सोशल मीडिया पर सरकारी … योजनाओं के प्रचार-प्रसार में पिछड़े अलीराजपुर और बैतूल कलेक्टर

सोशल मीडिया
  • निवाड़ी कलेक्टर दफ्तर का टेलीफोन नंबर ही ठप है तो फिर आम जनता किससे और कैसे संपर्क करे

भोपाल/हरीश फतेहचंदानी/बिच्छू डॉट कॉम। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रदेश के सभी कलेक्टरों को सोशल मीडिया के माध्यम से सरकारी योजनाओं का प्रचार-प्रसार करने का निर्देश दिया है। मुख्यमंत्री के निर्देश पर सभी कलेक्टरों ने अपना-अपना सोशल मीडिया अकाउंट शुरू कर लिया है, लेकिन अलीराजपुर, निवाड़ी और बैतूल सहित 10 कलेक्टर सरकारी योजनाओं के प्रचार-प्रसार में फिसड्डी साबित हुए हैं। उधर, निवाड़ी कलेक्टर दफ्तर की सोशल मीडिया में पकड़ कमजोर तो है ही, इसी के साथ दफ्तर का टेलीफोन नंबर भी बंद पाया गया। लैंडलाइन नंबर पर कई मर्तबा संपर्क की कोशिश की गई, लेकिन नंबर अमान्य बताया गया। सवाल ये है कि जब कलेक्टर दफ्तर का फोन नंबर ही ठप है तो फिर आम जनता किससे और कैसे संपर्क करे।
गौरतलब है कि लगभग हर कमिश्नर -कलेक्टर कॉन्फ्रेंस में मुख्यमंत्री जिलों का फीडबैक लेते हैं। साथ ही कलेक्टरों को योजनाओं के प्रचार-प्रसार का निर्देश देते हैं। लेकिन 10 कलेक्टर ऐसे हंै ,जिनके ट्विटर अकाउंट तो हैं, लेकिन उनकी गतिविधियां और फॉलोअर्स बेहद कम हैं।
यानी सरकार के सुशासन को सोशल मीडिया पर दिखाने इन साहबों को परिश्रम की जरूरत है। हालांकि  कलेक्टर कहते हैं कि जिले का ट्विटर अकाउंट पीआरओ द्वारा ही हैंडल किया जाता है। इस पर विभाग से जुड़ी खबरों और सरकारी योजनाओं का प्रचार-प्रसार किया जाता है। उनमें जिस प्रकार से कमेंट और अन्य चीजें होती हैं, उनसे जुड़ी रिपोर्ट रोज सुबह 9 बजे मेरे सामने प्रस्तुत की जाती है। मेरी समझ से रोजाना दो से तीन ट्वीट हो रहे हैं।
अलीराजपुर कलेक्टर सबसे फिसड्डी
ट्विटर अकाउंट पर फॉलोअर्स के मामले में अलीराजपुर कलेक्टर सबसे फिसड्डी साबित हुए हैं। अलीराजपुर कलेक्टर के ट्विटर अकाउंट पर 389 फॉलोअर्स हैं। वहीं  निवाडी के 583, बैतूल के 1411, उमरिया के 3995, झाबुआ के 5087, बड़वानी के 5151, बुरहानपुर के 6157, डिंडौरी के 6256, खरगोन के 6353 और आगर मालवा कलेक्टर के ट्विटर अकाउंट पर फॉलोअर्स 6495 हैं। अलीराजपुर कलेक्टर राघवेंद्र सिंह का कहना है कि अभी तक ट्विटर का ज्यादा इस्तेमाल नहीं हो रहा था, लेकिन अब तेजी आई है। हम इसे बढ़ाने एक स्टूडियो तैयार कर रहे हैं। जिसमें ज्यादा से ज्यादा चीजों को वीडियो फॉर्मेट में आम जनता के बीच पहुंचाएंगे।

Related Articles