छत्रपति संभाजीनगर। बीड सरपंच हत्या मामले को लेकर महाराष्ट्र की मंत्री पंकजा मुंडे ने बड़ा बयान दिया है। पंकजा मुंडे ने कहा कि मैंने सरपंच संतोष देशमुख के परिवारीजनों से मिलने का प्रयास किया था, लेकिन गांव की स्थिति को देखते हुए मुझे मिलने से मना कर दिया गया। हत्याकांड में घिरे मंत्री धनंजय मुंडे की चचेरी बहन और महाराष्ट्र की पर्यावरण मंत्री पंकजा मुंडे ने कहा कि मैंने संतोष देशमुख के परिवार से मिलने की कोशिश की, लेकिन उन्होंने अपने गांव की स्थिति के कारण मना कर दिया। उन्होंने कहा कि मेरा गांव मासाजोग जाना और घटना पर अपनी भावनाएं व्यक्त करना निजी मामला है। सरपंच के परिवार ने उनसे कहा कि गांव की स्थिति उनके हाथ में नहीं है। उन्होंने मुझसे वहां न जाने का आग्रह किया। पंकजा ने कहा कि मैं परिवार की अनुमति लेकर उनसे मिलने जाऊंगी। मेरे दौरे से ज्यादा महत्वपूर्ण परिवार को न्याय दिलाना है।
पुलिस के अनुसार, सरपंच संतोष देशमुख की हत्या के पीछे एक बड़ी जबरन वसूली का मामला है। बीड जिले में पवन चक्कियां स्थापित करने वाली एक ऊर्जा कंपनी से कथित तौर पर दो करोड़ रुपये की वसूली की जा रही थी। देशमुख ने इस जबरन वसूली का विरोध किया था, जिसके बाद नौ दिसंबर को उनका अपहरण किया गया और फिर हत्या कर दी गई। उनकी मौत के बाद मामले ने तूल पकड़ लिया, जिसके बाद चार आरोपियों को गिरफ्तार किया गया।
वहीं, कुछ दिन पहले, महाराष्ट्र के मंत्री धनंजय मुंडे के करीबी सहयोगी वाल्मीक कराड ने पुणे में पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण किया था। कराड को पुलिस हिरासत में भेज दिया गया था। बाद में गिरफ्तार कर लिया गया। अभी तक कुल सात आरोपी इस मामले में गिरफ्तार हो चुके हैं। इस मामले के बाद सरपंच के परिवार और कई नेताओं ने मुंडे से सरकार से इस्तीफा देने की मांग की है।