नई दिल्ली। कांग्रेस के आलाकमान ने पश्चिम बंगाल में पार्टी कार्यालय के बाहर कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के चेहरे पर स्याही फेंकने और पार्टी विरोधी गतिविधियों को गंभीरता से लिया है। कांग्रेस ने राज्य कांग्रेस से अनुशासनहीनता के मामले में रिपोर्ट मांगी है। राष्ट्रीय महासचिव केसी वेणुगोपाल ने सोमवार को एक सख्त बयान जारी किया। उन्होंने कहा कि पार्टी इस तरह के अवज्ञा और अनुशासनहीनता के मामले को बर्दाश्त नहीं करेगी।
वेणुगोपाल ने अपने बयान में कहा कि भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के कुछ पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने मीडिया के साथ-साथ सोशल मीडिया पर कांग्रेस अध्यक्ष के खिलाफ कुछ अशोभनीय टिप्पणियां की हैं। कांग्रेस कार्यालय के बाहर लगे होर्डिंग को भी कुछ शरारती तत्वों ने क्षतिग्रस्त किया है। इस तरह के काम से लाखों पार्टी कार्यकर्ताओं और समर्थकों की भावनाएं आहत हुई हैं। बयान में आगे कहा गया कि हम ऐसी गंभीर पार्टी विरोधी गतिविधियों को बहुत गंभीरता से ले रहे हैं। कांग्रेस अनुशासनहीनता के सार्वजनिक प्रदर्शन को बर्दाश्त नहीं करेगी। पश्चिम बंगाल के प्रभारी महासचिव को तुरंत एक तथ्यात्मक रिपोर्ट प्रस्तुत करने का निर्देश दिया जाता है।
राज्य कांग्रेस के सूत्रों की मानें तो खरगे के पोस्टर के साथ छेड़छाड़ को लेकर पुलिस थाने में शिकायत दर्ज की गई है। कांग्रेस नेताओं ने साजिश का पता लगाने के लिए जांच की मांग की है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने मामले में जल्द कार्रवाई की मांग के लिए सोमवार को थाने के बाहर प्रदर्शन भी किया। अज्ञात लोगों ने पोस्टर और होर्डिंग्स पर खरगे को तृणमूल कांग्रेस का एजेंट भी लिखा है।
पार्टी सूत्रों का कहना है कि टीएमसी के कुछ लोग कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं और अधीर रंजन चौधरी के बीच मतभेद पैदा करना चाहते हैं। चौधरी ने हाल ही में कहा था कि अगर इंडिया गठबंधन सरकार बनाती है, तो ममता बनर्जी उसे बाहर से समर्थन देंगी। चौधरी ने यह भी कहा था कि उन पर भरोसा नहीं किया जा सकता है और वह भाजपा के साथ जा सकती हैं। इस पर खरगे ने कहा था कि ममता बनर्जी गठबंधन के साथ हैं। वे सरकार में शामिल होंगी या नहीं, ये फैसला अधीर रंजन चौधरी नहीं लेंगे। ये फैसला मैं और आलाकमान लेंगे और जो सहमत नहीं होंगे वे बाहर चले जाएंगे।