- जबलपुर और पीथमपुर में लिखी जा रही विकास की नई इबारत
भोपाल/बिच्छू डॉट कॉम। केंद्र सरकार के स्मार्ट सिटी योजना के बाद शहरों के विकास के लिए अगला चरण ग्रीन फील्ड सिटी का है। इस योजना में मप्र के दो शहरों जबलपुर और पीथमपुर का चयन किया गया है। ग्रीन फील्ड सिटी के तहत शहर का उस ओर विस्तार किया जाना है, जहां खेत-खलिहान और हरियाली हो। केंद्र सरकार के स्मार्ट सिटी चैलेंज में अव्वल आने के बाद अब मप्र ग्रीन फील्ड सिटी चैलेंज में भी शामिल होने की दौड़ में है। केंद्र सरकार इस प्रोजेक्ट के लिए केंद्र देश के आठ शहरों का चुनाव कर उन्हें एक-एक हजार करोड़ रुपए की फंडिंग करेगी। मप्र सरकार ने दोनों शहरों में ग्रीन फील्ड सिटी निर्माण की जो योजना बनाई है उसमें आत्मनिर्भर मप्र की झलक दिखेगी।
गौरतलब है कि पिछले दिनों जबलपुर और पीथमपुर की चयनित साइट का केंद्र की टीम ने किया दौरा है। अक्टूबर-नवंबर में केंद्र रिजल्ट घोषित कर सकती है। पीथमपुर में इंडस्ट्रियल टाउनशिप सेक्टर-7 में नया औद्योगिक क्षेत्र बसाया जाएगा। यहां 28 गांवों का विस्थापन किया जाना है। सरकार ने उसकी प्रक्रिया भी कर दी है। हालांकि, जबलपुर टेक्सटाइल एवं लॉजिस्टिक क्लस्टर में कोई गांव नहीं होने से विस्थापन को लेकर किसी तरह के विरोध की समस्या नहीं है। कंपनियों को जमीन दी जाएगी, इससे वे कर्मियों को आवास, सुविधाएं जुटा सकेंगे।
स्मार्ट इंडस्ट्रियल टाउनशिप विकसित होगी
15वें वित्त आयोग के तहत 8 नए शहरों को विकसित करने के लिए आठ हजार करोड़ रुपए का चैलेंज फंड मिलेगा। यानी हर शहर को एक-एक हजार करोड़ का परफॉर्मेंस बेस्ड चैलेंज फंड मिलेगा। कॉम्पिटिशन के लिए प्रत्येक राज्य ने अपने दो-दो शहरों का चुनाव किया है। मप्र के पीथमपुर में सेक्टर 7 को आर्थिक निवेश क्षेत्र विकास एवं प्रबंधन स्कीम के अंतर्गत एमपीआईएससी से विकसित किया जाएगा। 1268 हेक्टेयर की भूमि पर स्मार्ट इंडस्ट्रियल टाउनशिप विकसित होगी। इससे इंदौर, बेटमा, महू, राऊ और धार की कनेक्टिविटी बेहतर होगी। वहीं जबलपुर क्लस्टर में 332 हेक्टेयर में विकसित करने के लिए तैयार किया गया है। इसे 15 मिनट सिटी कॉन्सेप्ट जैसे आधार पर तैयार किया है। यानी व्यक्ति को घर और ऑफिस के आसपास हर सुविधा मिलेगी। क्लस्टर में स्थानीय टेक्सटाइल इंडस्ट्री को और सशक्त बनाया जा सकेगा। इससे करीब 50 हजार लोगों को प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार मिलेगा। यहा रेसिडेंशियल टाउनशिप, कमर्शियल एरिया, स्कूल, अस्पताल, होटल और मनोरंजन की सुविधाएं भी विकसित की जाएंगी। नए शहर सूचना एवं प्रौद्योगिकी के अंतर्गत स्मार्ट इंफ्रास्ट्रक्चर के साथ स्टार्टअप्स के लिए इनक्यूबेशन फैसिलिटी भी विकसित की जा रही है।
ग्रीन फील्ड सिटी में कई योजनाएं
जबलपुर में बनने वाले ग्रीन फील्ड सिटी में जिला प्रशासन द्वारा न्यू ग्रीन फील्ड सिटी परियोजना के तहत करीब 3 हजार 260 करोड़ रुपये से टेक्सटाइल एंड लॉजिस्टिक क्लस्टर की स्थापना का प्रस्ताव तैयार कर केंद्र शासन को स्वीकृति हेतु भेज दिया गया है। इस परियोजना में रेसिडेंशियल टाउनशिप, कमर्शियल एरिया, स्कूल, अस्पताल, होटल और मनोरंजन की सुविधाएं भी विकसित की जाएगी। योजना का क्रियान्वयन दो चरणों में किया जायेगा। क्लस्टर की स्थापना से करीब 50 हजार गरीबों को प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार मिलेगा तथा शहर की आर्थिक एवं औद्योगिक गतिविधियों को रफ्तार मिलेगी। चिन्हित स्थल पर टेक्सटाइल और लॉजिस्टिक क्लस्टर के साथ रेसिडेंशियल टाउनशिप, कमर्शियल एरिया, स्कूल, अस्पताल, होटल और मनोरंजन की सुविधाएं भी विकसित की जाएगी। टेक्सटाइल और लॉजिस्टिक क्लस्टर के लिए चिन्हित यह स्थान लगभग 3 हजार 500 करोड़ रुपये से निर्माणाधीन रिंग रोड से भी जल्द ही जुड़ जायेगा। बता दें कि टेक्सटाइल और लॉजिस्टिक क्लस्टर के लिए करीब 332 हेक्टेयर भूमि चिन्हित की गई है।नर्मदा नदी के किनारे स्थित होने के कारण यहां पर्यावरणीय स्थितियों को खास ध्यान में रखते हुए इस परियोजना को ग्रीन सिटी के रूप में विकसित किया जायेगा।