नई दिल्ली । दिल्ली शराब घोटाले में दिल्ली के पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया की गिरफ्तारी के बाद से आप आदमी पार्टी लगातार केंद्र की मोदी सरकार पर हमला बोल रही है। शनिवार को आप नेता और राज्यसभा सांसद राघव चड्ढा ने प्रेस वार्ता का आयोजन कर भाजपा दिग्गज नेताओं और पीएम मोदी को आड़े हाथों लिया।
आप सांसद ने भाजपा पर एजेंसियों के दुरुपयोग करने का आरोप लगाते हुए कहा कि मनीष सिसोदिया पर एक और झूठा मुकदमा, फीडबैक यूनिट की आड़ में किया गया है। भाजपा आरोप लगा रही है कि सिसोदिया ने पीएम और भाजपा के अन्य नेताओं की जासूसी कराई है। ‘मैं पूछना चाहता हूं कि आधे राज्य का आधा उपमुख्यमंत्री देश के सबसे ताकतवर पीएम और सबसे प्रभावशाली पार्टी के नेताओं की पिछले आठ सालों से जासूसी करा रहा था, लेकिन भारत सरकार की किसी भी एजेंसी के पास इस बारे में कोई जानकारी नहीं थी और अगर ऐसा हो रहा था तो सबसे पहला सवाल भारत की जांच एजेंसियों पर खड़ा होता है। मैं भाजपा नेताओं से कहना चाहता हूं कि अगर किसी ने आपकी जासूसी की है, तो सबसे पहले एनआईए, आईबी और रॉ के बड़े-बड़े अधिकारियों को हटाइए, क्योंकि आठ साल से कोई व्यक्ति आपकी जासूसी कर रहा है और वह पता ही नहीं लगा पा रही हैं। यह भाजपा नेताओं की बौखलाहट है जो मनीष सिसोदिया को झूठे मुकदमों में इसलिए फंसा रही है कि वह जेल से बाहर न आएं।
राघव ने कहा कि अभी हमने देखा कि गुजरात से भाजपा का साधारण कार्यकर्ता किरण पटेल कश्मीर में सरकारी पैसे का इस्तेमाल कर मौज कर रहा था। जम्मू-कश्मीर की पुलिस और सुरक्षा को भेदने वाले की जांच करने की बजाय मनीष सिसोदिया पर कार्रवाई हो रही है। इसके अलावा उन्होंने यह भी आरोप लगाया है कि ‘दिल्ली विधानसभा में भाजपा द्वारा नो कॉन्फिडेंस मोशन लाकर केजरीवाल सरकार गिराना चाहती है। भाजपा अब आप विधायकों को भाजपा में शामिल होने का लालच और धमकी दे रही है। अविश्वास प्रस्ताव के सपोर्ट के लिए भाजपा ने आप के कई विधायकों से संपर्क किया है।
सीबीआई ने दिल्ली सरकार की ‘फीडबैक यूनिट’ में कथित अनियमितताओं को लेकर पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया और अन्य के खिलाफ भ्रष्टाचार का नया मामला दर्ज किया है। सिसोदिया पर आरोप है कि आप सरकार ने 2015 में एक फीडबैक यूनिट बनाई थी और इससे कई लोगों की जासूसी की गई। आरोप मुख्यतः विपक्ष पर जासूसी करने का है। यह भी आरोप है कि इस यूनिट में भर्ती के लिए केंद्र सरकार से अनुमति भी नहीं ली गई थी। कहा जा रहा है कि सीबीआई ने इस मामले में जो एफआईआर दर्ज की है उसमें मनीष सिसोदिया को आरोपी नंबर-1 बनाया है। इस मामले में सीबीआई ने 14 मार्च को केस दर्ज किया था।