मुंबई। महाराष्ट्र और झारखंड में विधानसभा चुनावों के साथ ही देश भर में 14 राज्यों की 48 विधानसभा सीटों और दो राज्यों की दो लोकसभा सीटों पर भी उपचुनाव को लेकर इस दिनों देश की सियासी सरगर्मी बढ़ी हुई है। महाराष्ट्र में एक चरण चुनाव होना है। सभी पार्टियों ने कमर कस ली है। यहां महायुति बनाम एमवीए का चुनाव है। आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है। एक तरफ मल्लिकार्जुन खरगे अपनी ही पार्टी यानी कांग्रेस को नसीहत देते नजर आए। वहीं, भाजपा ने इस पर पलटवार किया। दूसरी ओर, संजय राउत ने पुलिस महानिदेशक रश्मि शुक्ला को लेकर बड़ी बात कही।
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने बताया, ‘मैंने कहा है कि उन्हें (महाराष्ट्र कांग्रेस) 5, 6, 10 या 20 गारंटी की घोषणा नहीं करनी चाहिए। बजट के आधार पर गारंटी की घोषणा की जानी चाहिए। अन्यथा, दिवालियापन होगा। अगर सड़कों के लिए पैसा नहीं है, तो हर कोई आपके खिलाफ हो जाएगा। अगर सरकार विफल होती है, तो आने वाली पीढ़ी के पास एक बुरे नाम के अलावा कुछ नहीं बचेगा।
भाजपा नेता रविशंकर प्रसाद ने कहा, ‘कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने स्वीकार किया है कि हमें केवल उन वस्तुओं के लिए घोषणा करनी चाहिए, जिनके लिए हमारे पास बजटीय प्रावधान और वित्तीय उपलब्धता है। क्या कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने राहुल गांधी को यह सबक सिखाया है? राहुल गांधी घोषणाएं करने में माहिर हैं। वे सिर्फ घोषणाएं करते हैं और वोट के लिए जनता को बेवकूफ बनाते हैं और फिर वे अपने वादों को लागू नहीं करते हैं। कर्नाटक में उन्होंने (कांग्रेस) पांच गारंटी की घोषणा की। आज वे मुफ्त बस योजना (शक्ति) की समीक्षा करने की बात कर रहे हैं। भाजपा हमेशा उन वादों को पूरा करती है जो हम करते हैं।’