नई दिल्ली। सर्वोच्च न्यायालय ने मंगलवार को चंडीगढ़ महापौर चुनाव पर ऐतिहासिक फैसला सुनाया। मुख्य न्यायाधीश (सीजेआई) डीवाई चंद्रचूड़ की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय पीठ ने आदेश दिया कि महापौर चुनाव में अमान्य किए गए आठ बैलेट पेपर मान्य माने जाएंगे। जिसके बाद आम आदमी पार्टी (आप) ने कुलदीप कुमार महापौर घोषित कर दिया। इस बीच, कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा है।
राहुल गांधी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर कहा कि लोकतंत्र की हत्या में भाजपा के षड़यंत्र में अनिल मसीह (पीठासीन अधिकारी) तो सिर्फ एक मोहरा है। इसके पीछे मोदी का चेहरा है। वहीं, शीर्ष अदालत के फैसले पर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने भी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा, सर्वोच्च न्यायालय ने निरंकुश भाजपा के दांतों से लोकतंत्र को बचा लिया है, जो चुनाव में हेरफेर की गंदी राजनीति का सहारा लेती है। चंडीगढ़ महापौर चुनाव में हेरफेर लोकतंत्र को कुचलने के मोदी-शाह के षड़यंत्र का का केवल एक किनारा है। सभी देशवासियों को संविधान पर हो रहे इस हमले का सामूहिक रूप से मुकाबला करना चाहिए। हम इसे कभी नहीं भूलेंगे। 2024 के लोकसभा चुनाव में हमारा लोकतंत्र दोराहे पर खड़ा होगा।
चंडीगढ़ में तीस जनवरी को महापौर चुनाव हुए थे। शीर्ष अदालत ने इन्हें रद्द किया है। आम आदमी पार्टी (आप) के उम्मीदवार कुलदीप कुमार को विजेता घोषित किया गया है। कांग्रेस और आप ने गठबंधन में यह चुनाव लड़ा था। सीजेआई के नेतृत्व वाली पीठ ने कहा, हम आदेश देते हैं कि पीठासीन अधिकारी अनिल मसीह के द्वारा घोषित चुनाव परिणाम रद्द किए जाएं और याचिकाकर्ता (कुलदीप कुमार) को चंडीगढ नगर निगम के महापौर के रूप में निर्वाचित घोषित किया जाए। उच्चतम न्यायालय ने चुनाव कराने में गंभीर खामियां पाने के बाद अनिल मसीह के खिलाफ मुकदमा चलाने का भी आदेश दिया। अदालत ने कहा कि यह साफ है कि मसीह ने आठ मतपत्रों को अमान्य करने का प्रयास जानबूझकर किया है। पीठासीन अधिकारी अनिल मसीह ने आप-कांग्रेस गठबंधन के आठ मतों को अमान्य घोषित कर दिया था। जिसके बाद भाजपा के मनोज सोनकर को विजेता घोषित कर दिया गया था। कांग्रेस-आप ने मतपत्रों में छेड़छाड़ के आरोप लगाए थे