नई दिल्ली। चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) जनरल अनिल चौहान ने कहा कि अग्निपथ योजना का उद्देश्य सेना की युवा छवि को बनाए रखना है। तीनों सेनाओं में युवा छवि बनाए रखने की दिशा में यह योजना प्रमुख सुधारों में से एक है। रक्षा मंत्रालय के अनुसार, रविवार को ओडिशा स्थित भारतीय नौसेना की प्रमुख प्रशिक्षण सुविधा आईएनएन चिल्का में एक कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस दौरान सीडीएस चौहान ने अग्निवीरों को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि अग्निपथ योजना का कार्यान्वयन कुशल, अनुशासित और प्रेरित युवाओं को प्रदान करके सेवाओं और राष्ट्र निर्माण में युवा प्रोफाइल बनाए रखने की दिशा में प्रमुख सुधारों में से एक रहा है। उन्होंने अग्निवीरों से तकनीकी रूप से कुशल समुद्री योद्धा बनने के लिए प्रशिक्षण पर ध्यान केंद्रित करने का आह्वान किया।
कार्यक्रम के दौरान सीडीएस चौहान ने प्रशिक्षण बुनियादी ढांचे का दौरा भी किया। इस दौरान उन्होंने नौसेना में अग्निवीर प्रशिक्षण के बारे में जानकारी हासिल की। उन्होंने सुविधा में उच्च मानकों का प्रशिक्षण प्रदान करने और समुद्री योद्धाओं की अगली पीढ़ी को आकार देने के लिए नौसेना की सराहना की। बता दें कि केंद्र सरकार ने जून 2022 में अग्निपथ योजना की शुरुआत की थी। इसका पीछे का उद्देश्य तीनों सेनाओं की आयु प्रोफाइल में कमी लाना था। अग्निपथ योजना में साढ़े 17 वर्ष से 21 वर्ष की आयु वर्ग के युवाओं को चार साल के लिए भर्ती करने का प्रावधान है, जिसमें से 25 प्रतिशत को और 15 वर्षों तक सेवा विस्तार देने का प्रावधान है।