बेंगलुरू। केंद्रीय ऊर्जा मंत्री आर के सिंह ने रविवार को कहा कि ऊर्जा संक्रमण (एनर्जी ट्रांजिशन) पर चर्चा का विस्तार करने की जरूरत है। उन्होंने ऊर्जा सुरक्षा और पहुंच जैसी चुनौतियों पर विचार-विमर्श पर जोर दिया। वह यहां जी-20 में ऊर्जा संक्रमण कार्य समूह (ईटीडब्ल्यूजी-1) की पहली बैठक से इतर संवाददाताओं से बात कर रहे थे। सिंह ने कहा, यह आज सबसे महत्वपूर्ण पहलू है, क्योंकि आप ऊर्जा के बिना विकास नहीं कर सकते। विकास का मतलब ऊर्जा है। साथ ही जलवायु संकट है और दुनिया को यह सुनिश्चित करने की आवश्यकता है कि ग्लोबल वार्मिंग को दो डिग्री सेंटीग्रेड से नीचे सीमित करने के लिए उत्सर्जन को कम किया जाए।
उन्होंने सम्मेलन में कहा कि ऊर्जा संक्रमण के लिए प्रौद्योगिकी, वित्त, आपूर्ति श्रृंखला जैसी विभिन्न चुनौतियों को देखा जाएगा, क्योंकि वे महत्वपूर्ण हैं।केंद्रीय मंत्री ने विमर्श के विस्तार की आवश्यकता पर जोर देते हुए कहा कि कोई अकेले उर्जा संक्रमण के बारे में बात नहीं कर सकता है और ऊर्जा पहुंच और ऊर्जा सुरक्षा पर भी विचार-विमर्श करने की आवश्यकता है। उन्होंने आगे कहा, दुनिया में लगभग 600 से 800 मिलियन लोग ऊर्जा तक पहुंच के बिना रह रहे हैं और आप ऊर्जा संक्रमण के बारे में उनसे बात नहीं कर सकते हैं। आप उन्हें यह नहीं कह सकते हैं कि अपनी रसोई चलाने के लिए लकड़ी न काटें। आप उनसे वनों की कटाई और अन्य चीजों के बारे में बात नहीं कर सकते हैं।
उन्होंने कहा कि आज दुनिया ऊर्जा सुरक्षा और आपूर्ति श्रृंखला में व्यवधान से जुड़ी चिंताओं से गुजर रही है। मंत्री ने जिक्र करते हुए कहा, ऊर्जा सुरक्षा ने विकसित देशों को प्रभावित किया था, जब गैस और अन्य चीजों की आपूर्ति श्रृंखला बाधित हुई थी। उन्होंने विस्तार से बताया कि जब ऊर्जा सुरक्षा के मुद्दे का सामना करना पड़ता है, तो उस देश के लिए ऊर्जा संक्रमण बैकग्राउंड में फीका पड़ जाता है, क्योंकि ऊर्जा सुरक्षा पहले आती है, यह ऊर्जा उपलब्धता खतरे में होने का सवाल है।