नई दिल्ली। शशि थरूर ने बांग्लादेश में अशांति और अल्पसंख्यकों पर हमले को लेकर अपनी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि यह बहुत ही दुख है कि जिस लोकतांत्रिक और लोकप्रिय क्रांति को शुरू में सराहा गया था, वह अब अराजकता और अल्पसंख्यकों, खासकर हिंदुओं के खिलाफ हिंसा में बदल गई है। थरूर ने कहा, “हमें भारत में बांग्लादेश के लोगों के साथ खड़ा होना चाहिए। लेकिन हमारे लिए यह नजरअंदाज करना बहुत मुश्किल है कि भारत और बांग्लादेश की दोस्ती के हर प्रतीक पर हमला हो रहा है। भारतीय सैनिकों के सामने पाकिस्तानी बलों के आत्मसमर्पण की प्रतिमा को तोड़ा गया है। भारतीय सांस्कृतिक केंद्र को नष्ट किया गया है। इस्कॉन मंदिर जैसे कई संस्थानों को भी नुकसान पहुंचाया गया है। ये सब भारत में लोगों के लिए बहुत ही बुरा संकेत है। यह बांग्लादेश के लिए भी सही नहीं है कि वह इस तरह से पेश आए।” उन्होंने आगे कहा, “वे अपने लोकतंत्र को बहाल करने की कोशिश कर रहे हैं। लेकिन जब आप अल्पसंख्यकों, खासकर एक विशेष समुदाय के खिलाफ हो जाते हैं, तो यह भारत और अन्य जगहों पर भी ध्यान में आता है और नफरत का कारण बन जाता है।”
कांग्रेस नेता शशि थरूर ने कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में महिला डॉक्टर हत्याकांड पर भी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा, “यह क्रूर घटना बहुत ही चौंकाने वाली है। यह बहुत ही खराब घटना है। अपराधी को पकड़ा जाना चाहिए। मुख्यमंत्री ने पुलिस को इस मामले को सुलझाने के लिए एक हफ्ते का समय दिया था। अब सीबीआई को भी इसमें शामिल किया गया है। अगर उनके पास इस मामले को हल करने का ज्यादा अनुभव और जानकारी है तो अच्छा है। सबसे जरूरी बात यह है कि अपराधी को सजा मिले और इतनी सख्त सजा हो कि कोई ऐसा अपराध करने की सोचे भी नहीं।” उन्होंने कहा, “यह एक बहुत ही भयानक अपराध है। मेरी संवेदना उस लड़की के माता-पिता, परिवार और प्रियजनों के साथ है। यह कितनी बुरी बात है कि आपकी जो युवा और होशियार बेटी लोगों की सेवा करने वाली डॉक्टर थी, इस भयावह तरीके से मारी गई है।”