नई दिल्ली । दूरसंचार मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बुधवार को बताया कि भारत के पास अब 6जी प्रौद्योगिकी के 127 वैश्विक पेटेंट हैं। इन्हें भारतीयों ने हासिल किया है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कथन को दोहराया कि भारत के पास भरोसा व मानक की ताकत है, जिससे भारतीय दूरसंचार प्रौद्योगिकी की मांग दूसरे देशों में भी बढ़ रही है। नई दिल्ली में आयोजित संचार मंत्रियों के सम्मेलन में ‘समाज के डिजिटल परिवर्तन को सुनिश्चित करने के लिए दूरसंचार में नवाचार को सक्षम बनाना’ विषय पर अपनी बात रखते हुए वैष्णव ने कहा कि भारत को 6जी प्रौद्योगिकी में दुनिया का नेतृत्व करना चाहिए। उन्होंने कहा कि कुछ समय पहले हमारे प्रधानमंत्री ने हमें एक लक्ष्य दिया था कि 5G में हम दुनिया के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़े हों और 6G में हम सबसे आगे हों। इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए हम सभी ने काम किया है, शिक्षाविदों ने, और उद्यमियों ने काम किया है और आज 6G विजन का उद्घाटन किया गया। अब तक हमारे पास 6जी प्रौद्योगिकियों के लिए 127 से अधिक पेटेंट हैं।
उन्होंने कहा कि आज भारत आत्मविश्वास से उत्पादों और प्रौद्योगिकी का विकास कर रहा है। रक्षा, इस्पात, रेलवे और नवीकरणीय ऊर्जा का ही मामला लें, हर क्षेत्र में भारत प्रौद्योगिकी के विकास की ओर बढ़ रहा है। यह दृष्णिकोण का बदलाव है जो पिछले आठ वर्षों में हुआ है। पीएम ने कहा कि भारत के लिए दूरसंचार तकनीकी सिर्फ ताकत दिखाने का तरीका नहीं है बल्कि यह लोगों को सशक्त बनाने का मिशन है। 2014 से पहले भारत में 6 करोड़ ब्रॉडबैंड उपभोक्ता थे। आज इनकी संख्या 80 करोड़ से ज्यादा है। 2014 से पहले भारत में इंटरनेट कनेक्शन 25 करोड़ थे। आज ये 85 करोड़ से भी ज्यादा है।
उधर, नई दिल्ली में इंटरनेशनल टेलीकम्युनिकेशंस यूनियन का कार्यालय व इनोवेशन सेंटर शुरू करते हुए यूनियन की महासचिव डोरीन बोगदन मार्टिन ने प्रधानमंत्री मोदी द्वारा तकनीकी क्षेत्र में की जा रही पहल को सराहा। डोरीन ने कहा, ‘पीएम मोदी के विजन और नेतृत्व में डिजिटल इंडिया ने भारत को नई तकनीकें अपनाने और इनोवेशन में आगे खड़ा कर दिया है। आधार, यूपीआई और ऐसी कई अन्य पहल भारत को एक ज्ञान आधारित अर्थव्यवस्था में बदल चुकी हैं। यह सब कम खर्च और बेहद बड़े स्तर पर हो रहा है। इसके केंद्र में समावेशी प्रगति का बुनियादी सिद्धांत है। यह पीएम मोदी के मंत्र ‘सबका साथ सबका विकास’ में नजर आता है। मैं इस साल जी20 की शानदार थीम में भी इसे देखकर खुश हूं, जो कहती है, ‘एक धरती, एक परिवार, एक भविष्य।’