वायनाड। कांग्रेस नेता राहुल गांधी इस समय केरल में अपने लोकसभा क्षेत्र वायनाड के दौरे पर हैं। उन्होंने यहां कहा कि लोगों की तरक्की के लिए काम करना उनकी सर्वोच्च प्राथमिकता है और यह वह जगह है जो उनके लिए घर जैसा है। राहुल ने अपने फेसबुक पर वायनाड में पूरे दिन के घटनाक्रम के बारे में विस्तार से बताते हुए कहा कि आज का दिन लोगों के साथ बातचीत और गर्मजोशी के साथ मेल-मिलाप से भरा रहा।
उन्होंने कहा कि दिन की शुरुआत बंगलूरू केरल समाजम द्वारा मुत्तिल में बनाए गए आवासों के लाभार्थियों को चाबियां सौंपने के अवसर के साथ हुई। उन्होंने कहा कि सबसे संकटग्रस्त वर्गों की अच्छे और बुरे समय में मदद के लिए वायनाड के नेताओं, नागरिक समाज और लोगों द्वारा किया गया यह सामूहिक कार्य इस बात की एक सुंदर अभिव्यक्ति है कि कैसे हम सभी एक बड़े परिवार का हिस्सा हैं।राहुल ने कहा कि वायनाड के एक मेहनती ऑटो चालक वीवी शरीफ की मृत्यु ने मुझे बहुत परेशान किया था। उन्होंने अप्रैल 2021 की यात्रा के दौरान मुझे मजदूर वर्ग के संघर्षों की जानकारी दी थी। आज उनके परिवार से मिला और अपनी हार्दिक संवेदना व्यक्त की, इसके बाद मुझे कुछ सुकून मिला।
उन्होंने आगे कहा कि इसके बाद का दिन कलपेट्टा में बीता, जहां वायनाड के निर्वाचित यूडीएफ एलएसजीआई (UDF LSGI) सदस्यों और स्वर्ण जयंती वर्ष मना रहे फातिमा माता मिशन अस्पताल के कर्मचारियों के साथ व्यावहारिक बातचीत हुई। इसके बाद जवाहर नवोदय विद्यालय के छात्रों और कर्मचारियों के साथ एक दिलकश जुड़ाव के साथ दिन का अंत हुआ। यहां के बच्चों की आंखों में जो जिज्ञासा की झलक मैंने देखी, उसमें मुझे देश का उज्ज्वल भविष्य दिखाई दिया। कांग्रेस नेता ने कहा कि वायनाड आना उनके लिए घर आने जैसा है। उन्होंने कहा, “मैंने हमेशा कहा है, वायनाड आना घर आने जैसा है। यहां अपने लोगों की भलाई के लिए काम करना हमेशा सर्वोच्च प्राथमिकता होगी। मैं बहुत जल्द वापस आऊंगा!”
इससे पहले राहुल ने एक जनसभा को संबोधित किया था, जिसमें उन्होंने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) द्वारा ब्रिटेन में टिप्पणी के लिए उन पर लगातार हमले को लेकर पलटवार किया था। राहुल ने कहा था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी या आरएसएस पर हमला करना भारत पर हमले के समान नहीं है। गांधी ने अपने लोकसभा क्षेत्र में एक जनसभा में कहा, प्रधानमंत्री, भाजपा और आरएसएस के मन में भ्रम की स्थिति है। वे यह धारणा पाले हुए हैं कि वे भारत हैं। पीएम एक भारतीय हैं, न कि भारत। किसी भी तरह से प्रधानमंत्री, भाजपा या आरएसएस पर हमले को भारत पर हमला नहीं माना जा सकता है। लेकिन भारत की स्वतंत्र संस्थाओं पर हमला करके, वे भारत पर हमला कर रहे हैं।और मैं यह कहना बंद नहीं करूंगा।