदान होना है। खास बात यह है की इस चरण में भी भाजपा के साथ ही कांग्रेस के कई दिग्गजों की भी प्रतिष्ठा दांव पर लगी हुई है। की 5 सीटों पर क्षेत्रीय मंत्री विधायकों की प्रतिष्ठा दांव पर है।
इसमें भी सबसे अधिक चुनौती भाजपा के सामने हैं, इसकी वजह है पूर्व में इन पर भाजपा के ही महापौर निर्वाचित रहे हैं। यही वजह रही की चुनाव प्रचार थमने तक सत्ता व संगठन के नेताओं द्वारा पूरी ताकत लगाई गई है। कटनी की सीट पर इस बार कांटे का मुकाबला बना हुआ है। यही वजह है की इस सीट पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, प्रदेशाध्यक्ष वीडी शर्मा और श्रीमंत तक को प्रचार करने जाना पड़ा। प्रचार समाप्ती के अंतिम दिन तो मुख्यमंत्री ने रोड शो तक किया है। दरअसल इस सीट पर दो भाजपा के बड़े नेताओं की प्रतिष्ठा दांव पर लगी हुई है। इनमें प्रदेशाध्यक्ष व स्थानीय सांसद वीडी शर्मा के अलावा पूर्व मंत्री और मौजूदा विधायक संजय पाठक का नाम शामिल है।
यही वजह है की संजय पाठक पूरे प्रचार के दौरान शहर में सक्रिय बने रहे, तो शर्मा भी प्रचार के लिए आते जाते रहे हैं। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष शर्मा के संसदीय क्षेत्र होने के कारण वह अतिरिक्त सर्तकता बरती जा रही है। इस सीट पर पूर्व मंत्री संजय पाठक की पसंद की वजह से ज्योति दीक्षित को प्रत्याशी बनाया गया है। यही वजह है की यहां पर मुख्यमंत्री दो बार रोड शो व सभाएं कर चुके ह और केंद्र और राज्य के अन्य नेता भी प्रचार में लगातार आते रहे हैं। इसकी वजह से ही पाठक की पूरी टीम एड़ी चोटी का जोर लगा रही है। इसी तरह रतलाम और मुरैना के साथ ही देवास व रीवा के चुनाव भी वहां के सांसद – विधायकों के लिए नाक का सवाल बन गए हैं। मुरैना में तो केन्द्रीय मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर की पंसद से प्रत्याशी चयन किया गया है, लिहाजा यहां पर उनकी नाक का सवाल बना हुआ है। पहले चरण में कम मतदान होने से चिंतित भाजपा ने अब अपनी मैदानी टीम को मतदान प्रतिशत बढ़ाने के लिए विशेष रुप से तैनात कर दिया है। इसी तरह से इस चरण में हो रहे मालवा की हाई प्रोफाइल रतलाम सीट पर पहली बार ऐसा मौका है जब भाजपा और कांग्रेस के दोनों प्रत्याशी एक-दूसरे पर भारी पड़ रहे हैं। इसकी वजह है दोनों दलों के ही प्रत्याशियों का धन- बल और बाहुबल में सक्षम होना।
इसका असर पूरे चुनाव प्रचार में भी दिखता रहा है। इस सीट पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा के रोड-शो और चुनावी जन सभाएं भी कर चुके हैं। यह ऐसी सीट है जहां पर भाजपा ने अंतिम दौर में प्रहलाद पटेल को प्रत्याशी घोषित किया था। उनका नाम स्थानीय विधायक चेतन काश्यप की अनुशंसा पर तय किया गया था। यह बात अलग है की उनके नाम की घोषणा होने के बाद भाजपा के दूसरे दावेदारों और संगठन के अन्य नए-पुराने नेताओं में असंतोष भी दिखा, लेकिन बाद में असंतोष दूर कर लिया यगा। उधर, कांग्रेस ने मयंक जाट को भी अंतिम समय में प्रत्याशी बनाया। वे अपने व्यक्तिगत पारिवारिक और समर्थकों की फौज की दम पर किला लड़ा रहे हैं। इसके बाद भी उन्होंने रोचक मुकाबला बना दिया है। उधर मालवा की ही देवास सीट पर भाजपा ने क्षेत्रीय विधायक गायत्री राजे पवार की पसंद पर गीता अग्रवाल पर दांव लगाया है। गीता के पति क्षेत्रीय विधायक के पुराने समर्थक और सहयोगी कार्यकर्ता रहे हैं ।
