नई दिल्ली/बिच्छू डॉट कॉम। पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव के नतीजों के बाद जारी हिंसा को लेकर पीएम नरेंद्र मोदी ने भी चिंता जताई है। बंगाल के गवर्नर जगदीप धनखड़ ने बताया कि पीएम नरेंद्र मोदी ने उनसे फोन पर बात की थी और राज्य में फैली हिंसा को लेकर चिंता जताई थी। गवर्नर धनखड़ ने कहा, ‘पीएम नरेंद्र मोदी ने कॉल किया था और कानून व्यवस्था की बिगड़ती स्थिति को लेकर गहरी चिंता और नाराजगी व्यक्ति की। मैंने भी इस पर चिंता जताई और बताया कि राज्य में तोड़फोड़, लूट और हत्याओं का दौर लगातार जारी है। राज्य में कानून व्यवस्था को संभालने के लिए तत्काल एक्शन लिए जाने की जरूरत है।’ इस बीच बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और महासचिव भूपेंद्र यादव सोमवार को बंगाल पहुंच रहे हैं। दोनों नेता राज्य में राजनीतिक हिंसा में मारे गए बीजेपी कार्यकर्ताओं के परिजनों से मुलाकात करेंगे। इससे पहले बीजेपी की ओर से हिंसा पर चिंता जताते हुए कहा गया था कि यह लोकतंत्र की हत्या करने जैसा है और इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। बीजेपी के पूर्व राज्यसभा सांसद स्वप्न दासगुप्ता ने इस बीच ट्वीट कर राज्य के मुख्य न्यायाधीश से हिंसक घटनाओं का स्वत: संज्ञान लेने की अपील की है और कहा है कि उन्हें प्रशासन को आदेश देना चाहिए कि हिंसा पर तत्काल प्रभाव से रोक लगाई जाए।
इससे पहले सोमवार को गवर्नर ने राज्य के डीजीपी को तलब कर हिंसा पर चिंता जताई थी। वहीं बंगाल में कई सीटों पर चुनाव लड़ने वाली एआईएमआईएम के मुखिया असदुद्दीन ओवैसी ने भी हिंसा को लेकर टीएमसी पर निशाना साधा है। ओवैसी ने कहा, ‘जीने का अधिकार मूलभूत अधिकार है। यह किसी भी सरकार का पहला कर्तव्य है कि वह लोगों की जान बताए। यदि सरकार ऐसा नहीं करती है तो फिर वह अपनी ड्यूटी में फेल है। हम किसी भी सरकार की असफलता की आलोचना करते हैं। भले ही वह देश के किसी भी हिस्से या राज्य की सरकार हो।’
बता दें कि राज्य में चुनाव के बाद भड़की हिंसा के लिए बीजेपी ने टीएमसी को जिम्मेदार ठहराया है। मंगलवार को बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा का भी दो दिवसीय बंगाल दौरा शुरू हुआ है। इस दौरान वह हिंसा में मारे गए बीजेपी कार्यकर्ताओं के परिजनों से मिलेंगे और घायलों से मिलेंगे। मीडिया से बात करते हुए पार्टी प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा कि बंगाल में जो हालात हैं, वैसे भारत के चुनावी इतिहास में कभी नहीं रहे। उन्होंने कहा, ‘बंगाल के हालातों पर यकीन नहीं किया जा सकता। हमने भारत के चुनावी इतिहास में कभी ऐसा नहीं देखा। बंगाल जल रहा है।’