उमंग की तरंग टूटेगी सोनिया के सुसाइड नोट और गैजेट्स से

उमंग सिंघार

भोपाल/राजीव चतुर्वेदी/बिच्छू डॉट कॉम। पूर्व मंत्री और कांग्रेस विधायक उमंग सिंघार की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं। मौके से मिला मृतका का सुसाइड नोट और गैजेट्स ही उनकी तरंग तोड़ने के लिए पर्याप्त माने जा रहे हैं। पुलिस द्वारा खुदकुशी के लिए पे्ररित करने के मामले में उनके खिलाफ प्रकरण दर्ज हो चुका है। यह प्रकरण पुलिस ने उनके बंगले पर अंबाला निवासी सोनिया भारद्वाज द्वारा की गई खुदकुशी के मामले में दर्ज किया गया था।
फिलहाल पुलिस ने इस मामले में अब तक उनकी गिरफ्तारी नहीं की है। इस बीच सिंघार के नौकर का कहना है कि सोनिया द्वारा खुदकुशी करने के तीन दिन पहले उसकी सिंघार से किसी बात को लेकर जमकर बहस हुई थी , जिसके बाद ही सिंघार अपने विधानसभा क्षेत्र में चले गए थे। अब इस मामले में पुलिस द्वारा सुसाइड नोट और सोनिया के गैजेट्स की फोरेंसिक जांच की तैयारी पूरी कर ली गई है। यही वजह है कि पुलिस द्वारा मृतका के पुत्र से अब मृतका की लिखावट वाली डायरी व अन्य दस्तावेज मांगे गए हैं। दरअसल विधि विशेषज्ञों और पुलिस के कई पूर्व आला अफसरों का मानना है कि इस मामले में अब तक पुलिस को जो जानकारी और सबूत मिले हैं , वह सभी सिंघार के खिलाफ अहम हैं। पुलिस सूत्रों के मुताबिक मृतका का वैवाहिक जीवन शुरू से ही अच्छा नहीं रहा है। इस संबंध में पुलिस को पता चला है कि उसने शादी के कुछ सालों बाद एक पार्लर में काम करना शुरू कर दिया था , लेकिन बाद में वहां से भी नौकरी छोड़ दी थी। बताया जाता है कि उसने भोपाल आने के पहले अपने रिश्तेदारों को यहां नौकरी के सिलसिले में आने की जानकारी दी थी। इसका खुलासा उसके एक रिश्तेदार ने किया है। इस बीच पुलिस को तमाम चैट और क्लिपिंग हाथ लग गई हैं , जिनमें उनके बीच हुई बातचीत के अलावा कई अन्य जानकारियां शामिल हैं। इसके अलावा पुलिस द्वारा उसके बरामद दोनों ही मोबाइल फोन की भी फोरेंसिक जांच कराई जा रही है , जिससे कि न्यायालय में उन्हें अहम सबूत के तौर पर पेश किया जा सके। पुलिस इन सबका इस्तेमाल न्यायालय में सिंघार के खिलाफ करेगी। इसके अलावा पुलिस द्वारा कई अन्य तरह के सबूतों को जुटाने का प्रयास किया जा रहा है। इस बीच सिंघार  के करीबी उन्हें बचाने के प्रयासों में लगे हुए हैं। यही नहीं बीते दो माह से सोनिया उमंग के बंगले में रह रही थी। वह भी तब जब उनका रोका हो चुका था। इसके बाद भी सोनिया को वो अधिकार नहीं दिए जा रहे थे , जो घर के एक सदस्य को दिए जाते हैं। बताया जाता है कि मृतका के सुसाइड नोट में इसका स्पष्ट उल्लेख भी किया गया है। बात-बात पर उमंग द्वारा गुस्सा करना और घर के किसी सामान को हाथ न लगाने देने का भी उसमें उल्लेख किया है। इस पत्र में हालांकि उसने अपने बेटे आर्यन से कुछ बातों को लेकर माफी भी मांगी है। उमंग के खिलाफ इस सुसाइड नोट को काफी अहम माना जा रहा है। मामला एक पूर्व मंत्री और वरिष्ठ विधायक से जुड़ा होने की वजह से पुलिस इस मामले में पूरी सतर्कता बरत रही है। उधर इस मामले में जानकारों का कहना है कि पुलिस कार्रवाई सही दिशा में चल रही है। इस मामले में अब तक जो साक्ष्य मिले हैं उसके आधार पर प्रकरण दर्ज किया गया है। पुलिस अभी इस मामले की जांच कर रही है। जांच में उसको जो अहम सबूत मिलेंगे वह न्यायालय के समक्ष रखे जाएंगे। उधर , खुदकुशी किए जाने के बाद सोनिया का फेसबुक एकाउंट भी डिएक्टिव कर दिया गया है। वह उनसे जुड़े लोगों को भी नहीं दिख रहा है। पुलिस इस मामले में भी जांच शुरू करने जा रही है। पुलिस मानकर चल रही है कि उसमें कुछ खास होगा तभी उसे डिएक्टिव किया गया है।
तीसरी बार आयी थी भोपाल
पुलिस को जांच में पता चला है कि सोनिया भोपाल तीसरी बार आयी थी। वह हर बार उमंग के बंगले में ही रुकती थी। बताया जाता है कि इस बार वह बगैर सिंघार की मर्जी के यहां आयी थी। वह हर बार यहां आने के बाद कुछ दिनों रहती थी।
फिर जुटे कांग्रेस विधायक
उधर सिंघार के खिलाफ मामला दर्ज होने के बाद पांच कांग्रेस विधायक डीजीपी से मिल कर उनके खिलाफ दर्ज एफआईआर रद्द करने की मांग कर चुके हैं। अब एक बार फिर सिंघार के पक्ष में कांग्रेस के करीब तीन दर्जन विधायक भोपाल में इकट्ठा हुए हैं। यह सभी इस मामले में पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष कमलनाथ से भी मुलाकात करने जा रहे हैं। बताया जा रहा है कि इस मामले में मुलाकात के दौरान पार्टी अपनी रणनीति तैयार करेगी। कांग्रेस विधायकों का मानना है कि इस मामले में राजनैतिक द्वेषवश यह कार्रवाई की जा रही है।
किया था वीडियो कॉल
सोनिया के भतीजे ने स्थानीय मीडिया को बताया है कि उनकी मौसी ने खुदकुशी करने के एक दिन पहले उसके अलावा कई अन्य रिश्तेदारों से वीडियो कॉल पर बात की थी , तब इस तरह की कोई बात नजर नहीं आयी थी , कि वह इस तरह का कोई बड़ा कदम उठाने जा रही है। उसका कहना है कि मौसी द्वारा शादी किए जाने की भी उन्हें जानकारी नहीं थी। उन्हें तो यह पता था कि मौसी नौकरी के सिलसिले में भोपाल गई हुई हैं।

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