214 नगरीय निकायों में होगा मतदान
प्रदेश के पांच नगर निगम कटनी, रतलाम, रीवा, देवास सहित मुरैना के अलावा 40 नगर पालिका और 169 नगर परिषदों में कल सोमवार शाम 5 बजे से चुनाव प्रचार थम चुका है। इन निकायों में 13 जुलाई बुधवार को सुबह 7 बजे से शाम 5 बजे तक मतदान होगा। इसके लिए 6,829 मतदान केंद्र बनाए गए हैं। दूसरे चरण के चुनाव में 49.09 लाख से ज्यादा मतदाता अपने मताधिकार का उपयोग करेंगे। इनमें लगभग 25 लाख पुरुष और 23 लाख महिला मतदाता हैं। महापौर के लिए सफेद मतपत्र नगर निगम पार्षद के लिए गुलाबी, नगर पालिका पार्षद के लिए पीला और नगर परिषद पार्षद के लिए नीले रंग के मतपत्र उपयोग होगा। मतदाता को आयोग द्वारा निहित 20 पहचान पत्रों में से कोई एक पहचान पत्र मतदान के लिए साथ में लाना अनिवार्य है। नगर निगम के लिए महापौर एवं पार्षद के निर्वाचन के लिए नोटा सहित 15 या 15 से कम अभ्यर्थी होने पर एक कंट्रोल यूनिट एवं 2 बैलेट यूनिट का उपयोग किया जाएगा। किसी भी पद के लिए 15 से अधिक अभ्यर्थी होने पर एक अतिरिक्त बैलट यूनिट लगाई जाएगी। नगर पालिका और नगर परिषदों में 15 या 15 से कम अभ्यार्थी होने पर एक कंट्रोल और एक बैलेट यूनिट तथा 15 से अधिक अभ्यर्थी होने पर एक अतिरिक्त बैलेट यूनिट लगाई जाएगी ।
तीन नेताओं का इलाका है मुरैना
केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर और ज्योतिरादित्य सिंधिया सहित प्रदेश अध्यक्ष शर्मा का इलाका होने की वजह से मुरैना महापौर चुनाव पर सभी की नजरें हैं। इन नेताओं के अलावा मुख्यमंत्री चौहान भी यहां महापौर प्रत्याशी मीना जाटव के लिए रोड-शो और जनसभाएं कर चुके हैं। तोमर, सिंधिया और वीडी की प्रतिष्ठा भी इस चुनाव से जुड़ी हुई है। इस सीट पर पूर्व में भाजपा प्रत्याशी ही जीतते रहे हैं। रीवा महापौर के लिए भाजपा ने प्रबोध व्यास को प्रत्याशी बनाया है। पूर्व मंत्री एवं क्षेत्रीय विधायक राजेंद्र शुक्ला सहित सांसद जनार्दन मिश्रा उनके प्रचार का जिम्मा सम्हाले रहे हैं। प्रचार के अंतिम दिन मुख्यमंत्री ने भी रीवा में रोड शो कर मतदाताओं को लुभाने का प्रयास किया है।
अधिक मतदान पर जोर
पहले चरण में कम हुए मतदान की वजह से भाजपा सहित राजनैतिक पंडितों के भी गुणा भाग पूरी तरह से गड़बड़ा चुके हैं। कम मतदान होने की वजह से भाजपा को नुकसान होने का अनुमान लगाया जा रहा है। यही वजह है कि भाजपा ने दूसरे चरण के मतदान के समय अधिक से अधिक मतदान कराने की रणनीति बनाई है। इसके लिए पार्टी कार्यकर्ताओं को अलग से सक्रिय करने की तैयारी की गई है। इसके लिए पार्टी द्वारा अपने बूथ लेबिल कार्यकतार्ओं के साथ युवा मोर्चा की टीम को भी मतदाताओं को घरों से निकालने की जिम्मेदारी दी गई है।