बेलगावी/बिच्छू डॉट कॉम। कर्नाटक विधानसभा में विपक्ष के नेता सिद्धारमैया ने राज्य की भाजपा सरकार पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की यात्रा के लिए विधानमंडल के शीतकालीन सत्र में एक दिन की कटौती करने का आरोप लगाया है। पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता सिद्धारमैया ने गुरुवार को कहा कि कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई में इतनी हिम्मत नहीं है कि वह शाह से सत्र के दौरान न आने के लिए कहें। उन्होंने कहा कि विधानमंडल सत्र को कम करने का कदम राज्य के खिलाफ है। साथ ही उन्होंने सार्वजनिक मुद्दों पर चर्चा के लिए शीतकालीन सत्र सप्ताह के लिए बढ़ाने की मांग की। सिद्धारमैया ने गुरुवार को ट्वीट किया, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के कार्यक्रम में शामिल होने के लिए कल सदन की कार्यवाही रद्द करने का कर्नाटक की भाजपा सरकार का फैसला राज्य के खिलाफ है। मैं मांग करता हूं कि सत्र को एक सप्ताह और बढ़ाया जाए और जनता के मुद्दों पर चर्चा का अवसर दिया जाए। राज्य के सीमावर्ती जिले बेलगावी में 19 दिसंबर को कर्नाटक विधानमंडल का 10 दिवसीय शीतकालीन सत्र शुरू हुआ था और इसे 30 दिसंबर तक चलना था। विधानसभा अध्यक्ष विश्वेश्वर हेगड़े कागेरी ने बुधवार को घोषणा की था कि गुरुवार को शीतकालीन सत्र आखिरी दिन होगा।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह 30 और 31 दिसंबर को कर्नाटक के दौरे पर रहेंगे। वह गुरुवार रात ही बेंगलुरु पहुंचेंगे। यात्रा के दौरान वह मांड्या, देवनहल्ली और बेंगलुरु में विभिन्न कार्यक्रमों और पार्टी की बैठकों में भाग लेंगे। इससे पहले, पत्रकारों से बात करते हुए कांग्रेस नेता सिद्धारमैया ने कहा था कि सदन में सार्वजनिक महत्व के कई मुद्दों को उठाने के लिए समय पर्याप्त नहीं मिला और सरकार सत्र बढ़ाने के बजाय उसे कम कर रही है। उन्होंने सवाल किया कि क्या सिर्फ इसलिए कि अमित शाह आ रहे हैं, सत्र स्थगित किया जा सकता है? कांग्रेस नेता ने कहा कि सीएम बोम्मई को अमित शाह से कहना चाहिए था कि वह मुख्यमंत्री हैं, सत्र के दौरान मत आइए, बाद में आइए। लेकिन उनमें इतनी हिम्मत नहीं है।