नई दिल्ली। आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर जैसे-जैसे समय बीतता जा रहा है, वैसे-वैसे राजनीतिक दलों ने अपनी सक्रियता बढ़ा दी हैं। सभी राजनीतिक दल लोकसभा चुनाव को लेकर अपनी जीत का दावा कर रहे हैं। महाराष्ट्र में भी भाजपा अब चुनावी मूड में आ गई है। भाजपा में सीटों के बंटवारे को लेकर महाराष्ट्र के भाजपा अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले ने सोमवार को कहा, केंद्रीय संसदीय बोर्ड राज्य में सहयोगियों के बीच लोकसभा सीटों के बंटवारे पर अंतिम फैसला लेगा।
भाजपा के ‘लोकसभा महाविजय अभियान’ के तहत नासिक जिले का दौरा कर रहे बावनकुले ने कहा , 2024 के चुनावों के लिए सीट बंटवारे को लेकर ‘महायुति’ (महागठबंधन) में कोई मतभेद नही हैं। तीनों पार्टियां उन्हें आवंटित सीटें को जीतने में एक-दूसरे की मदद करेंगी। सत्तारूढ़ गठबंधन द्वारा 48 में से 45 सीटें जीतने का दावा किया गया है।
वहीं, विरोधियों पर हमला बोलते हुए उन्होंने कहा, राकांपा संस्थापक शरद पवार और शिवसेना (यूबीटी) अध्यक्ष उद्धव ठाकरे तमिलनाडु के मंत्री उदयनिधि स्टालिन द्वारा की गई सनातन धर्म विरोधी टिप्पणियों पर अपना रुख स्पष्ट करें। बावनकुले ने कहा, ऐसा लगता है कि वे (पवार और ठाकरे) हिंदू धर्म और संस्कृति के संबंध में उदयनिधि स्टालिन के विचारों का समर्थन करते हैं। उन्हें इसकी घोषणा करनी चाहिए या फिर भारत गठबंधन छोड़ देना चाहिए। भाजपा महाराष्ट्र में मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना और राकांपा (अजित पवार समूह) के साथ गठबंधन में है, जिसमें 48 लोकसभा सीटें हैं, जो उत्तर प्रदेश (80) के बाद दूसरी सबसे बड़ी सीटे हैं। ये तीनों दल राज्य में सत्तारूढ़ गठबंधन के घटक हैं।