राहुल ने नैतिक-दार्शनिक नेतृत्व कर कांग्रेस पार्टी में नई जान फूंकी: गौरव गोगोई

 गौरव गोगोई

नई दिल्ली। कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने पार्टी के पुनरुत्थान का श्रेय राहुल गांधी को दिया। उन्होंने कहा कि राहुल ने न केवल पार्टी को नैतिक और दार्शनिक नेतृत्व प्रदान किया, बल्कि लोकसभा चुनावों की योजना भी तैयार की, जिसका असर नतीजों में भी दिखाई दिया। गोगोई ने मई 2022 में पार्टी के उदयपुर ‘चिंतन शिविर’ में कांग्रेस की पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी के संदेश को याद किया। जिसमें उन्होंने कहा था कि पार्टी ने पुनरुत्थान की राह पर एक लंबा सफर तय किया और उस राह पर आगे बढ़ने के लिए प्रतिबद्ध है।

उन्होंने कहा, आपको 2021 से कांग्रेस के सफर को याद होगा जब हम हमने बहुत खराब प्रदर्शन किया था। हमने 2019 के लोकसभ चुनाव में खराब प्रदर्शन किया था। 2021 के विधानसभा चुनाव में हम असम और केरल में हार गए थे और भाजपा उफान पर थी। हमने उदयपुर में चिंतन शिविर का आयोजन किया, क्योंकि हम चिंतित थे। असम की जोरहाट लोकसभा सीट पर करीब डेढ़ लाख मतों के अंतर से जीत दर्ज करने वाले गोगोई ने कहा कि चिंतन शिविर के अंत में तत्कालीन पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी को अपने भाषण में कहना पड़ा था कि हम इससे तीन बार पार पा लेंगे, जो उस समय पार्टी की मानसिकता को दिखाता है। उन्होंने हां, अगर आप उस समय से देखें तो हम एक लंबा सफर तय कर चुके हैं और हमें इससे भी आगे जाना है।

उन्होंने कहा कि चिंतन शिविर के बाद देखा होगा कि कांग्रेस के पुनरुद्धार को राहुल गांधी के साथ जोड़कर देखा जा रहा है। उन्होंने कहा, कांग्रेस ने उनसे (राहुल गांधी) एक यात्रा (भारत जोड़ो यात्रा) करने के लिए कहा। वह सितंबर 2022 से जनवरी 2023 तक करीब चार हजार किलोमीटर तक कन्याकुमारी से कश्मीर तक पैदल चले, जिसके परिणाम हमने कर्नाटक चुनावों में देखे। फिर उन्से छत्तीसगढ़, राजस्थान और मध्य प्रदेश हारने के बाद अयोध्या मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा समारोह से पहले के माहौल में एख और यात्रा करने का अनुरोध किया गया। उन्होंने कहा, इन चुनवों में क्या मुद्दे थे- लोकतंत्र, संविधान, जाति जनगणना, अग्निपथ। इन मुद्दों को हमारी कहानी में कौन लाया? इन मुद्दों को सामने लाने की मुख्य भूमिका राहुल की थी। इसलिए उन्होंने हमें नैतिक और दार्शनिक नेतृत्व दिया।

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