
अहमदाबाद। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुजरात के भारवाड़ समुदाय से ‘एक पेड़ मां के नाम’ अभियान के तहत प्राकृतिक खेती अपनाने और पेड़ लगाने की अपील की। उन्होंने मुख्य रूप से पशुपालन करने वाले समुदाय से देश को 2047 तक एक विकसित राष्ट्र बनाने में योगदान देने का आग्रह किया। पीएम मोदी ने अहमदाबाद के धोलेरा तालुका के बावलियाली धाम में एक धार्मिक कार्यक्रम में भाग लेने के लिए बड़ी संख्या में जुटे समुदाय के सदस्यों को वर्चुअल माध्यम से संबोधित किया।
उन्होंने कहा कि हमने अपनी धरती मां को बहुत पीड़ा दी है, क्योंकि हम लगातार पानी खींचते रहे और फिर उसमें जहरीले रसायन डालते रहे। अब इसे फिर से स्वस्थ बनाने की जिम्मेदारी हमारी है। उन्होंने कहा कि गाय का गोबर धरती को पुनर्जीवित करने में मदद कर सकता है। मैं आप सभी से प्राकृतिक खेती अपनाने और धरती मांग की सेवा करने का आग्रह करता हूं। उन्होंने कहा कि लोग प्राकृतिक खेती अपनाएं और एक पेड़ मां के नाम अभियान के तहत एक पेड़ भी लगाएं। उन्होंने समुदाय से अपील की कि वे अपने मवेशियों को खुरपका-मुंहपका रोग से बचाव के लिए केंद्र की ओर से निःशुल्क उपलब्ध कराए जाने वाले टीके अवश्य लगवाएं।
पीएम मोदी ने बावलियाली धाम को आस्था, संस्कृति और धर्म का स्थान बताया। उन्होंने समुदाय से अपील की कि वे परिस्थितियों के अनुसार बदलाव लाएं और अपनी बेटियों को कंप्यूटर चलाना सिखाएं। इससे पहले दिन में गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने बावलियाली धाम का दौरा किया और भारवाड़ समुदाय के धार्मिक कार्यक्रम में भाग लिया।
पीएम ने कहा कि हमें अगले 25 वर्षों में विकसित भारत का निर्माण करना है और इसके लिए मुझे आपके समुदाय का समर्थन चाहिए। और मेरा दृढ़ विश्वास है कि पहला कदम हमारे गांवों को विकसित बनाना है। उन्होंने कहा कि किसान क्रेडिट कार्ड पहले सिर्फ किसानों को ही दिया जाता था। अब हमने इसका लाभ पशुपालकों को भी दिया है, जिससे वे कम ब्याज दर पर ऋण ले सकते हैं। उन्होंने कहा कि हम देशी गोजातीय नस्लों के संरक्षण के लिए राष्ट्रीय गोकुल मिशन भी चला रहे हैं। आपको इन योजनाओं का लाभ उठाना चाहिए।