
भोपाल/हरीश फतेहचंदानी/बिच्छू डॉट कॉम। प्रदेश में बीते कुछ माह से बंद पड़ी कलेक्टर-कमिश्नर कांफ्रेंस एक बार फिर से शुरू की जा रही है। इसके संकेत सीएम सचिवालय ने कमिश्रर व कलेक्टरों को दे दिए हैं। इसके लिए जो संकेत दिए गए हैं ,उससे माना जा रहा है कि अगले माह के दूसरे सप्ताह में इसका आयोजन किया जा सकता है। इस कलेक्टर कमिश्नर कॉन्फ्रेंस के जरिये सरकार की योजनाओं और जिलों की ग्रेडिंग की समीक्षा की मुख्यमंत्री द्वारा आला अफसरों की मौजूदगी में की जाएगी। वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये होने वाली इस कांफ्रेंस के दोबारा शुरू होने की जानकारी के बाद जिलों और संभागों में कलेक्टर, कमिश्नर, आईजी, एसपी पुराने एजेंडों के क्रियान्वयन की रिपोर्ट जुटाने में लग गए हैं। इसकी वजह है कि मुख्यमंत्री द्वारा पूर्व में की गई समीक्षा के दौरान दिए गए निर्देशों के पालन के बारे में पूछताछ की जा सकती है।
प्रशासनिक सूत्रों की माने तो इस बैठक के लिए इसी सप्ताह एजेंडा जारी हो सकता है और इसके बाद अगले माह बैठक की जानकारी कलेक्टरों को दी जाएगी। फिलहाल बैठक की तारीख तय करने के लिए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से सहमति ली जानी है। बताया गया कि मुख्यमंत्री जनसेवा अभियान में हितग्राही मूलक योजनाओं के परफार्मेंस को देखते हुए आगामी बैठक में इस पर ज्यादा फोकस किया जाएगा। इसके साथ ही अगले साल होने वाली चुनाव के मद्देनजर सड़क और अन्य विकास कार्यों पर भी सरकार का फोकस रहेगा। इसलिए अधिकारियों को इससे संबंधित प्रोजेक्ट्स और योजनाओं के क्रियान्वयन के काम में तेजी लाने के संकेत दिए गए हैं। कलेक्टरों और विभाग प्रमुखों का सबसे अधिक फोकस जिलों में सीएम हेल्पलाइन की शिकायतों के निराकरण को लेकर है क्योंकि, इसमें कई हितग्राहीमूलक योजनाओं के पात्र लाभ न मिलने की शिकायतें करते हैं। अफसरों को इस बात की चिंता भी है कि कमजोर परफार्मेंस पर सीएम चौहान की सीधी नाराजगी का सामना नहीं करना पड़े। यही वजह है कि इस मामले को लेकर अफसर अभी से अधिक सर्तक दिखना शुरू हो गए हैं। इसकी वजह है हाल ही में मुख्यमंत्री द्वारा झाुबआ के कलेक्टर व एसपी को हटाया जाना।
यह बिंदु हो सकते हैं एजेंडे में शािमल
सूत्रों का कहना है कि इस बैठक में काूनन व्यवस्था के अलावा सुशासन के मामलों को तो शामिल किया ही जाएगा , साथ ही नल जल योजना, खाद्याान्न वितरण, बिजली के अलावा ग्रामीण इलाकों में लगाए जाने वाल शिविरों और आमजन से जुड़ी कई योजनाओं के मामले में पूछताछ कर सकते हैं। दरअसल इन दिनों मुख्यमंत्री खुद सेवा पखवाड़े के तहत ग्रामीण इलाकों में पहुंचकर लोगों से मिलकर उन्हें मिलने वाले सरकारी योजनाओं के लाभ के बारे में पूरी जानकारी ले रहे हैं।