यह हैं कार्डियक अरेस्ट की वजहें …

  • डॉक्टर विजय सक्सेना
कार्डियक अरेस्ट

आज की इस भागदौड़ भरी जिंदगी मे जबकि पूरी दुनिया ने एक भयंकर महामारी देखी है, अभी के जीवन मे एक अजीब सा बदलाव आया है और ये बात मे इसलिए कह रहा हूं क्योंकि इस बदलाव में छुपी हुई एक दहशत भी है, प्रत्येक दिन मेरे से मेरी ओपीडी कक्ष में यह सवाल पूछा जाने लगा है की डॉक्टर साहब, ये अचानक फिटनेस से परिपूर्ण युवा लोगों को हार्ट अटैक क्यू आ रहे है और ये विचार आना स्वाभाविक भी है क्योंकि पिछले कुछ दिनो मे कई युवा लोगों की मृत्यु जिम में व्यायाम करते हुये या ट्रेडमिल पे चलते हुए हुई है,
आखिर ऐसा क्या हो गया अचानक सोचने पे विवश होने वाली बात तो है…
क्या कारण है इसके पीछे चलिये समझते है –
– कोरोना काल के बाद अचानक अपने शरीर को फिट रखने की कयावद जिसमे एक अजीब सी होड़ (competitive drive) और  बिना तैयारी के जिम/ व्यायाम  शुरू करना एवं अपनी स्वयं की फिटनेस के बारे मे जानकारी किये बगैर अनियमित एवं अधिक व्यायाम करना । प्रत्येक शरीर दूसरे शरीर से अलग है सभी की क्षमता अलग अलग  है, उसको पहचान के उसके मुताबिक व्यायाम करना होगा वरना अचानक ज्यादा व्यायाम दिल की धड़कन को एक लिमिट से ज्यादा बड़ा देगा और  दिल को पहुंचने वाली ऑक्सीजन की मात्रा पर्याप्त नहीं होगी एवं दिल का दौरा या अनियमित धड़कन से कार्डियक अरैस्ट एवं आकस्मिक मृत्यु (sudden death) हो सकती है। मेरे विचार से जिम जॉइन करने से पहले जरूरी है की अपनी शारीरिक एवं  मेडिकल फिटनेस अपने डॉक्टर से जरूर ले एवं उसके हिसाब से व्यायाम शुरू करे।
– कोरोना के बाद शरीर मे खून के थक्के जमने की प्रक्रिया (coagulation profile) मे बदलाव सा आ सकता है खास तौर पर उन लोगों को जिनके परिवार में पहले से इस बीमारी का हिस्ट्री रही है या ऐसे लोग जिनमे खून का  थक्का जमने की प्रवृति है , ऐसे लोगों को खासतौर पर जांच  के बिना इस तरह की अनियमित व्यायाम से बचना चाहिए।
– जिम में आजकल सप्लीमेंट्स का प्रचलन बहुत तेजी से  चला है ( जो की एक बिजनेस स्ट्रेटेजी भी है ) युवा इस तरह के प्रोडक्टस का इस्तेमाल  बिना सोचे समझे कर रहे है जो की घातक हो सकता है। बिना सही जानकारी के एवं उचित सलाह के इससे बचना जरूरी है।
– खानपान की अनियमितता एवं स्ट्रेस का लेवल जो अचानक कोविड काल के बाद के  दौर में बढ़ गया है यह भी एक कारण है जिसने लोगों के स्वास्थ्य को कमजोर किया है।  स्ट्रेस, अल्कोहल एवं स्मोकिंग  युवा लोगों में ज्यादा देखने को मिल रहा है जो निश्चित तौर पे  घातक है।
– सार ये है की अपने शरीर पर ध्यान दे लेकिन क्षमताओं का ध्यान रखते हुए धीरे धीरे अपनी व्यायाम की मात्रा बढ़ाये ये आपके अपने शरीर के लिए है न की किसी से मुकाबला (competition) करने के  लिए।
– खानपान का विशेष ध्यान रखे एवं अपने फैमिली डॉक्टर से बीच बीच मे मिलकर अपनी कुछ बेसिक जांच करवाते रहे खास तौर पर ब्लड प्रेशर एवं शुगर।
– जिम के अंदर भी emergency medicines उपलब्ध हो ये भी सुनिश्चित कर लेना आवश्यक है। हो सके तो अल्कोहल एवं स्मोक को अलविदा कहे। 7-8 घंटे की नींद जरूर ले एवं कम से कम सप्ताह में 5 दिन 30 मिनट भोजन से पहले  ब्रिस्क वॉक करे और रात का भोजन हल्का रखे एवं कार्बोहाइड्रेट की मात्रा खाने में कम करे प्रोटीन एवं फाइबर की मात्रा बढ़ाये व्यस्त रहे पर स्ट्रेस कम रखे। अभी तो हमने एक महामारी देखी है ऐसे प्राकृतिक विपदाये कब कहा कैसे अचानक आ जाये ये तो हमारी सोच के ऊपर ईश्वरीय शक्ति ही जानती है। इसलिए समझदारी से काम लें  एवं भगवान पे पूरा भरोसा रखे क्यूंकि आज इस कोरोना जैसी महामारी के बाद भी हम जीवित बच पाये है तो यह  केवल ईश्वर की कृपा ही है।  
आप सभी स्वस्थ एवं मस्त रहें  इस प्रार्थना एवं  कामना के साथ इस लेख को यही विराम देता हूँ।

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