बिच्छू डॉट कॉम। केंद्रीय अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने बुधवार को कहा कि आगामी विधानसभा चुनावों में चुनावी रैलियों के कारण कोरोना संक्रमण फैलने के डर से घबराने की जरूरत नहीं है। उन्होंने कहा कि देश के पास कोविड-19 से निपटने के लिए पर्याप्त संसाधन हैं। नकवी ने कहा, “कोविड-19 को लेकर किसी भी तरह की दहशत नहीं होनी चाहिए। हमें योजना बनानी चाहिए, सावधानी बरतनी चाहिए, रोकथाम के लिए प्रयास करना चाहिए। राजनीतिक रैलियों और संक्रमण फैलने के डर से घबराने की जरूरत नहीं है क्योंकि हमारे पास पर्याप्त संसाधन हैं और लोगों के स्वास्थ्य और भलाई के लिए इस लड़ाई को लड़ने के लिए सुविधाएं हैं।”
उन्होंने कहा, “मुझे लगता है कि आप बार-बार दहशत पैदा कर लोगों को और परेशान कर रहे हैं। इसके अलावा सरकार के पास इतनी सुविधाएं और संसाधन हैं कि किसी भी संकट का समाधान किया जा सकता है।” केंद्रीय मंत्री पंजाब के स्वास्थ्य मंत्री ओपी सोनी की बढ़ती सीओवीआईडी -19 मामलों के बीच बड़ी सभाओं के साथ राजनीतिक रैलियों पर प्रतिबंध लगाने की मांग पर प्रतिक्रिया दे रहे थे। उन्होंने आरोप लगाया कि बाद में प्रतिबंध की मांग करके लोगों में दहशत पैदा की जा रही है।
इस बीच, अखिल भारतीय मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड (एआईएमपीएलबी) के स्वतंत्रता दिवस की 75वीं वर्षगांठ पर स्कूलों में ‘सूर्य नमस्कार’ कार्यक्रम आयोजित करने के केंद्र सरकार के निर्देश के विरोध पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा, “यह एक नकली फतवा कारखाना है। यह इसकी एक और हड़बड़ाहट है। अब मुझे नहीं पता कि यह सूर्य से एलर्जी है या नमस्कार से। केवल उनकी कच्ची मानसिकता ही बता सकती है कि उन्हें किससे एलर्जी है।” उन्होंने आगे कहा, “जहां तक सवाल है कि सूर्य और नमस्कार का, दोनों ही ऊर्जा देते हैं। यह एक विश्व-ज्ञात तथ्य है। यह सभी को ज्ञात है कि सूर्य और नमस्कार लोगों को ऊर्जा देते हैं। अब उन्हें ऊर्जा से एलर्जी है, फिर यह उनकी समस्या है और यही उन्हें पता होना चाहिए।”